दिल्ली: घरेलू कामगार के साथ बर्बर हिंसा; महिलाओं द्वारा थाने में धरने के बाद दर्ज हुआ मुकदमा

दक्षिण दिल्ली में घरेलु कामगार के साथ नियोक्ता द्वारा बेल्ट से पिटाई और चाकू से चोट पहुंचने के सदर्भ में एफआईआर दर्ज हुआ। नाराज महिला कामगारों ने पुलिस थाने में धरना दिया था।

दिल्ली। वसंत कुंज दिल्ली में गुरूवार 25 अप्रैल को एक फ्लैट के निवासी ने एक धरेलू कामगार के ऊपर बेल्ट से प्रहार और गरम चाकू से हमला करके धायल किया। इसके खिलाफ बहुत सारी घरेलू कामगार महिलाऐं एकजुट होकर दिल्ली के वसंत कुंज नार्थ थाने में शिकायत दर्ज करने पहुंची।

पुलिस पर बहत सारे तरफ से अलग अलग दबाव के बाबजूद करीब 7 घंटा थाने में इंतजार के बाद अंततः एफआईआर दर्ज हुआ।

महिला के साथ बर्बरता की घटना

पिछले मध्य मार्च से वसंत कुंज बी-2 (फ्लैट नंबर 2156) में कार्यरत एक दलित घरेलू कामगार महिला के खिलाफ कार्यस्थल पर हिंसा का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। वसंत कुंज के एक फ्लैट में कार्यरत इस महिला को उनके कार्यस्थल में पिछले एक सप्ताह से अलग अलग तरीके से शोषित किया जा रहा था।

बुधवार को नियोक्ता द्वारा उसपर गर्म चाकू से आधात किया गया। इसके अलावा अगले दिन भी उसके साथ बेल्ट से मारपीट की गई, थप्पड़ मारा गया और गलियां दी गई। ऐसी हिंसा को झेलने के बाद उसने अपना उचित वेतन मांगा तो उसे और भी क्रूरता का सामना करना पड़ा।

अगले दिन सुबह उसको फिर शारीरिक यातनाऐं की गई, उसके सिर पर वार किया गया और बेल्ट से पीटा गया। सौभाग्य से, उसके कुछ पड़ोसियों और संग्रामी घरेलू कामगार यूनियन (एसजीयू) के सदस्यों ने बीच-बचाव किया; महिला और बच्चों ने जाकर उसे बचाया और पीसीआर वैन को बुलाया।

गुरुवार देर शाम तक सफदरजंग अस्पताल में एमएलसी प्रक्रियाएं की गईं। इस मामले में यूनियन द्वारा तत्काल पुलिस कार्रवाई की मांग की गई।

घटनाएं और भी

इस घटना के बाद और तीन महिला कामगारों ने उसी फ्लैट की “मैडम” के पास काम करते हुए ऐसा अनुभव बताया जहां उनको काम करने के बाद पैसा नहीं दिया गया और पूछने जाने से उनपर हाथ भी उठाया गया था।

इन महिलाओं का कहना था की वो थाना पुलिस के चक्कर से बचना चाहती थी तो आसपास के एक दो लोगों को सूचना देने के अलावा इसमें बहत कुछ नहीं किया, बस उन्होंने फ्लैट में काम करने जाना बंद कर दिया।

संग्रामी घरेलू कामगार यूनियन की माँग

इस मामले में मजदूरों और संग्रामी घरेलू कामगार यूनियन की तरफ से दिल्ली पुलिस से अपनी जांच में तेजी लाने और अपराधियों पर उचित कानूनी करवाई करने की मांग की गई।

साथ ही, नीति निर्माताओं और नियोक्ताओं से आग्रह किया गया कि वे घरेलू कामगारों की सुरक्षा और भलाई को प्राथमिकता दें, भविष्य में दुर्व्यवहार की घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत सुरक्षा उपाय लागू करें। घरेलू कामगारों को श्रम कानून के तहत श्रमिक का कानूनी मर्यादा दिया जाए और उनकी न्यूनतम वेतन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कानूनी हस्तक्षेप किया जाए।