ग्रामीण मजदूर यूनियन बिहार द्वारा मनरेगा कार्यालय में दो दिनी तालाबंदी जीत के साथ समाप्त

मनरेगा मजदूरों का 2020 से बकाया वेतन का भुगतान हो, समय से वेतन मिले, समस्याओं के लिए अलग काउंटर बने, बिचौलिये के माध्यम से बंदर-बांट बंद हो आदि 6 सूत्रीय माँग।
सासाराम (बिहार)। ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार द्वारा मनरेगा के विभिन्न मांगों को लेकर मनरेगा प्रखंड कार्यालय काराकाट (गोड़ारी) में दो दिन से जारी तालाबंदी और मज़दूरों के आक्रामक तेवर के बाद प्रखंड कार्यक्रम अधिकारी काराकाट द्वारा सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन के बाद 11 जून को समाप्त हो गया।
ज्ञात हो कि को मनरेगा कार्यालय में ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार द्वारा मनरेगा के विभिन्न मांगों को लेकर मनरेगा प्रखंड कार्यालय काराकाट (गोड़ारी) में 10 जून से तालाबंदी कर दी थी जो 11 जून को भी जारी रही।
हॉफ सेंचुरी के नजदीक पहुंचे पारा से तपती धरती, आग उगलती सूर्य की किरणें, आग की लपटों की भांति चलती हवा के बीच मज़दूरों, जिनमें भारी संख्या महिला मज़दूरों की थी, ने कार्यक्रम अधिकारी का जोरदार घेराव किया।

मनरेगा मज़दूरों का दो दिनी जुझारू तेवर
बिहार ग्रामीण मजदूर यूनियन के बैनर तले सोमवार को धरना प्रदर्शन के दौरान मनरेगा में कार्यरत मजदूरों में कार्यालय में तालाबंदी कर दी। इस दौरान गुस्साए मजदूरों ने पुनः मंगलवार को भी जोरदार प्रदर्शन करते हुए कार्यालय में घुसकर अधिकारी का घेराव किया और जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रखंड के विभिन्न पंचायत से जुटी महिला एवं पुरुष मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा में काम करने वाले कई मजदूरों का वेतन 2020 एवं उसके बाद से ही है बकाया है, जिसका आज तक भुगतान नहीं किया गया और नहीं कोई सुनवाई हो रही है।
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने आरोप लगाया कि पंचायत रोजगार सेवक के बिचौलिये के माध्यम से पैसे की निकासी कर बंदर बांट कर रहे हैं।
मज़दूरों ने कहा कि सामूहिक रूप से मजदूरों के खाते में जमा कर पैसे की निकासी कर ली जाती है और इस क्रम में वैसे लोगों को भी पैसा दे दिया जाता है जिनका मजदूरी से कोई नाता और लेना-देना नहीं रहता है। वास्तविक मजदूरी का पैसा मजदूरों को आज तक नहीं दिया गया है।

यूनियन की मुख्य मांगे :-
- मनरेगा में बकाये मजदूरी का भुगतान जल्द करो।
- नियमानुसार समय से मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करो।
- मनरेगा संबंधित सभी आवेदनों को जमा करने के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था करो।
- मनरेगा कर्मचारी/पीआरएस द्वारा पंचायत जनप्रतिनिधियों, दलालों और दवगों से सांठगांठ कर मनरेगा धनराशि में मचाए जा रहे लूट पर रोक लगाओ।
- मनरेगा में गैर कार्यरत व्यक्ति के नाम पर पैसों की निकासी कर बंदरबांट किया जा रहा है। इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करो।
- मनरेगा में कार्यस्थल पर खांची, कुदाल, पानी, छाव के लिए टेंट, दवा की व्यवस्था के साथ कार्यस्थल पर बोर्ड लगानी है पर ऐसा नहीं होता है इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
प्रदर्शन के बीच समझौता
दो दिन से मनरेगा के विभिन्न मांगों को लेकर जारी दूसरे दिन प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी मजदूर हाथ में झाड़ू और झंडा लेकर अपनी मांगों को पूरा करने के लिए आवाज बुलंद कर रहे थे। हाथ में झाड़ू लिए मजदूरों ने कार्यक्रम अधिकारी का घेराव किया।
काफी खींच तान के बाद और अक्रामक रुख को देखते हुए 11 जून को प्रखंड कार्यक्रम अधिकारी काराकाट ने यूनियन के साथियों के साथ सम्मान जनक व्यवहार करते हुए सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
इसके तहत मनरेगा में बकाये मजदूरी का भुगतान जल्द करने के लिए मस्टर रोल किस मजदूर के नाम से निकले इस हेतु मजदूर प्रतिनिधियों को 12 जून को प्रखंड कार्यालय में बुलाया है।
मनरेगा संबंधित सभी आवेदनों को जमा करने के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था कल ही से शुरु हो जाएगी।
तत्पश्चात दो दिवसीय इस कार्यक्रम को समाप्त कर दिया गया।