उत्तराखंड : मोर्चा ने श्रमायुक्त से मिलकर उठाईं श्रमिक समस्याएं; निस्तारण का मिला आश्वासन

0
0

श्रमिक संयुक्त मोर्चा ने विभिन्न श्रमिक समस्याओं के समाधान हेतु श्रमायुक्त को ज्ञापन देकर वार्ता की। एलसी ने रुद्रपुर में डीएलसी की तैनाती सहित विभिन्न मुद्दों को गंभीरता से लिया।

हल्द्वानी (उत्तराखंड)। आज 6 दिसम्बर को श्रम भवन‌ हल्द्वानी में श्रमिक संयुक्त मोर्चा ऊधम सिंह नगर का प्रतिनिधि मंडल, व सिडकुल पंतनगर, सितारगंज की विभिन्न यूनियनों के प्रतिनिधि द्वारा श्रमिक समस्याओं के समाधान हेतु उत्तराखंड के श्रमायुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन दिया और जल्द समाधान करने को कहा। एलसी महोदय ने जल्द समाधान का वायदा किया।

बंदी/पलायन के खिलाफ एचपी इंडिया के मज़दूरों का धरना जारी

एचपी इंडिया सिड़कुल, पंतनगर की बंदी/राज्य से पलायन से पीड़ित एच पी मजदूर संघ द्वारा श्रम भवन हल्द्वानी में धरना 97 दिन भी जारी रहा।

उल्लेखनीय है कि सिड़कुल, पंतनगर स्थित लैपटॉप-डेस्कटॉप, कंप्यूटर पार्ट्स और प्रिंटर बनाने वाली अमेरिकी कंपनी हैवलैट पैकर्ड (एचपी) ने साजिशन प्लांट में छँटनी के लिए वीसएस स्कीम लागू हुई, फिर कुछ श्रमिकों को चेन्नई स्थित नए प्लांट में भेजा गया। स्थाई श्रमिकों को सवैतनिक अवकाश देकर लगातार बैठाया गया। इस बीच करीब 250 ठेका श्रमिकों को निकाला गया।

अंततः बीते 1 सितंबर को प्लांट में बंदी की सूचना लगाकर मज़दूरों के पेट पर लात मार दिया। तबसे मज़दूरों का संघर्ष लगातार जारी है। एचपी मज़दूर श्रमायुक्त कार्यालय हल्द्वानी में दिनांक 27/10/2021 से धरने पर बैठे हुए हैं।

https://mehnatkash.in/2021/10/31/hp-workers-continue-indefinite-strike-in-shram-bhawan-haldwani-against-the-captive/

माइक्रोमैक्स के श्रमिकों का कार्यबहाली के लिए संघर्ष जारी

आज भगवती-माइक्रोमैक्स के मज़दूरों ने कोर्ट के आदेश के परिपालन में 351 श्रमिकों की कार्याबहाली की माँग के साथ एच पी मजदूर संघ को समर्थन देकर श्रम भवन में एक दिवसीय धरना दिया।

ज्ञात हो कि 27 दिसंबर 2018 को सिड़कुल, पंतनगर स्थित भगवती-माइक्रोमैक्स के 303 मज़दूरों की गैरकानूनी छँटनी हुई थी। इसी के साथ अवैध रूप से 47 श्रमिकों को ले ऑफ के बहाने बैठाया गया, जबकि यूनियन अध्यक्ष को बर्खास्त कर दिया। तबसे 351 मज़दूर जमीनी लड़ाई से कोर्ट तक की लड़ाई लड़ रहे हैं।

इस बीच 3 मार्च, 2020 को औद्योगिक न्यायाधिकरण ने छँटनी को अवैध घोषित कर दिया था और समस्त श्रमिकों को सारे देयकों के साथ कार्यबहाली का आदेश पारित किया। लेकिन मज़दूर आज भी न्याय के लिए ठोकरें खा रहे हैं और संघर्षरत हैं।

आज के प्रदर्शन में गुजरात अंबुजा, मंत्री मेटेलिक आदि के साथी शामिल रहे।

https://mehnatkash.in/2021/09/21/1000-days-of-struggle-3-cms-changed-in-uttarakhand-but-no-justice-for-micromax-workers/

ज्ञापन द्वारा उठी विभिन्न श्रमिक समस्या

श्रमायुक्त को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से सिड़कुल की विभिन्न कंपनियों में गैर क़ानूनी छँटनी, बर्खास्तगी, कंपनियों के सब्सिडी खाकर राज्य से पलायन, माँगपत्रों का समाधान ना होने आदि प्रमुख माँगों के साथ ऊधम सिंह नगर में स्थाई डीएलसी नियुक्त करने सहित विभिन्न मुद्दे उठे।

ज्ञापन के माध्यम से भगवती प्रोडक्ट्स (माइक्रोमैक्स), एचपी इंडिया, अमूल ऑटो आदि बंद कारखानों को खोलकर समस्त श्रमिकों की कार्यबहाली कि माँग हुई। इसके साथ वोल्टास, गुजरात अंबुजा, इंटरार्क बिल्डसस पंतनगर व किच्छा, एलजीबी, बजाज मोटर्स, लुकास टीवीएस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, महिंद्रा सीआईई, करोलिया लाइटिंग, बीसीएच इलेक्ट्रिकल, पारले पंतनगर व पारले सितारगंज; मंत्री मेटल्स; ऑटो लाइन आदि कम्पनियों में पीड़ित श्रमिकों की कार्यबहाली सहित माँग पत्र के समाधान व श्रमिक उत्पीड़न पर रोक लगाने का मुद्दा उठा।

इसके साथ ही ऊधमसिंह नगर में नियमित उप श्रमायुक्त की नियुक्ति व श्रम विभाग में लंबित श्रमिक समस्याओं का यथाशीघ्र निस्तारण कराने; ईएसआई अस्पताल में उच्च स्तरीय चिकित्सक, सुविधाओं के साथ समस्त श्रमिकों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने व सिडकुल क्षेत्र में आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के उचित प्रबंध करने जैसे मुद्दे उठे।

श्रमायुक्त महोदय ने सभी समस्यों को संजीदगी से सुना और रुद्रपुर में नियमित उप श्रमायुक्त की जल्द तैनाती सहित समस्यों के यथाशीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।

ज्ञापन के साथ वार्ता करने वाले प्रतिनिधि मण्डल में निरंजन लाल, दीपक सनवाल, राम जीत सिंह, भवान सिंह, मनोज पंतोला व दीपक पंत आदि शामिल रहे।