डेरी कंपनी क़्वालिटी में 1,400 करोड़ रुपये का फ्रॉड उजागर

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आइसक्रीम से शुरू कर दूध उत्पाद बनाने तक पहुँचा धंधा

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने सोमवार को जानकारी दी कि उसने डेरी कंपनी क्वालिटी और उनके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आरोप है कि कंपनी और उसके निदेशकों ने बैंकों के कंसोर्टियम के साथ 1,400 करोड़ रुपये ($19 करोड़) का फ्रॉड किया है.

कंपनी की शुरुआत साल 1992 में हुई थी और यह खुद को देश की सबसे तेजी से उभरती हुई डेरी कंपनी के रूप में पेश करती है. इसकी वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार, कंपनी के पास छह उत्पादन इकाई हैं, जो 28 देशों में निर्यात करती हैं.

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने क्वालिटी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने कंपनी पर बैंकों के फंडों का रुख बदलने, धोखाधड़ी भरा लेन-देन और फर्जी दस्तावेज पेश करने का आरोप लगाया है.

सीबीआई ने प्रेस रिलीज जारी करने के बाद कहा, “मामले की जांच जारी है.” एजेंसी ने कहा सोमवार को उसने आठ ठिकानों पर छापा मारा है. सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में क्वालिटी के प्रबंधन निदेशक संजय ढींगरा का भी नाम शामिल हैं, जिन्होंने इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं की.

भारतीय स्टेट बैंक के अलावा, इस शिकायत में केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, आंध्रा बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, आईडीबीआई बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, धनलक्ष्मी बैंक और सिंडिकेट बैंक शामिल है.

पिछले सप्ताह क्वालिटी ने जून तिमाही में 14.25 करोड़ रुपये का नेट लॉस दर्ज किया, जो एक साल पहले 64.62 करोड़ रुपये का घाटा था. साल 2016 में अमेरिकी निजी इक्विटी फंड केकेआर ने कंपनी में 520 करोड़ रुपये का निवेश किया था. दो साल बाद कंपनी दिवालियापन की प्रक्रिया में चली गई.

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