महिलाओं-बच्चियों से हिंसा की घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रही है
दिल्ली में दलित मजदूर परिवार की 9 बर्षिय बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या व जला देने के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है और संवेदनशील लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन बढ़ने लगा है।
गौरतलब है कि दिल्ली कैंट थाना क्षेत्र के पुरानी नांगल गांव के श्मशान के अंदर पानी भरने गयी 9 साल की दलित बच्ची को बलात्कार के बाद जलाकर मारने का आरोप परिजनों द्वारा लगाया गया है। यह भी आरोप है कि परिजनों की मर्जी के बिना बच्ची के शव को जला दिया गया।
जब बच्ची का शव जलाया जा रहा था तो वहां पुलिस पहुंच गयी थी और शव के पैरों के रूप में बचे हिस्से का पोस्टमॉर्टम कराया गया था, लेकिन उससे भी यह साफ नहीं हो सका कि बच्ची की मौत करंट लगने से हुई या नहीं।
पीड़िता के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और पुजारी ने बिजली का करंट लगने से मौत का झूठ बोलकर उसका जबरन अंतिम संस्कार करा दिया।
बच्ची के माता-पिता ने कुछ और लोगों के साथ मिलकर मंगलवार को पुराना नांगल इलाके में घटनास्थल पर धरना दिया और दोषियों को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की।
विभिन्न संगठनों द्वारा विरोध, पुतला दहन
इस अमानवीय कृत्य के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन द्वारा न्याय की गुहार के साथ लोगों का आक्रोश सामने आ रहा है।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रही है। जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है तब महिला हिंसा बढोतरी हुईं हैं। लगातार पूंजीपतियों द्वारा मुनाफे के लिए परोसी जा रहीं महिला विरोधी पूंजीवाद उपभोक्तावादी फुहड़ अश्लील संस्कृति इस तरह के घटनाओं के होने के लिए जिम्मेदार हैं। इसके खिलाफ संघर्ष करने के लिए एकजुट होना होगा।
वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र की फासीवादी सरकार महिलाओं को केवल बच्चे एवं परिवार तक सिमित कर देना चाहती है। ये महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार एवं बराबरीपूर्ण जीवन नहीं दे सकती है।
फरीदाबाद
इंकलाबी मजदूर केंद्र, शोषित जन संघर्ष समिति व परिवर्तनकामी छात्र संगठन द्वारा फरीदाबाद के राजीव नगर मार्केट, नियर डीएलएफ फैक्ट्री एरिया, सिंघानियां चौक पर विरोध प्रदर्शन किया गया। सभी वक्ताओं ने जघन्य अपराध की कड़ी निंदा की और पिड़ित परिवार को इंसाफ मिले मांग की।

हरिद्वार
4 अगस्त को हरिद्वार में रावली महदूद मजदूर बस्ती में दिल्ली सरकार एवं केन्द्र सरकार का पुतला दहन कर एक सभा की गयी।
दिल्ली में 9 साल की मासूम दलित बच्ची के साथ दुराचार और हत्या के विरोध में प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, इंकलाबी मजदूर केन्द्र, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन, कांग्रेस पार्टी के जिला पंचायत सदस्य रोशनलाल व अमनदीप द्वारा दिल्ली सरकार और केन्द्र सरकार को दोषी करार दिया गया कि देश की राजधानी दिल्ली में यदि बच्चियां एवं महिलाएं सुरक्षित नहीं है तो पुरे देश में क्या हालत होगी।

पुतले को आग के हवाले प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की निशा ने किया। विरोध कार्यक्रम में इंकलाबी मजदूर केन्द्र के पंकज कुमार, राजू,नितिन, ब्रिजेश, संतोष, विजय, दीपक, एवं भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के राजकिशोर, अवधेश कुमार प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की दीपा, दीपमाला, सुमन, सुललिता कुसुम, एडवोकेट रूपचन्द्र आजाद सत्यम आटो से संतोष एवं बिट्टू बिन्दास,आर के यादव, सुगन्ध एवं विशाल आदि उपस्थित रहे।
काशीपुर (उधम सिंह नगर)
दिल्ली में बच्ची के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के विरोध में पंत पार्क काशीपुर में प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के आव्हान पर उपस्थित संगठन पगितशील भोजन माता संगठन, इन्कलाबी मजदूर केंद्र , परिवर्तन खामी छात्र संगठन, रहे जिसमें सभा व अमित शाह का पुतला दहन किया गया।

लगाए गए नारे-
- महिला हिंसा पर रोक लगाओं!
- भाजपा सरकार व दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद!
- 9 वर्षीय बच्ची के परिवार को इंसाफ दो!
- उपभोक्तावादी अश्लील संस्कृति के खिलाफ एकजुट हो!
- बढ़ते महिला अपराध के जिम्मेदार पूंजीवाद-साम्राज्यवाद को ध्वस्त करो!
- सरकारें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का झूठा नारा देना बन्द करें!
- बलात्कारियों व हत्यारों को संरक्षण देना बन्द करें!