पटना: आशा कर्मियों की हड़ताल जारी; ₹10 हजार मानदेय, सामाजिक सुरक्षा के लिए थाली पीटो आंदोलन

आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर पटना में 12 जुलाई से जारी है हड़ताल। 28वें दिन सैकड़ों आशा फैसिलिटेटर की थालियों की खनखनाहट की तेज आवाज से राजधानी गूँजा।
पटना। आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर बिहार के पटना में 12 जुलाई से जारी हड़ताल आज 8 अगस्त को 28वें दिन और भी व्यापकता के साथ नजर आई। भूख के खिलाफ मासिक मानदेय के लिए आशाओं ने पीएचसी परिसर में थाली बजाओ आंदोलन शुरू किया।
सैकड़ों आशा फैसिलिटेटर व कर्मियों की थालियों की खनखनाहट की तेज आवाज से पूरा इलाका गूंज गया और पीएचसी प्रभारी, मैनेजर और बीसीएम सभी परेशान हो गये। कई जगहों पर अधिकारियों ने थाना प्रभारी व पुलिस तक बुला लिया।
थाना प्रभारी ने थाली पीटने और हड़ताल करने से मना किया तो आशाओं ने कहा कि हमें मानदेय दिला दीजिए, हम लोग हड़ताल खत्म कर देंगे। थक हार कर थाना पुलिस को लौटना पड़ा।
ज्ञात हो कि आशाकर्मी पिछली 12 जुलाई से 10 हजार रुपए नियमित मानदेय, सरकारी कर्मचारी का दर्जा, बीमा, पेंशन, सामाजिक सुरक्षा आदि अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलित हैं। थाली पीटो आंदोलन ने एक बार फिर लंबे समय से संघर्षरत आशाओं में आगे लड़ने के लिए ऊर्जा भर दी।
आंदोलन को लेकर आशा हड़ताल की मुख्य नेता शशि यादव ने कहा कि मांगें माने जाने तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हस्तक्षेप कर मांगों को पूरा कर हड़ताल समाप्त करानी चाहिए, क्योंकि आमजन को परेशानी हो रही है।