अल्मोड़ा: युवा दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या के विरोध में ‘आंखें खोलो चुप्पी तोड़ो रैली-प्रदर्शन’

गांधी पार्क में प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार पर राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया। तमाम क्षेत्रों से पहुंचे सैकड़ों लोगों ने रैली शुरू की जो मॉल रोड से नंदा देवी पहुंची जहां जनसभा हुई।
अल्मोड़ा: उपपा के युवा दलित नेता जगदीश चंद्र की निर्मम हत्या में प्रदेश सरकार व जन प्रतिनिधियों की चुप्पी को लेकर सैकड़ों लोगों ने 27 सितंबर को ‘आंखें खोलो चुप्पी तोड़ो रैली-प्रदर्शन’ का आयोजन कर सरकार को चेतावनी दी कि उत्तराखंड की ऐसी संवेदनहीन सरकार व जन प्रतिनिधियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।
प्रातः 11 बजे गांधी पार्क अल्मोड़ा में उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से तमाम जन संगठनों के लोग जमा हुए और कहा कि मुखमंत्री पुष्कर सिंह धामी, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ के सांसद अजय टम्टा व सल्ट विधायक महेश जीना समेत तमाम जन प्रतिनिधियों की ख़ामोशी को अपराधियों के मूक समर्थन का द्योतक है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

गांधी पार्क में सरकार विरोधी बैनर पोस्टर लिए हुए प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार पर राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया।
प्रदर्शन की शुरुआत करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि आज़ादी के 75 वर्षों में अमृत महोत्सव एवं उत्तराखंड राज्य के 22 वर्षों में इस राज्य में जगदीश चंद्र एवं अंकिता भंडारी की गूंज बताती है कि सत्ता के संरक्षण में होने वाले अपराधों पर निरंकुशता के लिए समाज को एक बड़े बदलाव की जरूरत है।
गांधी पार्क में इस दौरान जनगीतों, सरकार विरोधी नारों के साथ उपपा नेता एड. नारायण राम, एड. वंदना कोहली के संचालन के साथ सभा ज़ारी रही। जिसमें तमाम क्षेत्रों से आए जनसंगठनों ने आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए उसे मंज़िल तक पहुंचाने का संकल्प व्यक्त किया।
इस दौरान अल्मोड़ा व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, लोक वाहिनी के जगत रौतेला, आम आदमी पार्टी के अमित जोशी, अखिलेश टम्टा, डीवाईएफआई के यूसुफ तिवारी, रानीखेत से आए कृपाल आर्या, अंबेडकर छात्रावास के सूरज समेत अनेक लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।

लगभग 1 बजे रामनगर, नैनीताल, पनुवाद्योखन, हल्द्वानी, रानीखेत, धौलादेवी, नैनीसार, लमगड़ा, जैंती समेत तमाम क्षेत्रों से पहुंचे सैकड़ों लोगों ने रैली शुरू की जो मॉल रोड होते हुए लाला बाजार, कचहरी बाजार, गंगोला मुहल्ले से नंदा देवी पहुंची जहां एक जनसभा हुई।
नंदादेवी में आयोजित जनसभा में समाजवादी लोक मंच के मुनीश कुमार, हल्द्वानी से दीवान खत्री, उच्च न्यायालय के अधिवक्ता बसंत कुमार, उपपा रामनगर की किरन आर्या, आनंदी वर्मा, महिला एकता केंद्र की रजनी जोशी, जगदीश की बहन गंगा, भाई पृथ्वी पाल, भिकियासैंण के अधिवक्ता भोलेशंकर, सीपीआईएमएल के आनंद सिंह नेगी, उपपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी, उछास की भारती पांडे एवं उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी समेत अनेक वक्ताओं ने अपनी बात रखी। इस सभा का संचालन एड. जीवन चंद्र ने किया।
रैली व प्रदर्शन में इंकलाबी मज़दूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, प्रगतिशील युवा संगठन, सर्व श्रमिक निर्माण कर्मकार, क्रांतिकारी विकास मंच कालाढूंगी, बहुजन समाज पार्टी, महिला समिति अल्मोड़ा, उत्तराखंड छात्र संगठन, एनएसयूआई अल्मोड़ा समेत अनेक संगठनों के लोग शामिल रहे।
इस दौरान प्रकाश जोशी, पान सिंह बोहरा, शिवराज सिंह बगडवाल, अमर प्रकाश, नरेश चंद्र नौड़ियाल, प्रकाश उनियाल, दिनेश उपाध्याय, दीक्षा सुयाल, किरन आर्या, हीरा देवी, चंपा सुयाल, हेमा पांडे, विमला आर्या, खीमानंद, प्रकाश चंद्र, गोपाल राम, अजय मित्र, कुणाल तिवारी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
एक अक्टूबर को पूरे प्रदेश में फूंका जाएगा सरकार का पुतला
आंखें खोलो, चुप्पी तोड़ो रैली में प्रदेश के मुख्यमंत्री और जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता के खिलाफ़ तमाम जन संगठनों ने 1 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में प्रदेश सरकार का पुतला फूंकने का निर्णय लिया।
यहां आयोजित रैली के बाद नंदा देवी के प्रांगण में हुई जनसभा में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि 1 सितंबर को जगदीश का अपहरण कर उसकी निर्मम हत्या की गई थी। उसके एक माह बाद भी प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक भी घटना पर चुप्पी साधे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उत्तराखंड समाज के वंचित तबकों, दलितों, महिलाओं और कमजोर तबकों के प्रति असंवेदनशील प्रदेश बन चुका है। जिसके चलते जन विरोधी संवेदनहीन सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार खो चुकी है और इसे सत्ता से हटाने के लिए राज्य में आंदोलन तेज़ किया जाएगा।