अमेरिका में ऑटो वर्कर्स की सबसे बड़ी हड़ताल जारी

यूनाइटेड ऑटो वर्कर्स (यूएडब्ल्यू) यूनियन के बैनर तले हड़ताल पर बैठे श्रमिकों कि मांग है की उन्हें बेहतर पारिश्रमिक मिले। कर्मचारी वेतन में बढ़ोतरी, प्रॉफिट, काम से सम्बंधित लाभ और अन्य कुछ सुविधाओं की मांग कर रहे हैं

अमेरिका में शुक्रवार (15 सितंबर 2023) से करीब 13 हजार ऑटो कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. यूनाइटेड ऑटो वर्कर्स (यूएडब्ल्यू) यूनियन के बैनर तरले ये कर्मचारी वेतन में बढ़ोतरी, प्रॉफिट और अन्य कुछ सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. शुक्रवार को यूनाइटेड ऑटो वर्कर्स (यूएडब्ल्यू) यूनियन और तीन बड़े अमेरिकी वाहन निर्माताओं (जनरल मोटर्स, फोर्ड मोटर और स्टेलंटिस) के बीच इन मुद्दों पर बातचीत थी, लेकिन सहमति न बन पाने के बाद यूनियन ने हड़ताल का ऐलान कर दिया.

द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह हड़ताल पूरी तरह 1से वॉकआउट नहीं है, क्योंकि यूनियन के लगभग 150,000 सदस्यों में से एक छोटे प्रतिशत ने हड़ताल का ऐलान किया है. हालांकि, यदि यूनियन और वाहन निर्माता जल्द ही किसी समझौते पर नहीं पहुंचते हैं, तो हड़ताल में और कर्मचारी शामिल हो सकते हैं.

क्या मांग कर रही है यूनियन?

असोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूनियन चार वर्षों में 40% वेतन वृद्धि की मांग कर रही है – एक शीर्ष स्तर के असेंबली प्लांट कर्मचारी को अभी प्रति घंटे लगभग 32 डॉलर मिलते हैं. यह राशि हाल के वर्षों में ऑटो कर्मचारियों को दी गई कम वेतन वृद्धि और 2008 के वित्तीय संकट के बाद कुछ लाभों को छोड़ कर यूनियन की ओर से किए गए समझौते की भरपाई के लिए है. इसके अलावा, 2007 के बाद नियुक्त यूएडब्ल्यू श्रमिकों को परिभाषित-लाभ पेंशन नहीं मिलती है.

पेंशन बहाली की भी मांग

संघ अब सभी श्रमिकों के लिए कॉस्ट ऑफ लिविंग लागत और पेंशन की बहाली की मांग कर रहा है. इसके अलावा काम के घंटों को कम करने, साथ ही कारखाने की नौकरियों के लिए वेतन के विभिन्न स्तरों को समाप्त करने की भी मांग की गई है. हालांकि शीर्ष स्तर के श्रमिकों को प्रति घंटे 32 डॉलर मिलते हैं, नए कर्मचारियों को केवल 17 डॉलर प्रति घंटे तक मिलते हैं.

कंपनियों ने क्या पेशकश की है?

14 सितंबर तक, जीएम चार वर्षों में 20% वेतन वृद्धि की पेशकश कर रहा है. फोर्ड ने भी इतनी ही रकम की पेशकश की है. एपी ने कहा कि स्टेलेंटिस की ओर से अंतिम ज्ञात पेशकश 17.5% थी, लेकिन कंपनी ने तब से एक और पेशकश की है. हालांकि हड़ताल पर गए कर्माचरियों ने इस ऑफर को ठुकरा दिया है.

हड़ताल का उपभोक्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

अगर हड़ताल तीन सप्ताह या उससे अधिक समय तक जारी रहती है तो कारों की कीमतें बढ़ सकती हैं. एपी की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त के अंत में, तीनों वाहन निर्माताओं के पास सामूहिक रूप से 70 दिनों तक चलने के लिए पर्याप्त वाहन थे. एक बार जब कंपनियों के पास कारों की कमी होने लगेगी, तो उपभोक्ता गैर-संघ वाहन निर्माताओं के पास जा सकते हैं, जो उनसे अधिक रेट वसूलेंगे. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, यह हड़ताल ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका में कार की कीमतें पहले से ही बढ़ रही हैं, और ऑटो ऋण पर औसत ब्याज दरें बढ़ रही हैं, इससे उपभोक्ताओं के लिए कार खरीदना कठिन हो जाएगा.

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