बोकारो : क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ ने ठेका मजदूरों को समान सुविधाएं देने की माँग की

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ठेका मजदूर संयंत्र में उत्पादन का काम करते हैं। इसलिए उन्हें वह सारी सुविधां मिलनी चाहिए जो नियमित मजदूरों को मिलती है। 11 मार्च से मजदूर आंदोलन की तैयारी में हैं।

बोकारो (झारखंड)। बोकारो इस्पात संयंत्र की कोक-ओवन स्थित कैंटिन में ठेका मजदूरों की बैठक विभिन्न मांगों के समर्थन में कांतिकारी इस्पात मजदूर संघ के बैनर तले हुई। जिसकी अध्यक्षता मो. जुम्मन ने की। इस दौरान बोकारो प्रबंधन को डीग्रेड में शामिल किए गए सभी मजदूरों को पुराने ग्रेड में वापसी की मांग उठी। मांग नहीं माने जाने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।

यूनियन महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि कोक-ओवन में काम करने वाले सभी मजदूर 2012 में कुशल कामगार के ग्रेड पर काम कर रहे थे, लेकिन प्रबंधन ने साजिश के तहत सभी मजदूरों को अकुशल कामगार अर्थात् डीग्रेड की श्रेणी में रख दिया।

यूनियन ने कहा कि 10 दिसंबर 2021 को सहायक श्रमायुक्त (केंद्रीय) धनबाद के समक्ष हुए समझौते के अनुसार 90 दिनों के भीतर सभी योग्य मजदूरों को ग्रेड प्रमोशन करना है। समझौते की तय समय सीमा 10 मार्च को खत्म हो रही है। समझैते का पालन नहीं करने पर 11 मार्च से मजदूर अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन छेड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।

यूनियन ने प्रबंधन को आगाह करते हुए कहा कि झारखंड सरकार की भवन निर्माण के लिए तय मिनिमम वेज निर्धारण से काम नहीं चलेगा। सेल वेज बोर्ड बनाकर मिनिमम वेज तय की जाए। एडब्लयूए को मिनिमम वेज में जोड़ा जाए, जिससे उसका लाभ भविष्य निधि में मिल सके। ठेका मजदूरों को भी नियमित कर्मचारियों की तरह बोनस, ग्रेच्युटी और ग्रुप इंश्योरेंस दिया जाए।