जन विरोधी नीतियों से गया या बिहार ही नहीं पूरे देश में मजदूर वर्ग की स्थिति बदतर हो चुकी है और इस पूंजीवादी व्यवस्था में संघर्ष के अलावे अब कोई विकल्प नहीं बचा है। गया (बिहार)। महंगाई व निजीकरण पर रोक लगाने तथा रोजगार, जमीन, शिक्षा व स्वास्थ्य के मुद्दे पर 11 अप्रैल को बोधगया प्रखंड कार्यालय के परिसर में सैकड़ो की संख्या में महिलाओं, पुरुषों, बुजुर्गों व युवाओं ने जमकर प्रदर्शन किया। घेराव का यह कार्यक्रम बिहार ग्रामीण मजदूर यूनियन के बैनर तले किया गया जो की दशकों से इलाके में सक्रिय सर्वहारा जन मोर्चा का एक घटक संगठन है। प्रदर्शन के दौरान राजापुर मोड़ से एक जुलूस निकली, जो प्रखंड कार्यालय पहुंच कर एक सभा में तब्दील हो गई। सभा का संचालन रामजतन चौधरी, सुरेश मांझी और रवींद्र भारती ने संयुक्त रूप से किया। सभा के दौरान इफ्टू (सर्वहारा) के दिल्ली इकाई की विदुषी, निर्माण मजदूर संघर्ष यूनियन के सह सचिव कॉमरेड मंटू और पटना से आए धनंजय ने वक्तव्य रखा। वक्ताओं ने कहा कि गया या बिहार ही नहीं पूरे देश में मजदूर वर्ग की स्थिति बदतर हो चुकी है और इस पूंजीवादी व्यवस्था ने हमारे सामने संघर्ष के अलावे अब कोई विकल्प नहीं छोड़ा है। सभा में पीडीवाइएफ युवा संगठन बोधगया के साथी चंदन ने बिहार की बेरोजगारी पर अपनी बात की, और नामा गांव की सुनैना देवी, कमला देवी, मीना जी ने सरकार और मजदूरी प्रथा पर चोट करते हुये गीत गाए। सभा के दौरान ही बीडीओ बोधगया को मांगपत्र लेने हेतु बाहर आना पड़ा। इसके बाद सभा के अंत में सर्वहारा जन मोर्चा के सचिव कॉमरेड सौजन्य ने सबका धन्यवाद देते हुए जमीन इत्यादि मांगों पर तथा दबंगों और भू माफियाओं के खिलाफ संगठन की भावी लड़ाई की घोषणा की और इलाके में जनसंघर्ष तेज करने की अपील की। साथ ही प्रत्येक योजनाओं में व्याप्त उदासीनता और दलाली के खिलाफ अधिकारियों को चेताया। सभा में बोधगया प्रखंड के विभिन्न गांवों से सैकड़ो लोगों के अलावे परैया और चंदौती के कमेटी सदस्य भी शामिल थे। पूरे प्रदर्शन के दौरान इंकलाब जिंदाबाद, पूंजीवाद हो बर्बाद, वर्ग संघर्ष तेज करो, दुनिया के मजदूरों एक हो जैसे गगनभेदी नारे लगाए गए।