अब एक नाबालिक को उठा ले गई योगी पुलिस

योगी को ‘बम से उड़ाने’ का कथित मैसेज भेजने का आरोप
आगरा के गांव का एक परिवार पिछले हफ्ते परिवार में शादी की तैयारियां कर रहा था। लंबे समय के बाद रिश्तेदारों से मिलकर 15 साल का लड़का भी बहुत खुशा था। लेकिन एक दिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसे घर से उठा लिया। बताया गया कि उसपर सीएम योगी आदित्यनाथ को ‘उड़ाने की धमकी देने’ का आरोप है। पुलिस का कहना है कि उसने वॉट्सऐप से डायल 112 पर धमकी दी थी। डायल 112 में पोस्टेड पुलिसकर्मी अंजुल कुमार ने इस सिलसिले में लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी।
यूपी पुलिस की साइबर सेल ने 24 घंटे के अंदर ही शिकायत में दर्ज कराए गए नंबर को ट्रैक कर लिया। आगरा के 15 साल के लड़के की पहचान हुई। लखनऊ से दो सदस्यों की टीम को हिरासत में लेने के लिए भेजा गया और बाद में लड़के को जुवेनाइल बोर्ड के सामने पेश किया गया। अभी नाबालिग को लखनऊ के जुवेनाइल होम में रखा गया है।
लड़के की दादी ने कहा, ‘वह अभी बहुत छोटा है और दुनिया नहीं देखी है। मुझे नहीं पता कि उसने क्यों इस तरह का मेसेज भेजा। लेकिन गांव में कोई भी बता सकता है कि उसका ऐसा कोई इरादा नहीं था। हो सकता है उसने मजाक में ऐसा किया हो। यह सब हमें उससे बात करने के बाद ही पता चल पाएगा। लेकिन उसे इस तरह ले जाया गया जैसे कि उसने कोई बहुत बड़ा जुर्म कर दिया हो।’ परिवार को लड़के से उम्मीद है कि एक दिन वह स्पोर्ट्स कोटा से सरकारी नौकरी पाएगा। वह वॉलिबॉल का खिलाड़ी है।
लड़के के बड़े भाई ने कहा, ‘एक कक्षा 10 के छात्र को सरकार का दुश्मन बताया जा रहा है। उसको सही बात बताई जा सकती है और सिखाया जा सकता है कि क्या सही है औऱ क्या गलत है।’ लड़के ने फोन पर अपने परिवार से बात की। उसने बताया कि उसकी तबीयत ठीक है और घर वापस आना चाहता है। सुशांत गोल्फ सिटी के एसएचओ सचिन कुमार सिंह ने कहा, ‘यह एफआईआर एक पुलिसवाले ने ही फाइल की है। प्रथम दृष्ट्या लगता है कि नाबालिग का मकसद धमकी देना नहीं था। अभी जांच बाकी है।’
अंकित ओझा
जनसत्ता से साभार