आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में शनिवार को एक डेटोनेटर के फटने से चूना पत्थर के खदान में विस्फोट के बाद कम से कम 10 मज़दूर लापता बताए जा रहे हैं। लापता मजदूरों के मारे जाने की संभावना है।
पुलिस ने अब तक 4 मज़दूरों के शवों की पहचान की है और विस्फोट के समय वहां मौजूद अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। घटना स्थल से जिस प्रकार के ग्राफिक चित्र और वीडियो सामने आए हैं उससे विस्फोट की भयावता का पता चलता है।
यह घटना कडप्पा जिले के कलासापुडु ब्लॉक के मामिलपल्ले गांव में आज शनिवार सुबह हुई। घटना उस वक्त हुई जब एक गाड़ी से खादान में विस्फोट के लिए इस्तेमाल होने वाली जिलेटिन की छड़ों को खादान में उतारा जा रहा था। विस्फोट इतना खतरनाक था कि मृतकों के शरीर के चीथड़े उड़कर आसपास जा गिरे।
विस्फोट की खबर सुनकर चूना पत्थर की खदान पर उस मौजूद मजदूरों के परिवार के सदस्य इकट्ठा हो गए। खादान पर काम करने वाले ज्यादातर मज़दूर आसपास के इलाकों के है। स्थानीय पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली है और वर्तमान में तलाशी अभियान जारी है। फिलहाल इस बात को लेकर छानबीन चल रही है कि खनन का लाइसेंस था या नहीं। यह दुर्घटना आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी के गृह जिले में हुई है।
पिछले साल मई में आंध्र प्रदेश में ही विजाग स्थित एलजी पॉलीमर में गैस रिसाव से काफी लोग मारे गए थे। औद्योगिक संस्थानों में सुरक्षा प्रावधानों का उल्लंघन कर उत्पादन कराया जाता है जिस वजह से दुर्घटनाओं को टाला नहीं जा सकता।