मानेसर: लगातार जारी छँटनी और मनमानी के खिलाफ बेलसोनिका के मज़दूर हड़ताल पर

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मालिक-सरकार का गँठजोड़; मज़दूरों के लगातार संघर्ष और भूख हड़ताल के बावजूद बेलसोनिका प्रबंधन की मनमानी छँटनी पर रोक नहीं लगने से पीड़ित मज़दूर हड़ताल पर जाने को विवश हुए।

मानेसर, गुड़गांव। लगातार संघर्ष व भूख हड़ताल के बाद भी प्रबंधन की हठधर्मिता और श्रम विभाग व सरकार का कंपनी के हित में खड़े रहने से परेशान होकर अंततः 30 मई से बेलसोनिका के मज़दूर हड़ताल पर चले गए हैं।

खबर लिखे जाने तक कंपनी में चौतरफा पुलिस मौजूद है और लेबर इंस्पेक्टर भी पहुंचे। लेकिन मजदूर अपनी सामूहिक एकता के दम पर कंपनी में डटे हुए हैं।

https://mehnatkash.in/2023/05/04/belsonica-workers-started-a-gradual-hunger-strike-against-open-and-hidden-retrenchments/

बेलसोनिक यूनियन के प्रधान मोहिन्दर कपूर ने बताया कि बेलसोनिका यूनियन खुली-छिपी छंटनी के खिलाफ पिछले दो वर्षों से संघर्ष कर रही है। प्रबंधन ने अब तक लगभग 13 श्रमिको को सस्पेंड व 17 श्रमिको को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।

उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने पिछले वर्ष 2022 में 3 स्थाई श्रमिको को बर्खास्त कर दिया था। उसके बाद प्रबंधन ने 17 मार्च 2023 को 3 यूनियन पदाधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था। फिर 30 मार्च को 10 श्रमिको को यूनियन गतिविधियों के कारण सस्पेंड कर दिया। बीते 7 अप्रैल को यूनियन की सदस्यता देने के कारण 3 पुराने ठेका श्रमिको को बर्खास्त कर दिया। 21 अप्रैल को प्रबंधन ने 11 श्रमिकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया।

3 मार्च 2023 को सहायक श्रम आयुक्त गुड़गांव की मध्यस्थता में चली वार्ता व 21 मार्च को अतिरिक्त उपायुक्त गुड़गांव की मध्यस्थता में चली समझौता वार्ता के दौरान यूनियन व प्रबंधन को यथास्थिति व शांति बनाए रखने के आदेश/निर्देश दिए गए थे, लेकिन प्रबंधन ने श्रम विभाग व प्रशासनिक अधिकारी के आदेशों/निर्देशो को ठेंगा दिखा दिया। यूनियन ने शिकायतों, सामूहिक मांग पत्रों व ज्ञापन के माध्यम से विवाद को निपटाने की गुहार लगाई। लेकिन यूनियन की गुहार को सभी अधिकारी अनदेखा कर रहे है।

बेलसोनिक यूनियन के महासचिव अजित सिंह ने कहा कि यूनियन ने विवादों को निपटाने के लिए 4 मई से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की। प्रबंधन ने अनशन पर बैठे मजदूरों को उठाने के काफी तीन तिकड़म किए, काफी बार मुंह की खाने के बाद 26 मई के आदेश में कंपनी को 32 अनशनकारी मजदूरों के खिलाफ 200 मीटर का सटे मिल गया। ये क्रमिक अनशन 28 मई तक जारी रहा। लेकिन प्रबंधन और श्रम विभाग व सरकार को जू तक ना रेंगी।

प्रबंधन के अड़ियल रवैए के खिलाफ बेलसोनिका यूनियन को 29 और 30 मई को सामूहिक भूख हड़ताल पर जाना पड़ा। 17 बर्खास्त और 13 सेस्पेंड और परिवारों की महिलाएं गेट पर चल रहे धरने में भूख हड़ताल पर बैठी। कंपनी में कार्यरत मजदूरों ने कंपनी के अंदर भूख हड़ताल की।

यूनियन के उपप्रधान राजपाल ने कहा कि 29 मई की भूख हड़ताल के बाद भी प्रबंधन और श्रम विभाग और सरकार टस से मस न हुए। प्रबंधन और प्रशासन के रवैये से परेशान होकर अंततः 30 मई को दोपहर 3:20 पर ए और बी शिफ्ट के मजदूरों को हड़ताल पर जाना पड़ा। अभी कंपनी में पुलिस और लेबर इंस्पेक्टर पहुंचे हुए हैं। मजदूर अपनी सामूहिक एकता के दम पर कंपनी में डटे हुए हैं।

https://mehnatkash.in/2023/05/09/manesar-support-of-unions-is-increasing-in-the-struggle-of-belsonica-workers/

यूनियन की मांगे:-

1. मजदूर विरोधी चार लेबर कोड्स रद्द करो!

2. स्थाई कार्य पर स्थाई रोजगार के कानूनी प्रावधान को लागू करो!

3. 17 बर्खास्त व 13 सस्पेंड श्रमिकों को काम पर तत्काल वापिस लो!

4. खुली-छिपी छंटनी पर रोक लगाओ! फर्जी दस्तावेजों व अनुशासनहीनता के नाम पर श्रमिकों को दिए गए आरोप पत्रों व कारण बताओ पत्रों को रद्द करो!

5.यूनियन के सामूहिक मांग पत्रों का सम्मानजनक निपटारा करो!

6.स्थाई कार्य पर ठेका/अस्थाई श्रमिकों द्वारा कराए जा रहे कार्य को लेकर बेलसोनिका प्रबंधन के खिलाफ अनुचित श्रम अभ्यास की उचित कार्यवाही की जाए।

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