लोकार्पण: स्वास्थ्य के निजीकरण का हाल बताती पुस्तिका ‘बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था : क्या है विकल्प?’
नब्बे दशक से पहले की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के समाधान के नाम पर उदारीकरण और वैश्वीकरण की नीतियाँ लागू करते...
नब्बे दशक से पहले की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के समाधान के नाम पर उदारीकरण और वैश्वीकरण की नीतियाँ लागू करते...
मज़दूर-मेहनतकश के विकट शोषण, महँगाई, बेरोजगारी, धर्म के नाम पर दंगे-फसाद के खिलाफ अमन-चैन व भाई-चारे के लिए अडानी-अंबानी-मोदी गठजोड़...
सराभा महापंचायत को केंद्र और राज्य सरकार चुनौती समझे। भारत सरकार डब्ल्यूटीओ के दबाव में है। किसानों की जमीनें जबरन...
जींद में हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले नीलम के समर्थन में खाप पंचायत आयोजित; तीन प्रस्तावों में उसकी...
प्रबंधन द्वारा मज़दूरों की एकता को तोड़ने का प्रयास विफल। यूनियन "एक मजदूर की नौकरी पर हमला सब मजदूर की...
घटना उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट के धाल्टिटाह गांव में एक साल से बंद पड़े ईंट-भट्ठे को फिर से...
यही है “गुजरात मॉडल” जिसका प्रचार 2014 के लोकसभा चुनावों में मोदी की छवि चमकाने के लिए हुआ था और...
45 साल पहले बांध निर्माण; पर्याप्त मुआवज़े की मांग;1 दिसम्बर से क़रीब सौ प्रदर्शनकारी दिन में घुटनों तक, कभी गर्दन...
21 दिसंबर को वन परिसर रामनगर में धरने की घोषणा। 9 दिसंबर को समाधान हेतु 4 दिन का वक्त दिया...
विभिन्न जनवादी, प्रगतिशील व क्रांतिकारी संगठनों द्वारा फासीवादी और नव उदारवादी हमले के खिलाफ एकजुट आवाज़ बुलंद। बंगाल, झारखंड के...