“ये काली पट्टी देश की बेटियों को न्याय दिलाने की लड़ाई का हिस्सा है।” यदि बृजभूषण को लगता है कि निर्दोष हैं तो अपना नार्को टेस्ट कराएं, हम भी टेस्ट कराने को तैयार है। -आंदोलनकारी पहलवान
नई दिल्ली. भारतीय पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गुरुवार को ब्लैक डे मनाया. देश के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) , साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, जितेंद्र किन्हा के साथ अन्य पहलवानों ने गुरुवार को जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई के मुखिया बृजभूषण शरण के सिंह के खिलाफ बांहों और सिर पर काली पट्टी बांधी. इस मौके पर पहलवानों के समर्थक भी अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधे हुए थे. विनेश फोगाट और साक्षी मलिक का कहना है कि यदि बृजभूषण को लगता है कि वह निर्दोष हैं तो वह अपना नार्को टेस्ट कराएं. हम भी इस नार्को टेस्ट कराने को तैयार है.
इन पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. विनेश का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह को पहले गिरफ्तार करना चाहिए, उसके बाद उनसे पूछताछ करनी चाहिए. बकौल विनेश, ‘यदि बृजभूषण शरण सिंह को लगता है कि वह निर्दोष हैं तो, अपना नार्को टेस्ट कराएं. इससे सच और झूठ का पता चल जाएगा. उन्हें लगता है कि हम झूठ बोल रहे हैं तो हम भी नार्को टेस्ट कराने को तैयार हैं. इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.’
पहलवान पिछले 19 दिन से जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थी. प्रदर्शनकारी पहलवानों को लगता है कि जांच की गति धीमी है, इसलिए उन्होंने ब्लैक डे मनाने का फैसला लिया. विनेश, साक्षी और बजरंग बृजभूषण शरण की सिंह की लगातार गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग सहित 7 महिला पहलवानों ने कथित यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. पहलवानों का कहना है कि जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को जेल में नहीं डाला जाता तबतक, वह जंतर मंतर पर बैठे रहेंगे.