हिंदुस्तान जिंक में एसिड बॉयलर फटने से एसिड का रिसाव; दो मज़दूरों की मौत, 9 गंभीर

मृतकों के शव भी पहचानने लायक नहीं बचे। मीडिया में आई खबरों के अनुसार आकाशीय बिजली गिरने से हुआ हादसा, प्रशासन ने बताया कि आकाशीय बिजली गिरने के कोई तथ्य नहीं।
चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में बड़ा हादसा हो गया है। शुक्रवार देर शाम चंदेरिया स्थित हिंदुस्तान जिंक में हाइड्रो-2 प्लांट में एसिड बॉयलर फटने से एसिड का रिसाव होने लगा था। कई मज़दूर दुर्घटना के शिकार हो गए। घटना में दो मज़दूरों की मौत हो गयी जिनके शव भी पहचानने लायक नहीं बचा।
जबकि कई मज़दूर गंभीर रूप से घायल हैं। 9 गंभीर घायलों को उदयपुर से अपोलो अस्पताल अहमदाबाद भेजा गया है।
हालत ये हैं कि एक मृतक का परिवार जब जिला हॉस्पिटल पहुंचा, तो दोनों बॉडी के कंकाल में तब्दील होने के कारण पहचान ही नहीं हो पा रही थी। रेस्क्यू टीम को मिले मामूली से कपड़ों के आधार पर एक मृतक के परिजनों ने पहचान की। तब एक शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।
अकाशकीय बिजली गिरने का तथ्य नहीं
मीडिया में आई खबरों के अनुसार हिंदुस्तान जिंक में आकाशीय बिजली गिरने के बाद हुए हादसे में कई लोग दुर्घटना के शिकार हो गए।
लेकिन बाद में जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने मीडिया से स्पष्ट लिया कि आकाशीय बिजली गिरने के कोई तथ्य सामने नहीं आई है और यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में कहीं न कहीं सुरक्षा में लापरवाही हुई है, जिसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

घटना के बाद मची अफरा-तरफी
मिली जानकारी के अनुसार हादसे के बाद फैक्ट्री में अफरा- तफरी का माहौल बन गया था। वहां मौजूद मज़दूर बुरी तरह झुलस गए। घायलों को पहले तुरंत चित्तौड़गढ़ जिला हॉस्पिटल लाया गया। जहाँ से घायलों को उदयपुर रेफर कर दिया गया। स्थिति गंभीर होने पर 9 मज़दूरों को अपोलो अस्पताल अहमदाबाद रेफर किया गया। ताजा अपडेट के अनुसार दो लोगों की मौत हो चुकी है।
बुरी तरह झुलस गए मज़दूर
मिली जानकारी के अनुसार हादसा उस दौरान हुआ जब लोग फैक्ट्री में काम कर रहे थे। इस घटना में सभी कर्मचारी इतनी बुरी तरीके से झुलस गए है कि ज्यादातर के शरीर का करीब 60 प्रतिशत तक भाग जल गया। जब सभी को अस्पताल ले जाया गया तो इस दौरान बुरी तरह से झुलसने के चलते सभी मज़दूर दर्द से जोर-जोर से कराहते रहे। बेहद मार्मिक स्थिति बनी हुई है।