भाजपा सरकार द्वारा पंचकूला में शिक्षकों का बर्बर दमन

जन संघर्ष मंच हरियाणा द्वारा विरोध प्रदर्शन

भाजपा सरकारों द्वारा जायज हकों के लिए उठनेवाले हर आवाज़ को लाठी-डंडों से कुचलना तेज होता जा रहा है। ताजा घटना हरियाणा के पंचकुला का है, जहाँ कम्पूटर शिक्षक-शिक्षिकाओं का बर्बर पुलिसिया दमन हुआ।

पंचकूला में 17 सितम्बर को शिक्षा विभाग में समायोजन की माँग पर आन्दोलित महिला और पुरुष कंप्यूटर शिक्षकों पर हरियाणा पुलिस ने जमकर कहर ढहाया। लगभग 20 से ज्यादा शिक्षकों को चोटें लगी। कई के सिर फट गए। कई महिलाएं घायल हो गईं। बेरहमी यह कि घायलों को अस्पताल ले जाने की जगह पुलिस बसों में ठूंसकर थाने ले गई और उनपर फर्जी मुक़दमें ठोंक दिये।

ज्ञात हो कि करीब 2200 कंप्यूटर शिक्षक वर्ष 2013 से शिक्षा विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। पिछले 6 वर्षों के दौरान सरकार द्वारा 10 बार से ज्यादा उनकी सेवा को समाप्त किया जा चुका है। सरकार शिक्षकों का स्थायी समाधान करने की बजाय सड़क पर धकेल रही है। सवाल यह है कि जब शिक्षा विभाग के पास स्थायी पॉलिसी के तहत कंप्यूटर शिक्षकों के 3216 पद स्वीकृत हैं तो सरकार उनको समायोजित क्यों नहीं कर रही।


जन संघर्ष मंच हरियाणा ने गोहाना में किया पुताला दहन

कंप्यूटर शिक्षकों पर बर्बर लाठीचार्ज और गेस्ट टीचर्स पर झूठे मुकदमे दर्ज करने का जन संघर्ष मंच हरियाणा व समतामूलक महिला संगठन ने तीखा विरोध जताया और गोहाना के समता चौक पर प्रदर्शन कर भाजपा सरकार का पुतला दहन किया। इसमें सर्व कर्मचारी संघ के लोग भी शामिल रहे।


जन संघर्ष मंच हरियाणा के प्रांतीय सलाहकार डॉक्टर सी डी शर्मा ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि मुख्यमंत्री गर्दन काटने को आगे बढ़ते हैं, उनकी पुलिस अध्यापकों पर लाठियां बरसाती है।


डॉ. सुनीता त्यागी ने कहा कि कंप्यूटर टीचर्स पर उन की जायज माँगों के लिए वाटर केनन और बर्बर लाठीचार्ज करना घोर निंदनीय कृत्य है।


इस कार्यक्रम में धर्मपाल मलिक, ललित रावत, सतपाल कश्यप, नरेश खण्डेवाल, रेखा त्यागी आदि ने भी शिरकत की।

चुनाव में भाजपा को सबक सिखाना होगा!


जन संघर्ष मंच हरियाणा के हलका थानेसर से उम्मीदवार मज़दूर नेता कामरेड करनैल सिंह ने एक बयान में कहा कि एक तरफ तो मोदी व खट्ट्टर सरकार ‘सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास’ आदि के खोखले दावे करती है और दूसरी तरफ पिछले 45 साल के बाद इस समय सबसे अधिक बेरोजगारी की मार सहन कर रहे शिक्षित युवाओं के बारे में बेतुका बयान यह सिद्ध करता है कि इन सरकारों के पास पढ़े-लिखे नौजवानों व देश की जनता को देने के लिए सिर्फ एक ही चीज बची है, झूठे मुकदमे, लाठी, गोली।


उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की खट्ट्टर सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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