इंदौर: फैक्ट्री मालिक का षडयन्त्र उजागर, फैक्ट्री में श्रमिक की मौत, शव को रेल ट्रैक पर फेंक दिया

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इंदौर (मध्यप्रदेश) की प्लास्टिक फैक्ट्री में मज़दूर की मौत के बाद मालिक ने शव को रेल ट्रैक पर फेंक दिया था। वहीं जाजपुर (उड़ीसा) स्थित फैक्ट्री में एक श्रमिक की मौत, 7 गंभीर।

इंदौर (मध्यप्रदेश)। एक मजदूर की फैक्ट्री में हुई मौत को मालिक द्वारा हादसा दिखाने की कोशिश की गई। दरअसल, कुछ दिनों पहले ही एक युवक का रेलवे ट्रैक पर शव मिला था और आत्महत्या की आशंका जताई जा रही थी। वहीं अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि, उसकी फैक्ट्री में काम करने के दौरान जलने से मौत हुई थी। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।

मामला इंदौर के सुखलिया ग्राम के बाणगंगा थाना क्षेत्र स्थित एक प्लास्टिक फैक्ट्री का है। 1 अगस्त को रेलवे ट्रैक पर शव मिला था, जसमें एक श्रमिक की मौत हो गई थी। फैक्ट्री में प्लास्टिक गत्ते बनाए जाते है। फैक्ट्री मालिक और उसके बेटे ने एक षडयन्त्र किया, मृतक प्रद्युमन के शव को हादसा दिखाने के लिए रेलवे ट्रेक के पास फेंका था। जबकि मज़दूर की मौत फैक्ट्री में विस्फोट से हुई थी।

फैक्ट्री में मौत को दुर्घटना दिखाने की कोशिश

जांच अधिकारी स्वराज डाबी ने बताया कि, मृतक का नाम प्रद्युमन पाल है। वो सुखलिया सेक्टर डी में एक प्लास्टिक बनाने की फैक्ट्री में काम करता था। 30 जुलाई की रात फैक्ट्री में प्लास्टिक के गत्ते बनाने की मशीन पर काम कर रहा था। उसी दौरान मशीन गर्म हो जाने की वजह से अचानक मशीन में ब्लास्ट हो गया और प्रदीप पर पूरा प्लास्टिक चिपक गया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।

फैक्ट्री मालिक ने मौत को हादसा दर्शाने के लिए बेटे और एक श्रमिक की मदद से शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। उसकी साइकिल भी वहां फेंक दी। जब श्रमिक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसमें जलने के निशान मिले। इसके बाद पुलिस ने जांच दूसरे एंगल पर शुरू की और मामले का खुलासा हो गया।

इस मामले में फैक्ट्री मालिक हरीश चौहान, उसका बेटा विवेक चौहान और नौकर शामिल था। इस घटना को ट्रेन हादसा बताकर वह पुलिस कार्रवाई से बचना चाहता था। हालांकि, पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे और अन्य साक्ष्य के आधार पर मामले का खुलासा किया। पीएम रिपोर्ट में भी युवक की मौत कटने से नहीं बल्कि जलने से होने की बात सामने आई थी। वहीं पुलिस ने घटना छुपाने के मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस को तीन दिन पहले रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा मिला। जिसे पोस्टमार्टम के लिए अरबिंदो अस्पताल भेजा गया था। रिपोर्ट में बताया गया कि शव पर जलने के निशान है। हादसा मानकर चल रही पुलिस ने जांच दूसरी दिशा की तरफ मोड़ी और मृतक प्रद्युमन की फैक्ट्री तक पहुंची।


पुलिस को जांच में मशीन पर जले हुए प्लास्टिक के निशान मिले। यह भी पता चला कि प्रेशर ज्यादा होने से मशीन में ब्लास्ट हुआ। इससे मशीन से जलता हुआ वेस्ट मटेरियल बाहर की तरफ तेजी से निकला था। जिसकी चपेट में कर्मचारी आ गया था। इसके बाद पुलिस ने फैक्ट्री मालिक हरीश चौहान से सख्ती से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया।

इस्पात फैक्ट्री में 1 श्रमिक की मौत, 7 गंभीर

ओडिशा के जाजपुर जिले के इस्पात स्टील प्लांट में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में एक श्रमिक की मौत हो गई है और सात की हालत गंभीर है।

खबरों के मुताबिक, गर्म तरल पदार्थ पिघले हुए लोहे में गिरने से झुलसकर एक मजदूर की मौत हो गई है, जबकि सात अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। गंभीर रूप से घायल श्रमिकों को कटक एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक क्रेन से गर्म तरल धातु शिफ्ट करने के दौरान मजदूरों पर गर्म तरल लोहा गिर गया। एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सात अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल मजदूरों को इलाज के लिए कटक ले जाया गया है।

इस घटना को लेकर फैक्ट्री परिसर में तनाव व्याप्त हो गया।