8 फरवरी को ‘देश व्यापी मज़दूर प्रतिरोध दिवस’ पर लुधियाणा में रोष प्रदर्शन करने का ऐलान

मासा के आह्वान का कारखाना मज़दूर यूनियन, टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन और पेंडू मज़दूर यूनियन (मशाल) ने किया समर्थन; लुधियाणा में समराला चौक पर होगा रोष प्रदर्शन।
लुधियाणा (पंजाब)। विभिन्न मज़दूर संगठनों के संयुक्त मंच ‘मज़दूर अधिकार संघर्ष अभियान’ (मासा) ने 8 फरवरी को देश व्यापी मज़दूर प्रतिरोध दिवस के तौर पर मनाने का आह्वान किया है। इस दिन देश के विभिन्न हिस्सों में मज़दूरों के अलग-अलग संगठनों द्वारा मज़दूरों की समस्याओं, माँग-मसलों को लेकर भारत और राज्य सरकारों के विरुद्ध रोष प्रदर्शन किए जाएँगे।
इस आह्वान का समर्थन करते हुए ‘कारखाना मज़दूर यूनियन’, ‘टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन’ और ग्रामीण मज़दूरों के संगठन ‘पेंडू मज़दूर यूनियन (मशाल)’ द्वारा लुधियाणा में समराला चौक पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा। यह फैसला 28 फरवरी को तीनों संगठनों के प्रतिनिधियों की हुई मीटिंग में लिया गया।
प्रेस बयान जारी करते हुए कारखाना मज़दूर यूनियन, पंजाब के अध्यक्ष लखविंदर ने बताया कि यह रोष प्रदर्शन मज़दूरों-मेहनतकशों के देशी-विदेशी पूँजीपतियों द्वारा शोषण, भारत और राज्य सरकारों द्वारा जन अधिकारों को कुचलने और फासीवादी ताकतों द्वारा धर्म के नाम पर नफ़रत भड़काने के खिलाफ़ किया जाएगा।
भारत और राज्य सरकारों से माँग की जाएगी कि आठ घंटे काम दिहाड़ी के मुताबिक मासिक न्यूनतम वेतन 26000 रु. किया जाए, समान काम के लिए महिलाओं को पुरुषों के समान वेतन लागू हो, मोदी सरकार मज़दूर विरोधी नए चार श्रम कानून/कोड तुरंत वापिस ले। राज्यों सरकारों द्वारा भी श्रम कानूनों में किए गए तमाम मज़दूर विरोधी संशोधन रद्द किए जाएँ।
पंजाब की भगवंत सरकार ओवरटाइम घंटे बढ़ाने का नोटीफिकेशन रद्द करे, मौजूदा तमाम क़ानूनी श्रम अधिकार सख्ती से लागू किए जाएँ, कमरतोड़ महँगाई पर रोक लगाई जाए, मेहनतकश जनता पर लगाए गए तमाम प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष टेक्स रद्द किए जाएँ, पूँजीपतियों पर बढ़ती आमदनी के मुताबिक टेक्स लगाए जाएँ, मज़दूरों-मेहनतकशों को राशन, स्वास्थ्य, शिक्षा, बस-ट्रेन सफ़र, रिहायश और अन्य बुनियादी ज़रूरतों संबंधी तमाम सहूलियतें सरकार द्वारा निशुल्क दी जाएँ, जनवादी अधिकारों पर साम्रदायिक-फासीवादी हमले बंद हों, धर्म-जाति आधारित नफ़रत फैलाना बंद हो।
मज़दूर संगठनों ने ज्यादा से ज्यादा संख्या में मज़ूदरों-मेहनतकशों को इन रोष प्रदर्शनों में शामिल होने की अपील की है।