ईरान ने इजरायल पर किए कई ड्रोन हमले, बरसाए सैकड़ों मिसाइल, अमेरिका को भी दी कड़ी चेतावनी

ईरान ने कहा कि अगर इजरायल ने एक और गलती की तो उसका घातक अंजाम होगा। इज़रायल में इस भेजे गए 600 मज़दूरों सहित लगभग 18,000 भारतीय रहते और काम करते हैं।

मुनाफे की आंधी हवस, बाजार के कब्जे और वर्चस्व की लड़ाई व दुनिया में अपनी लठैटी की बादशाहत के लिए, साम्राज्यवादी देश लगातार दुनिया की जनता को युद्ध में धकेल रहे हैं। रूस-उक्रेन युद्ध से लेकर गाजा (फ़िलिस्टीन) पर इज़रायली कहर से होते हुए अब ईरान-इज़रायल युद्ध का कहर शुरू हो गया है। इन युद्धों के उकसावे का सरगना अमेरिका है और इज़रायल उसके लठैत की भूमिका में नरसंहार में अगुआ बना हुआ है।

ताजा घटना में ईरान ने शनिवार (13 अप्रैल) देर रात इज़रायल पर विस्फोटक ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। ख़बरों में इसे इज़रायल पर ईरान का पहला सीधा हमला बताया गया। ईरान ने कहा कि ये सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले का जवाब था।

इज़रायल पर ईरान ने 150 क्रूज मिसाइल और 200 से ज्यादा ड्रोन के जरिए हमला किया। घटना के बाद से मिडिल ईस्ट (मध्य पूर्व) में तनाव बढ़ गया है।

ताज़ा हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि ईरान और उसके प्रतिनिधियों से खतरों के खिलाफ इज़रायल की सुरक्षा के लिए हम इज़रायल के साथ खड़े है।

इस बीच भारत ने ईरान-इज़रायल के बीच बढ़ते तनाव पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए एक बयान जारी कर दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।

ईरान ने इज़रायली हमले का दिया जवाब

इज़रायल और ईरान में बढ़ते तनाव के बीच शनिवार को ईरानी कमांडो ने 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों को ले जा रहे एक इज़रायल संबद्ध कंटेनर जहाज को जब्त कर लिया था। ये पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव की ताजा घटना है।

सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए के अनुसार, ईरान के अर्द्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के सदस्य एक हेलीकॉप्टर से होर्मुज जलडमरूमध्य के पास पुर्तगाली ध्वज वाले ‘एमएससी एरीज़’ जहाज पर उतरे और जहाज को अपने कब्जे में ले लिया। ये जहाज ईरान की ओर जा रहा था।

यह जब्ती इस महीने सीरिया के दमिश्क में एक ईरानी वाणिज्य दूतावास की इमारत पर एक संदिग्ध इज़रायली हमले के बाद हुई, जिसमें एक वरिष्ठ गार्ड जनरल सहित 12 लोग मारे गए थे। उस समय ईरान ने हमले का बदला लेने की की बात कही थी।

जब्ती जहाज में 17 भारतीय नागरिक

यह जहाज लंदन स्थित ज़ोडियाक मैरीटाइम से जुड़ा है, जो इज़रायली अरबपति इयाल ओफ़र के ज़ोडियाक समूह का हिस्सा है। जिनेवा स्थित एमएससी ने बाद में जब्ती की बात स्वीकार की और कहा कि जहाज पर चालक दल के 25 सदस्य सवार थे। आईआरएनए ने कहा कि रिवोल्यूशनरी गार्ड की नौसेना की एक विशेष इकाई ने जहाज पर हमला किया था।

भारत में सूत्रों ने कहा है कि विमान में 17 भारतीय नागरिक हैं और अधिकारी भारतीयों की सुरक्षा और शीघ्र रिहाई के लिए तेहरान के संपर्क में हैं।

अमेरिका को ईरान की चेतावनी

ईरान ने इजरायल के सबसे करीबी सहयोगी अमेरिका को भी कड़ी चेतावनी दी और उसे इज़रायल के साथ चल रहे संघर्ष से दूर रहने को कहा। ईरान ने इसी के साथ ही कहा कि अगर इजरायल ने ‘एक और गलती’ की तो उसका घातक अंजाम होगा।

यूएन में ईरान ने कहा

यूएन में ईरान के स्थायी मिशन ने कहा कि अपनी रक्षा से संबंधित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के आधार पर, ईरान की सैन्य कार्रवाई दमिश्क में हमारे राजनयिक परिसर के खिलाफ जायोनी शासन की आक्रामकता के जवाब में थी। अब मामले को समाप्त माना जा सकता है।

इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा हमला रोकने का दावा

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम ने शनिवार को शुरू किए गए ईरानी हमलों को रोक दिया। जमीन पर मौजूद सीएनएन टीम ने यरूशलेम के आसमान में विस्फोटों और सायरन बजते हुए सुना।

सीएनएन के एक रिपोर्टर ने कहा, “हम अपने ऊपर आसमान में अलग-अलग दिशाओं से आने वाले कई मिसाइलों को देख रहे हैं। यह बताना मुश्किल है कि आने वाली मिसाइल कौन सी है।

एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने रविवार को कहा कि ईरानी हमलों के बीच हम इजरायल के साथ खड़े हैं और हमने इजरायल को निशाना बनाने वाले कई ईरानी ड्रोनों को मार गिराया है।

इजरायली पीएम नेतन्याहू बोले- अब हम इसका जवाब देंगे

इज़रायल पर ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू होने के बाद इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रक्षात्मक और आक्रामक तरीके से जवाब देने की कसम खाई और कहा कि इज़रायल वर्षों से ईरान द्वारा सीधे हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहा है।

सैन्य मामले में ईरान इज़रायल से ज्यादा ताक़तवर

दुनिया के 145 देशों में ताकतवर मिलिट्री के मामले में ईरान 14वें स्थान पर है, जबकि इजरायल 17वें स्थान पर। ईरान की कुल आबादी 8.75 करोड़ से ज्यादा है, इजरायल की लगभग 90 लाख है। ईरान के पास कुल सैनिकों की संख्या 11.80 लाख है, जबकि इजरायल के पास 6.70 लाख।

ईरान के पास 2.20 लाख पैरा-मिलिट्री है, जबकि इजरायल के पास मात्र 35 हजार सैनिक। ईरान के पास कुल 42 हजार वायुसैनिक हैं, इजरायल के पास 89 हजार। ईरान के पास 3.50 लाख थल सैनिक, तो इजरायल के पास 5.26 लाख। ईरान के पास कुल 18,500 नौसैनिक हैं, जबकि इजरायल के पास 19,500।

ईरान की वायुसेना के पास 551 एयरक्राफ्ट रिजर्व में हैं. जबकि, 358 एक्टिव हैं। वहीं इजरायल के पास 612 रिजर्व और 490 एक्टिव एयरक्राफ्ट हैं। ईरान के पास  186 फाइटर जेट्स हैं, जिनमें से 121 हर समय हमले के लिए तैयार रहते हैं. जबकि इजरायल के पास 241 फाइटर जेट्स हैं, जिनमें से 193 हमला के लिए रेडी रहते हैं. यानी इन मामलों में भी इजरायल ईरान से काफी आगे है।

ईरान के पास 86 ट्रांसपोर्ट विमान हैं, जिनमें से 56 एक्टिव हैं। इजरायल के पास 12 हैं, जिनमें से 10 एक्टिव सर्विस में हैं, दो स्टॉक में है। ईरान के पास 102 ट्रेनर्स हैं, इजरायल के पास 155 ट्रेनर्स एयरक्राफ्ट हैं। ईरान के पास 129 हेलिकॉप्टर्स हैं, जिनमें से 84 रेडी मोड हैं; जबकि इजरायल के पास 146 हेलिकॉप्टर्स हैं, जिनमें से 117 एक्टिव मोड में हैं। ईरान के पास 13 अटैक हेलिकॉप्टर हैं, जबकि इजरायल के पास 48 हैं।