निजी हाथों रेल ट्रेन संचालन पर मुहर

आईआरसीटीसी चलाएगी दो तेजस ट्रेन

★ ट्रेनों का किराया माँग आधारित होगा
★ टिकट की जांच रेलवे स्टाफ नहीं करेगा

पूरे रेलवे को निजी मुनाफाखोरों के हाथों में सौंपने की दिशा में रेल मंत्रालय द्वारा 2 तेजस ट्रेनों को 3 साल के लिए ट्रायल पर चलाने की तैयारी पूरी हो गई है। ये ट्रेनें अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल और दिल्ली-लखनऊ रुट पर चलेंगी, जिन्हें अभी आईआरसीटीसी चलाएगा, जिसे बाद में प्राइवेट कंपनियों को दे दिया जाएगा।

इन ट्रेनों में किराया माँग के आधार पर होगा। यानी ट्रेन में जितनी सीटें कम होती जाएंगी, किराया उतना बढ़ता जाएगा। उदाहरण के लिए 15 दिन पहले जो किराया 500 रुपए होगा वह अंतिम दिन बढ़कर 3000 रुपए हो सकता है।

यही नहीं रेलवे बोर्ड द्वारा तैयार किए गए ब्लूप्रिंट के अनुसार इन ट्रेनों में कोई छूट, विशेषाधिकार, या ड्यूटी पास की अनुमति नहीं दी जाएगी।

महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इन ट्रेनों में टिकट की जांच कार्य रेलवे स्टाफ द्वारा नहीं किया जाएगा। यानी ठेके के टीटी रखे जाएंगे। इन ट्रेनों का नंबर भी अलग तरीके का होगा। इन ट्रेनों का किराया क्या होगा अभी यह तय नहीं हुआ है।

ज्ञात हो कि इससे पूर्व रेलवे के सभी 7 कोच, इंजन और पटरी निर्माण के कारखानों के निगमीकरण की घोषणा हो चुकी है, जो निजीकरण की ओर जाएगी। जिसके खिलाफ रेल कारखानों के मजदूरों का आंदोलन लगातार जारी है। प्राइवेट कंपनियों द्वारा रेल ट्रेन चलाने की कवायद पूरी हो चुकी है। इस बहाने मनमाना किराया वसूलने और रेलवे स्टाफ की छँटनी का भी इंतजाम हो चुका है। दुनिया की सबसे बड़ी रेल सेवाओं में से एक भारतीय रेलवे 1853 में अपनी स्थापना के समय से सरकार के हाथों में रही है।

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में रेलवे के विस्तार के लिए सरकारी और निजी कंपनियों के बीच भागीदारी की बात कही थी। पिछले कुछ सालों में अलग-अलग सरकारें इसके कुछ कामों जैसे कैटरिंग, ट्रेनों के भीतर की सेवाएं और कुछ दूसरे कामों को निजी कंपनियों को सौंपती रही हैं।

उधर रेलवे स्टेशन पर होने वाले रिजर्वेशन काउंटरों को बंद करके उसे भी निजी हाथों में देने के तैयारी हो चुकी है। इससे भी रेल स्टाफ की भारी कटौती होना तय है। तो यह है मोदी सरकार के विकास के मॉडल का नमूना! पूंजीपतियों से यारी, जनता से गद्दारी! इसलिए कश्मीर बोलो, अयोध्या बोलो, बोलो जय जय श्री राम!

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