वोल्टास लिमिटेड पंतनगर में रुपए 15000 का 5 साल के लिए समझौता सम्पन्न

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समझौता जनवरी 2023 से दिसंबर 2027 तक की अवधि के लिए है। कुछ सुविधाएं भी बढ़ीं। जबकि विगत माँगपत्र के समय निष्कासित श्रमिकों का मुद्दा अभी भी विवादित है और उनकी कानूनी लड़ाई जारी है।

पंतनगर, उधम सिंह नगर (उत्तराखंड)। वोल्टास लिमिटेड सिडकुल पंतनगर में यूनियन और प्रबंधन के बीच 5 साल के लिए रुपए 15000 का सीटीसी में समझौता संपन्न हो गया है। दोनों पक्षों ने 14 अप्रैल को हस्ताक्षर कर दिया। हालांकि बर्खास्त श्रमिकों का मुद्दा अभी भी श्रम न्यायालय में विचाराधीन है।

ज्ञात हो कि पिछले समझौते की अवधि 31 दिसंबर 2022 को समाप्त हो गई। वोल्टास एम्प्लाइज यूनियन ने 8 दिसंबर, 2022 को अपना नया मांग पत्र प्रबंधन के समक्ष प्रस्तुत किया था। कई दौर की वार्ताओं के बाद समझौता संपन्न हो गया।

इस समझौते के तहत 5 साल में कुल बढ़ोतरी सीटीसी में ₹15000 (वास्तविक वृद्धि ₹13,990) हुई। जो प्रत्येक साल बराबर-बराबर 20% के हिसाब से श्रमिकों को प्राप्त होगी।

समझौता के मुख्य बिन्दु-

समझौता 1 जनवरी 2023 से 31 दिसंबर 2027 तक की अवधि के लिए है।

वेतन वृद्धि-

  • समझौता 5 वर्षो के लिए ₹15000 सीटीसी (CTC=PF+Gratuity, वास्तविक वृद्धि ₹13,990)
  • 20% के हिसाब से ₹3000 (ग्रास में ₹2798) प्रतिवर्ष;
  • कुल वेतन वृद्धि का 40% बेसिक में समायोजित होगा।

अन्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी-

  • प्रत्येक श्रमिक के लिए ₹25 लाख की दुर्घटना बीमा (जो पहले ₹15 लाख था);
  • सामान्य मृत्यु पर ₹20 लाख की सहायता राशि (जो पहले ₹5 लाख था);
  • वार्षिक स्वास्थ्य जांच में ecg, x-ray, व अल्ट्रासाउन्ड बढ़ाया गया।

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में यूनियन की ओर से सुरेश चंद पांडे, पुरुषोत्तम कुमार, राजेंद्र सती, प्रकाश चंद जोशी, प्रवीण कुमार, खीमानंद और गणेश पांडे तथा प्रबंधन की ओर से नवीश हेगड़े, आशु दीप सद्दी, एंथोनी विल्सन, जोगेंद्र सिंह, शिशिर महाडिक व अजय पाल पवार शामिल रहे।

https://mehnatkash.in/2021/07/23/salary-agreement-reached-in-voltas-president-and-general-secretary-objected/

बर्खास्त श्रमिकों की क़ानूनी लड़ाई जारी

वोल्टास लिमिटेड में पिछले मांग पत्र पर एक लंबे समय तक गतिरोध की स्थिति बनी रही। उस दौरान प्रबंधन ने यूनियन के तत्कालीन अध्यक्ष व महामंत्री सहित 8 श्रमिकों की अवैध रूप से सेवा समाप्त कर दी थी, जबकि एक श्रमिक बर्खास्त हुआ था। जिसको लेकर जुझारू आंदोलन भी हुआ।

उसी दरमियान 15 जुलाई 2021 को वोल्टास एंप्लाइज यूनियन ने मांग पत्र पर 5 साल का समझौता कर लिया था, लेकिन बाकी 9 श्रमिक बाहर रह गए थे। तब से उन श्रमिकों का कानूनी संघर्ष जारी है। इस बीच तीन श्रमिकों ने अपना हिसाब भी ले लिया।

गौरतलब है कि माँगपत्र के कारण ये श्रमिक प्रबंधन के प्रतिशोध का शिकार बने थे। 8 श्रमिकों पर किसी प्रकार का कोई आरोप भी नहीं है, केवल कथित रूप से प्लांट में काम ना होने के आधार पर सेव समाप्ति हुई थी। वर्तमान समझौते में भी बाहर निकाले गए इन श्रमिकों की कार्यबहाली का मुद्दा सामने नहीं आया और उनकी कानूनी लड़ाई लगातार जारी है।

उल्लेखनीय है कि वोल्टास लिमिटेड, पंतनगर में एसी उत्पाद का काफी बड़ा प्लांट है। इसके बावजूद महज 38 स्थाई श्रमिक थे। प्रबंधन द्वारा 9 श्रमिकों की गैरक़ानूनी छँटनी और एक श्रमिक के स्टाफ में जाने के बाद अभी महज 28 स्थाई श्रमिक कार्यरत हैं। जबकि प्लांट, कार्य व उत्पादन में काफी विस्तार हो रहा है।