चंडीगढ़: आउटसोर्स वर्कर्स का आर्थिक शोषण बंद हो -बैरिकेडिंग के बीच कर्मचारियों का प्रदर्शन

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झड़प के बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका। एसडीएम को ज्ञापन देकर नेताओं ने कहा कि अगर मांगों को जल्द पूरा नही किया तो ज्वाइंट एक्शन कमेटी बड़ा आंदोलन करेगा।

चंडीगढ़। विभिन्न मांगों को लेकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी आफ चंडीगढ़ और एमसी इंप्लाइज एंड वर्कर्स के आह्वान पर सैकड़ों कर्मचारियों ने चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की।

आक्रोशित कर्मचारी शिवालिक होटल सेक्टर-17 के पास इकट्ठा हुए थे। जहाँ प्रदर्शन के बाद कर्मचारियों ने रोष मार्च निकाला और प्रशासक बीएल पुरोहित को मांगपत्र सौंपने के लिए राजभवन की तरफ कूच करने लगे। राजभवन की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को रास्ते में ही रोकने के लिए बैरिकेडिंग की।

बैरिकेटिंग के बीच पुलिस से झड़प, एसडीएम को ज्ञापन

भारी पुलिस बल तैनात था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो कर्मचारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। हालांकि पुलिस ने कर्मचारियों को रास्ते में ही रोक लिया।

इसके बाद कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम तेजदीप सैनी से मिला और प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को लिखे मांग पत्र एसडीएम को सौंपा। एसडीएम ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कर्मचारियों की मांगों का मांगपत्र जल्द प्रशासक को भेज दिया जाएगा।

प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेताओं से बैठक कर कर्मचारियों की मांगों को हल किया जाए। ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने 21 फीसद डीसी रेट बढ़ाने की मांग की थी। कमेटी की मांग है सभी वर्गों का 15 फीसद डीसी रेट बढ़ाया जाए।

ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह द्वारा कई वर्गों में डीसी रेट में 15 फीसद बढ़ोतरी की गई है तो कई संवर्ग में 3 से 10 फीसद और कई में बिल्कुल भी बढ़ोतरी न कर आउटसोर्स वर्कर्स के साथ भेदभाव किया है और यह पहली बार हुआ है।

ज्वाइंट एक्शन कमेटी की माँगें-

  • आउटसोर्स वर्कर्स का आर्थिक शोषण रोका जाए, आउटसोर्स वर्कर्स की सुरक्षित पालिसी बनाई जाए।
  • खाली पदों को जल्द भरा जाए।
  • दिसंबर 1996 के बाद एमसी में भर्ती हुए दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा 13.3.15 को बनाई पालिसी में कवर कर नियमित किया जाए।
  • समाप्त पदों को बहाल किया जाए।
  • आउटसोर्स वर्कर्स का पुराने डीसी रेट का एरियर दिया जाए।
  • दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों नियमित किए जाए।
  • एमसी कर्मचारियों के नियमों में संशोधन किया जाए।
  • एमसी इंजीनियरिंग विंग से सेवामुक्त हुए कर्मचारियों को पेंशन और पेंशन बेनिफिट दिए जाएं और
  • छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार डेलीवेज और वर्क चार्ज वर्कर्स का वेतन दिया जाए।

मांगें पूरी नहीं हुई तो होगा बड़ा आंदोलन

ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेताओं ने कहा की कर्मचारियों की जायज मांगों को प्रशासन और एमसी के अधिकारी हल नहीं कर रहे, जिस कारण कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। कहा कि अगर कर्मचारियों की मांगों को जल्द पूरा नही किया तो ज्वाइंट एक्शन कमेटी की वर्किंग कमेटी की बैठक कर अगले आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।

प्रदर्शन के दौरान ज्वाइंट एक्शन कमेटी के कनवीनर अश्वनी कुमार, पैटर्न राजा राम, चेयरमैन सुरमुख सिंह, राजिंदर कुमार, संजय दुहन, कुलदीप सिंह, कमल कुमार, सरवन कुमार, रविंदर बिंदु, नरिंदर चौधरी, राम सिंह, जगमोहन सिंह, लालजीत राजिंदर सिंह और सुरिंदर कुमार आदि मौजूद रहे।

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