साढ़े तीन साल से संघर्षरत हैं सत्यम ऑटो के मज़दूर
हरिद्वार (उत्तराखंड)। हीरो मोटोकॉर्प की वेंडर कंपनी सत्यम ऑटो कंपोनेंट लिमिटेड कंपनी से गैर कानूनी तरीके से निकाले गए श्रमिकों ने सिडकुल हरिद्वार के दवा चौक पर एकत्रित होकर एक सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। मज़दूरों ने चेतावनी दी कि जल्द कार्यबहाली नहीं हुई तो आन्दोलन तेज होगा।
संघर्षरत मज़दूरों ने कंपनी में अपनी बहाली को लेकर उत्तराखंड सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पत्रकारिता का भी सहयोग लिया और उत्तराखंड सरकार से माँग की कि जल्द से जल्द मज़दूरों को रोजगार मिले नहीं तो यह आंदोलन उग्र होने वाला है, जिसकी चिंगारी पूरे प्रदेश में फैलेगी और प्रदेश में जगह-जगह मज़दूर प्रदर्शन करेंगे।
ज्ञात हो कि सत्यम ऑटो के मज़दूरों ने 3 वर्ष के वेतन समझौते की अवधि समाप्त होने के बाद 29 जुलाई 2015 को अपना अट्ठारह सूत्री माँगपत्र कारखाना प्रबंधक को दिया। कई दौर की वार्ता में हल ना निकलने पर विवाद औद्योगिक न्यायाधिकरण हल्द्वानी को संदर्भित कर दिया गया। इस बीच प्रबंधन ने 2 मार्च 2017 को गोपनीय तरीके से कुछ मज़दूरों को अपने पक्ष में करके उनसे एक समझौता कर लिया। जिसका मजदूरों ने विरोध किया और अपनी लिखित आपत्ति श्रम अधिकारियों को दी।
इससे नाराज प्रबंधन ने 17 अप्रैल 2017 को विरोध करने वाले 300 मजदूरों की जबरन गेट बंदी कर दी और उनकी कंपनी में प्रवेश पर रोक लगा दी। तब से मजदूरों का संघर्ष लगातार जारी है।
सत्यम ऑटो कॉम्पोनेंट्स लिमिटेड संघ के अध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने कहा कि मज़दूर की वोट से ही सरकार बनती है और सरकार बनने के बाद वह पूँजीपतियों की भलाई करने लगती है तथा पूँजीपतियों को लाभ देने की बात करने लगती है। जबकि पूंजीपति मतदान बहुत कम करते हैं। महिपाल सिंह रावत ने कहा अगर सरकार मज़दूरों की नहीं सुनती तो इस सरकार का पतन निश्चित है।
धरना प्रदर्शन में दीपक विनय सूरज आदि उपस्थित रहे।