सेल के बोकारो, भिलाई, दुर्गापुर, राउरकेला समेत देशभर की विभिन्न इकाइयों में काम करने वाले 55 हजार से अधिक श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा। भुगतान दो किस्तों में होगा।
लगातार संघर्ष के बाद अंततः स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की सभी इकाइयों के लिए कई दौर की वार्ताओं के बाद अंततः मंगलवार की देर रात नई दिल्ली में हुई बैठक में बोनस का समझौता सम्पन्न हो गया। रिकार्ड 12 हजार करोड़ के प्रॉफिट के बाद प्रबंधन श्रमिकों को अब तक का सर्वाधिक बोनस देने को तैयार हो गया।
सेल के बोकारो, भिलाई, दुर्गापुर, राउरकेला प्लांट व माइंस समेत देशभर की विभिन्न इकाइयों में काम करने वाले 55 हजार से अधिक श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा। समझौते के तहत इस्पात कर्मियों को एक्सग्रेसिया बोनस का भुगतान कुल 40500 रुपये होगा। जबकि प्रशिक्षुओं के लिए यह राशि 33000 होगी।
दो किस्तों में होगा भुगतान
बोनस का भुगतान दो किस्तों में किया जाएगा। 31000 रुपए की पहली किश्त का भुगतान दीपावली के पहले और दूसरी किस्त में 9500 रुपए का भुगतान मार्च के पहले किया जाएगा।
असल में बोनस 28 हजार के साथ 12500 रुपए अतिरिक्त कुल 40500 होगा। पर फिलहाल 28000 के साथ 12500 का 25 प्रतिशत 3125 रुपया अर्थात दिपावली के पहले 31125 रुपए भुगतान किया जाएगा। शेष 75 प्रतिशत राशि का भुगतान 31 मार्च 2023 के पहले किया जाएगा।
इसी प्रकार प्रशिक्षुओं को 26000 रुपए के साथ 7000 रुपये अतिरिक्त के साथ 33000 रुपए देने की घोषणा की गई। इसमें से सात हजार रुपये का 25 प्रतिशत 1750 रुपये अर्थात 27750 रुपए दिया जाएगा। शेष 5250 रुपए मार्च 2023 के पहले भुगतान कर दिया जाएगा।
विगत वर्षों में सेल में मिला बोनस

मंगलवार को हुई मैराथन वार्ता
मंगलवार को नई दिल्ली के सीजीओ कंपलेक्स में सुबह 11 बजे बैठक प्रारंभ हुई। प्रबंधन की ओर कंपनी के वित्तीय हालात का रोना रोते हुए 28 हजार बोनस एवं 1400 रुपये पर अतिरिक्त देने का प्रस्ताव दिया गया। इस बात पर पांचों यूनियन के नेता बिफर गए। कहा कि 44 हजार रुपए उनकी मांग सही है। लंच तक वार्ता बीनतीजा रही।
बैठक में नए सिरे से वार्ता का दौर शुरू हुआ। शाम करीब 5 बजे तक सेल प्रबंधन ने अपने रूख को थोड़ा नरम करते हुए नया प्रस्ताव रखा। यूनियनों ने इंकार किया, दो घंटे बाद दोबारा बैठक हुई।
आंदोलन पर जाने की चेतावनी काम आई
इस बीच यूनियन नेताओं ने बाहर अलग से बैठक कर दीवाली के पहले आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। नेताओं का कहना था कि जब कंपनी को रिकार्ड प्रॉफिट हुआ है तो उस हिसाब से बोनस देने में सेल प्रबंधन को ना-नुकर नहीं करना चाहिए। एक दिन की हड़ताल में कंपनी को जितना नुकसान होगा, उसके मुकाबले मांगी जा रही बोनस राशि कुछ भी नहीं है।
बोनस का समझौता, नए फार्मूले का भी मिला आश्वासन
सेल प्रबंधन व यूनियन नेताओं के बीच चर्चा नए सिरे से शुरू करने के लिए सहमति बनने के बाद शाम सात बजे दोबारा बैठक शुरू हुई। प्रबंधन की ओर से 30 हजार और 6000 रुपए दो किश्तों में बोनस दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया। इस पर यूनियनों की ओर से 42 हजार बोनस का नया प्रस्ताव रखा गया।
अंततः 40500 रुपए बोनस दो किश्तों में भुगतान किए जाने सहमति बन गई और समझौता सम्पन्न हो गया।
समझौते के बाद प्रबंधन की ओर से कहा गया कि पहली किश्त 31 हजार का भुगतान करने के लिए पैसे की व्यवस्था करने में समय लग सकता है। प्रयास अगले एक-दो दिनों में भुगतान करने का होगा, अन्यथा दीपावली के पहले तो भुगतान सुनिश्चित है। तीन महीने में बोनस फार्मूला बना लिया जाएगा। साथ ही बोनस की दूसरी किश्त मार्च के पहले कर दी जाएगी।
दशहरा पूजा पर मिलता था बोनस, फिर हुआ आंदोलन
सेल एवं अन्य पीएसयू में यूनियनों के साथ चर्चा करके दुर्गा पूजा के पहले बोनस दिया जाता रहा है। प्रबंधन ने इसबार इसे फंसा दिया जिससे कर्मियों के बीच आक्रोश बढ़ गया और सभी प्लांटों में आंदोलन तेज हो गया। तब जाकर यह समझौता सम्पन्न हुआ।
मौके पर सेल के निदेशक वित्त एके तुल्सयानी, निदेशक कार्मिक केके सिंह सहित इंटक, एटक, सीटू, बीएमएस व एचएमएस के प्रतिनिधि शामिल रहे।