मानेसर: मारुति सुजुकी पावर ट्रेन एम्पलाई यूनियन का 13वां झंडा दिवस पूरे उत्साह के साथ मना

इस दौरान हक़ के लिए एकताबद्ध संघर्ष बढ़ाने, मज़दूर विरोधी लेबर कोड का विरोध करने, मारुति मानेसर मज़दूरों के दमन दिवस 18 जुलाई पर बड़ा कार्यक्रम करने का निर्णय हुआ।
मानेसर, गुड़गांव। 20 जून को मारुति सुजुकी पावर ट्रेन एम्पलाई यूनियन का 13वां झंडा दिवस पूरे उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। जहां पावर ट्रेन के मज़दूर साथियों की जोरदार भागीदारी के साथ गुड़गांव क्षेत्र की तमाम यूनियनों व मारुति सुजुकी के चारों प्लांट की यूनियनों के साथी उपस्थित रहे।
इस दौरान हुई सभा में मारुति में और क्षेत्र में मज़दूर हक़ और यूनियन बनाने के संघर्ष की चर्चा हुई और आज के कठिन हालात में मजदूरों के अधिकारों को बचाने के लिए कैसे संघर्ष किया जाएगा इसपर भी बात हुई। इलाके में मज़दूर एकता मजबूत करने पर जोर दिया गया।
वक्ताओं द्वारा मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे मज़दूर विरोधी चार लेबर कोड का विरोध किया गया और इसके लिए मिलजुल कर आंदोलन करके आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
इसके साथ ही मारुति मानेसर के मज़दूरों के दमन दिवस 18 जुलाई को मिलजुल कर बड़ा कार्यक्रम करने का निर्णय हुआ।
ज्ञात हो कि 18 जुलाई 2012 को प्रबंधन के षड्यंत्र से मानेसर प्लांट में हुई घटना के बाद 148 मजदूरों को जेल मे डाल दिया गया था। स्थाई-अस्थाई करीब 2300 मजदूरों को काम से बाहर कर दिया गया। इस दौरान अन्यायपूर्ण सजायाफ्ता 13 साथियों मे से तीन साथी न्याय की आस लगाए अकाल मौत के शिकार हो चुके हैं। काफी संघर्षों के बाद शेष 10 साथियों को जमानत मिल पाई है। अभी सबकी बेगुनाही और सभी पीड़ित साथियों की कार्यबहाली का संघर्ष जारी है।
झण्डा रोहण दिवस कार्यक्रम में गुड़गांव मानेसर की तमाम यूनियनों ने भागीदारी की। जिसमें मारुति सुजुकी पावर ट्रेन यूनियन से प्रधान मनोज यादव व माहसचिव संदीप, मारुति सुजुकी गुड़गांव से यूनियन प्रधान ऋषि व माहसचिव राजेश, मारुति सुजुकी मानेसर यूनियन से प्रधान अजमेर व माहसचिव संजय, सुजुकी बाइक प्लांट से प्रधान जयपाल आदि शामिल रहे।
कार्यक्रम में एटक से अनिल पवार, एचएमएस से जसपाल राणा, मज़दूर सहयोग केन्द्र से खुशी राम, बेलसोनिक यूनियन से राजपाल और अतुल, रिको धरूहेड़ा से सतीश खडकर, परफेरी यूनियन, मुंजाल सोवा, मुंजाल कुरु आदि यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
इसके साथ मारुति सुजुकी पावर ट्रेन के सूबे सिंह सहित तीन बर्खास्त साथी तथा मारुति मानेसर के बर्खास्त साथी कटार सिंह, सतीश, सुरेन्द्र मालिक, सुरेन्द्र कौशिक आदि भी शामिल रहे।