आदिवासी के सिर पर पेशाब करने वाला भाजपा युवा मोर्चा उपाध्यक्ष, जन दबाव में हुई कार्रवाई

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अपराधी प्रवेश शुक्ल जिस भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि है, उसकी भी कुख्याति रही है। पिछले साल सीधी कोतवाली में उसने आठ लोगों को अर्धनग्न खड़ा किया था।

मध्य प्रदेश के सीधी जिले से सामने आए एक वीडियो ने पूरे समाज को शर्मसार कर दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में एक व्यक्ति हाथ में सिगरेट पकड़े हुए दूसरे व्यक्ति पर पेशाब कर रहा है। मानवता तो कलंकित करने वाले शख्स की पहचान प्रवेश शुक्ला के तौर पर हुई है। सीधी जिले के कुबरी गांव के निवासी प्रवेश शुक्ला को गुंडागर्दी में लिप्त रहने वाले व्यक्ति के साथ ही भाजपा के स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ला के प्रतिनिधि के तौर पर भी है। उसे भारतीय जनता युवा मोर्चा का पदाधिकारी भी बताया जा रहा है। हालांकि, वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय विधायक आरोपी के उनका प्रतिनिधि होने से इंकार कर रहे हैं, मगर आरोपी के पिता रमाकांत शुक्ला ने एक अंग्रेजी पत्रिका से बातचीत के दौरान यह माना है कि उनका बेटा विधायक प्रतिनिधि है। वे इल्जाम लगाते हैं कि विधायक प्रतिनिधि होने के चलते ही प्रवेश शुक्ला के नाम पर विपक्ष अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहा है।

चार जुलाई को शाम वायरल हुए इस वीडियो के बाद आरोपी को पुलिस ने मंगलवार देर रात हिरासत में ले लिया। आरोपी के विरुद्ध नैशनल सिक्यूरिटी एक्ट के साथ ही भारतीय दंड संहिता की धारा 294 (अश्लील हरकतें) और धारा 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान) के साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया हैं। जहां एक ओर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, वहीं सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक शपथ पत्र के अनुसार पीड़ित आदिवासी युवक ने घटना के वीडियो को फर्जी करार दिया है। शपथ पत्र में उसके द्वारा कुबरी गांव के ही एक अन्य व्यक्ति आदर्श शुक्ला तथा उसके अन्य साथियों पर आरोप भी लगाए गए हैं।

आदर्श शुक्ला वह शख्स है जिसने यह वीडियो – जो 26 जून का बताया जा रहा है – को पहले स्थानीय ग्रामीणों के साथ और बाद में सोशल मीडिया पर शेयर किया था। उनके अनुसार “मैंने शुक्ला की शर्मनाक हरकत का वीडियो इसलिए लोगों को दिखाया, ताकि उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सके। लेकिन जैसे ही वीडियो वायरल हुआ शुक्ला फरार हो गया। इसके बाद 29 जून को उसके परिवार ने स्थानीय थाने में मेरे खिलाफ गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करा दी। इसके बाद से मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश जारी किए जाने तक पुलिस मुझे लगातार परेशान करती रही, जबकि सच्चाई यह थी कि वीडियो जारी करने के बाद प्रवेश के परिवार वालों ने उसे भगा दिया था। रविवार दो जुलाई को मैंने उसे फेसबुक पर ऑनलाइन देखा था, तब वह सतना में था। मेरे द्वारा तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दिए जाने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।”

इस शर्मनाक घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करने वाले व्यक्ति, जो सुरक्षा कारणों से अपनी पहचान जारी नहीं करना चाहते, के मुताबिक घटना एक साल पहले की है, लेकिन यह वीडियो इसी साल 26 जून को पहली बार सामने आया। यह शर्मनाक घटना कुबरी पंचायत भवन के पास पीसीसी रोड पर देर शाम लगभग आठ बजे घटित हुई थी। आदिवासी युवक मोबाईल रिचार्ज करवाने आकर दुकान की सीढ़ियों पर बैठा था। नशे की हालत में प्रवेश शुक्ला वहां आकर सीधे उस पर पेशाब करने लगा। पीड़ित ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माना। इस दौरान मैंने भी कुछ सेकेंड तक घटना का वीडियो बनाने के बाद उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने मेरी भी नहीं सुनी. इसके बाद वह पेशाब करके चला गया। “शुक्ला एक दबंग है और विधायक का प्रतिनिधि भी है। वह गांव में अक्सर गुंडागर्दी करता है। उसके खिलाफ शिकायत करने की किसी में भी हिम्मत नहीं है. यहां तक कि पुलिस भी उसका ही साथ देती है।”

सीधी जिले के पुलिस सूत्रों ने आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद से ही एक जगह से दूसरी जगह भाग रहे प्रवेश शुक्ला को मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को दो बजे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके साथ ही उसकी पत्नी और परिवार वालों से पूछताछ की जा रही है।

स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ला ने आरोपी प्रवेश शुक्ला के विधायक प्रतिनिधि अथवा भाजपा कार्यकर्ता होने से इंकार किया है। उनका कहना है कि विधानसभा क्षेत्र का स्थानीय वासी होने के चलते अन्य कई व्यक्तियों की ही तरह वे आरोपी को भी पहचानते भर हैं।

उधर पीड़ित, जिसकी पहचान करौंदी गांव के दशमत रावत के रूप में की गई है, ने पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में उसके साथ ऐसी कोई घटना होने से इंकार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे शपथ पत्र को अभी तक कहीं पेश नहीं किया गया है।

इस घटना से जहां एक ओर सत्ता में वापसी का ख्वाब देख रही भाजपा सकते में हैं वहीं कांग्रेस इसे अवसर मानते हुए राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। मगर इन सबक बीच उस आदिवासी युवक की अस्मिता की परवाह किसी भी दल के नेता को नहीं है जो इस वीडियो में दिखाई दे रहा है।

सोशल मीडिया पर भाजपा पदाधिकारियों की एक लिस्ट तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें भजपा युवा मोर्चा के कुचवाही मंडल जिला सीधी के पदाधिकारियों में आरोपी प्रवेश शुक्ला का नाम उपाध्यक्ष में लिखा गया है। हालांकि यह लिस्ट फेक है या सही, इसकी पुष्टि जनज्वार नहीं करता है। मगर मीडिया से बात करते हुए जिस तरह उसके पिता ने स्वीकारा है कि बेटा भाजपा से जुड़ा है उससे लगता है कि यह लिस्ट सही होगी।

जनज्वार से साभार