विशाखापत्तनम: पोरस लैबोरेट्रीज में जहरीली गैस रिसाव से 178 महिलाएं बीमार, स्थिति नाजुक

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गैस रिसाव के कारण सभी मजदूरों को आंखों में जलन और उल्टियां होने लगीं। लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है। इस फैक्ट्री में डेढ़ माह में यह दूसरा बड़ा हादसा है।

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के अत्च्युतापुरम में शुक्रवार को पोरस लैबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से गैस लीक होने से करीब 178 महिला कर्मचारी बीमार हो गईं। गैस रिसाव के कारण इन सभी मजदूरों को आंखों में जलन और उल्टियां होने लगीं। इससे लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है।

घटना दोपहर 12:30 बजे की है। पीड़ित मज़दूरों को पहले एसईजेड में बने हेल्थ सेंटर में रखा गया, हालत बिगड़ने पर अच्युतापुरम के दो निजी अस्पतालों और अनाकापल्ले के एनटीआर अस्पताल में रेफर किया गया।

परिसर में मौजूद कर्मचारियों के अलावा दो परिधान कंपनी के कारखानों के मजदूरों ने भी उल्टी की शिकायत की। बीमार पड़ने वालों में ज्यादातर कैंपस में स्थित ब्रैंडिक्स फैक्ट्री के कर्मचारी थे। इस कंपनी में डेढ़ माह में दूसरा जबकि विशाखापत्तनम में एक माह के भीतर यह दूसरा बड़ा हादसा है।

विशाखापट्टनम के पोरस लैबोरेट्रीज में गैस लीक, 140 कर्मचारी बीमार, सभी  अस्पताल में भर्ती | 140 workers fell sick after gas leak from Porus  laboratories Pvt Ltd in Visakhapatnam - Hindi ...

पुलिस ने कहा कि अत्च्युतापुरम में आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन (APIIC) एसईजेड के बाहर स्थित पोरस लैब से गैस के रिसाव का संदेह है। जिसका असर अपैरल यूनिट में काम कर रहे लोगों पर देखा गया। गैस रिसाव से प्रभावित सभी मजदूरों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। गैस लीक की जांच आंध्रप्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी कर रहे हैं।

 आपको बता दें कि विशाखापत्तनम में एक महीने के अंदर यह दूसरी गैस लीक की घटना है. इससे पहले मई के पहले सप्ताह में एक प्लांट में अचानकर गैस रिसाव की घटना सामने आई थी. इस घटना में करीब 11 लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में 8 साल का एक छोटा बच्चा भी शामिल था. इस गैस लीक घटना में करीब पांच हजार से अधिक लोग बीमार हो गए थे.

लगातार तीसरा हादसा

विशाखापत्तनम में डेढ़ महीने के अंदर यह दूसरी गैस लीक की घटना है।

इस गैस लीक हादसे से पहले अप्रैल 2022 में गैस रिसाव के बाद आग लगने से इसी कंपनी पोरस प्राइवेट लिमिटेड के 6 मजदूरों की मौत हो गई थी।

जबकि मई के पहले सप्ताह में एक प्लांट में अचानकर गैस रिसाव की घटना सामने आई थी। उक्त घटना में करीब 11 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 8 साल का एक छोटा बच्चा भी शामिल था। इस गैस लीक घटना में करीब पांच हजार से अधिक लोग बीमार हो गए थे।