झारखंड : ग्रामीण बैंक के अधिकारी व कर्मचारी आंदोलित, चरणबद्ध आंदोलन होगा तेज

10_02_2022-10deo_m_29_10022022_164-c-2.5_22455714_182910AAA

16 सूत्री मांगें: गुरुवार को मौन रहकर मांग दिवस मनाया। 14 को विरोध दिवस से आगे बढ़ते हुए 24 को क्षेत्रीय कार्यालयों और 28 को प्रधान कार्यालय रांची के समक्ष प्रदर्शन होगा।

देवघर: झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी 16 सूत्री मांगों के समर्थन में गुरुवार से आंदोलन करेंगे। झारखंड ग्रामीण बैंक में कार्यरत चार संगठनों ने मिलकर यूनाइटेड फोरम आफ जेआरजीबी यूनियन बनाया है। देवघर हेड आफिस में मौन रहकर मांग दिवस मनाया। मौेके पर नवल किशोर वर्मा, रंजन कुमार सहाय, केशव भारद्वाज, विकेश कुमार व अन्य थे।

कहा गया कि भारत सरकार द्वारा एक अप्रैल 2021 को ही ग्रामीण बैंक में वेतन समझौता लागू कर वेतन भत्ता के स्पष्ट निर्देश के बावजूद भुगतान नहीं हुआ। एक तरफ कार्य का दबाव तो दूसरी ओर उचित व्यवस्था का भुगतान नहीं होने से बैंक कर्मियों में आक्रोश है। बैंककर्मियों की मांगों में द्विपक्षीयता और ट्रेड यूनियनों के मूल्यों को बराबर रखना। सभी संवर्ग के कर्मचारियों पर क्रास सेलिग का जटिल दबाव।

कर्मचारियों की तैनाती और रिक्तियों का सृजन, संशोधित वेतन के बकाया के भुगतान में शिकायतों का निवारण, चिकित्सा सहायक के बकाया नहीं मिलना, अधिकारियों के मकान किराया भत्ता का 150 फीसद तक भुगतान, कर्मचारियों को 11 वीं बीपीएस के अनुसार विशेष वेतन का भुगतान के साथ, स्थानापन्न कर्मचारियों स्थानापन्न भत्ता वेतन का भुगतान व अन्य शामिल हैं। आंदोलन की रूपरेखा यूनाइटेड फोरम ने मांगों की प्राप्ति के लिए चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया है। प्रथम चरण में गुरुवार को मौन रहकर मांग दिवस मनाया।

14 फरवरी को काली पट्टी बांधकर विरोध दिवस और प्रबंधन को विरोध पत्र प्रेषित करना। 16 को कर्मियों द्वारा अतिरिक्त सहयोग की वापसी समझौता तक किया जाएगा। 18 को बैंक के विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप से विलय होना। 21 को क्रास सेलिग के खिलाफ नांन लोगिन डे मनाया जाएगा। 24 को सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के समक्ष प्रदर्शन एवं नारेबाजी। 28 को प्रधान कार्यालय रांची के समक्ष प्रदर्शन नारेबाजी शामिल है।

जागरण से साभार

भूली-बिसरी ख़बरे