उत्तरप्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारियों द्वारा आंदोलन का एलान, 21 सितंबर को लखनऊ में प्रदर्शन

स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलन चलेगा। पहला चरण 22-23 अगस्त को अयोध्या से व दूसरा चरण 29-30 अगस्त को मथुरा से शुरू होकर पूरे प्रदेश में फैलेगा।
प्रदेश सरकार द्वारा अपनी मांगों पर विचार न किए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने आंदोलन का एलान कर दिया है।
शनिवार को लखनऊ स्थित प्रधान कार्यालय संघ भवन में बैठक कर पदाधिकारियों ने आंदोलन की रणनीति पर विचार किया। तय हुआ कि 7 अगस्त से प्रदेश के सभी नगर निगम और नगर पालिकाओं में जनजागरण मीटिंग कर लंबित मांगों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
21 सितंबर को लखनऊ में करेंगे बड़ा प्रदर्शन
कर्मचारी महासंघ के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत मिश्र ने बताया कि 7 अगस्त से 6 सितंबर तक जनजागरण बैठक होगी।
इसके बाद 7 सितंबर को सभी नगर निगमों में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक काम बंद कर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 21 सितंबर को लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
अयोध्या से निकालेगी आंदोलन की राह
प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्रा ने बताया कि मीटिंग में तय हुआ है कि 22-23 अगस्त को महासंघ के प्रतिनिधि अयोध्या से प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों में जाएंगे। कर्मचारियों को आंदोलन में जुटने के लिए आवाह्नन करेंगे।
दूसरा फेज 29 से 30 अगस्त को मथुरा से शुरू होगा। इसके अंतर्गत प्रदेश की सभी पालिकाओं और पंचायतों में जलकल के साथ कर्मचारियों को जोड़ेंगे।
बैठक में प्रदेश महामंत्री राकेश अग्निहोत्री के अलावा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य नैन सिंह चौधरी, गाजियाबाद, अखिलेश कुमार सिंह वाराणसी नगर निगम से, राम प्रकाश सिंह गोरखपुर से, मनोज कुमार श्रीवास्तव प्रयागराज नगर निगम समेत अन्य जगहों से सभी सदस्य आए थे।
ये हैं प्रमुख मांगें
पुरानी पेंशन बहाल की जाए।
74वां संशोधन लागू किया जाए।
7वें वेतनमान को पूरा लाभ दिया जाए।
संविदा और आउट सोर्स कर्मियों के रिक्त पद भरे।
कैशलेस इलाज की सुविधा कर्मियों को भी मिले।
31 दिसंबर 2001 तक कर्मियों का प्रमोशन हो।
दैनिक भास्कर से साभार