इंदौर: पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट, तीन मजदूर गंभीर रुप से घायल; फैक्ट्री में रस्सी बम बन रहे थे

इससे पूर्व 6 फरवरी को हरदा की पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में 14 श्रमिकों की मौत हुई थी, कई घायल हुए थे। हरदा ब्लास्ट के बाद जिला प्रशासन ने कई फैक्ट्री यह फैक्ट्री सील कर दी थी।

इंदौर के सिमरौल थाना क्षेत्र के आंबा चंदन गांव में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ है। इस घटना में वहां काम कर रहे तीन मजदूर गंभीर रुप से घायल हुए है जिन्हें उपचार के लिए इंदौर के चोइथराम अस्पताल रेफर किया गया है।

जानकारी के मुताबिक इंदौर के सिमरौल थाना क्षेत्र के आंबा चंदन गांव में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ है। बताया जा रहा है कि पटाखा फैक्ट्री में रस्सी बम बन रहे थे। ब्‍लास्‍ट इतना तेज हुआ कि आसपास के लोग दहशत में आ गए।

बीटी दिनों हरदा में हुए हादसे के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री की अनुमति रद्द कर दी थी उसके बाद भी बिना अनुमति के पटाखे बनाएं जा रहे थे।

इस घटना में में घायल हुए मजदूर का नाम रोहित पिता परमानंद निवासी ग्राम दातोदा, उमेश पिता माणिक चौहान और अर्जून पिता नाथू राठौर निवासी महाराष्ट्र है।

फैक्‍ट्री में मची भगदड़

फैक्‍ट्री में ब्‍लास्‍ट होने के बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। काम करने वाले कई मजदूर जान बचाने के लिए वहां से भागे। वहीं आनन-फानन में घायलों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। वहीं मौके से पुलिस को करीब दो ट्रक से अधिक तैयार की गई रस्सी बम, बड़ी मात्रा में बारूद और कच्ची सामग्री मिली है।

हरदा में हो चुका है बड़ा हादसा

ज्ञात हो कि बीते 6 फरवरी को हरदा की पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। हादसे में 14 लोगों की मौत हुई थी। कई लोग घायल हुए थे। हादसे के बाद प्रशासन और पुलिस ने फैक्ट्री मालिक सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

हरदा फैक्ट्री ब्लास्ट के बाद बीते दिनों जिला प्रशासन की टीम ने सुरक्षा मानकों की पूर्ति नहीं पाए जाने पर मौके पर पहुंचकर कई फैक्ट्री को सील करने की कार्रवाई की थी। इंदौर के राऊ, सिमरौल और महू में बड़ी संख्या में पटाखा फैक्ट्री संचालित होती हैं।

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