मज़दूर विरोधी नीतियों की मुखालफ़त ज़मीनी स्तर पर जारी

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9 अगस्त को अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन में शामिल हों!

मज़दूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के आह्वान पर मोदी राज में मेहनत की लूट और अधिकारों पर डकैती के ख़िलाफ़ मज़दूर वर्ग के निरंतर जुझारू संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में एक माह का मज़दूर संघर्ष अभियान जारी है और 9 अगस्त के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की तैयारी जारी है।

ज्ञात हो कि मज़दूर वर्ग पर मोदी सरकार सहित राज्य सरकारों के बढ़ाते हमलों, निजीकरण, छंटनी-बंदी, भयावह रूप लेती बेरोजगारी-महँगाई, सर्वजनिक संपत्तियों के निजीकारण, दमन और बदहते पुलिसिया राज के ख़िलाफ़ निरंतर व जुझारू संघर्ष आगे बढ़ाने के लिए मासा ने 9 जुलाई से 9 अगस्त के लिए ‘मज़दूर संघर्ष अभियान’ की शुरुआत की है।

https://mehnatkash.in/2020/07/23/come-forward-for-collective-opposition-to-anti-worker-policies/

अभियान के तहत जमीनी स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम जारी हैं।

बिहार

पटना के भिन्न मज़दूर चौकों पर आईएफटीयू (सर्वहारा) की ओर से मज़दूरों के बीच हस्ताक्षर, पर्चा वितरण व पोस्टर अभियान कार्यक्रम लगातार जारी है।

रोहतास जिला के विभिन्न प्रखंडों में ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार द्वारा मजदूर विरोधी श्रम कानून के खिलाफ, मनरेगा में साल में 200 दिन प्रति व्यक्ति काम और 800 रु.प्रति दिन मजदूरी के लिए,12 घंटे के कार्यदिवस के विरोध के लिए, निजीकरण के खिलाफ, शिक्षा के बाजारीकरण के विरोध में सतत विविध कार्यक्रम चल रहा है।

हरियाणा

कैथल में जन संघर्ष मंच हरियाणा-घटक मासा, मनरेगा मजदूर यूनियन, निर्माण कार्य मजदूर-मिस्त्री यूनियन व जिला में सहयोगी संगठनों आंगनवाड़ी वर्कर्ज एण्ड हेल्पर यूनियन व जनकल्याण सोसाइटी हरियाणा की संयुक्त टीम द्वारा मजदूर बस्तियों में लगातार सभाएं आयोजित हो रही हैं। 

कुरुक्षेत्र जन संघर्ष मंच हरियाणा (घटक मासा) के सहयोगी संगठन मनरेगा मजदूर यूनियन के नेतृत्व में जिले के विभिन्न गाँवों में मजदूर संघर्ष अभियान के तहत केन्द्र व राज्य सरकार की घोर श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूरों की सभाएं हो रही हैं। साथ ही हस्ताक्षर अभियान, पर्चे बाँटना आदि कार्य बैनर व मांगों, नारों लिखित पट्टिकाँए के साथ भी जारी है।

जन संघर्ष मंच हरियाणा द्वारा कुरुक्षेत्र शहर के विभिन्न कालोनियों और मज़दूर बस्तियों में सरकारी साजिशों के प्रति मजदूरों को जागृत करने के लिए पर्चे बांटे व हस्ताक्षर अभियान चल रहा है।

उत्तराखंड

रुद्रपुर में ‘मज़दूर संघर्ष अभियान’ के तहत मज़दूर सहयोग केंद्र (घटक मासा) की ओर से उत्तराखंड सरकार द्वारा श्रम कानूनों को 1000 दिनों के लिए स्थगित करने के मज़दूर विरोधी फरमान का पोस्टर के साथ विरोध प्रकट किया गया। साथ ही 9 अगस्त के अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने का आह्वान हुआ। इस बीच सिडकुल की कई कंपनियों में प्लांट स्तर पर पर्चा वितरण और हस्तक्षर अभियान जारी है।

तेलंगाना

आईएफटीयू (घटक-मासा) के बैनर तले तेलंगाना के हैदराबाद, खम्ममवारंगल जिलों में मज़दूर संघर्ष अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रम हुए।

खम्मम, तेलंगाना के करेपल्ली में विशाखापटनम स्टील प्लांट में आईएफटीयू द्वारा 2 अगस्त को मज़दूर संघर्ष अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित हुए और 9 अगस्त के अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान हुआ।

येलांडु, तेलंगाना में निर्माण मज़दूरों के बीच और हमली मज़दूरों के बीच आईएफटीयू द्वारा लगातार कार्यक्रम हुए।

पश्चिम बंगाल

पश्चिम बर्धमान, में मज़दूर संघर्ष अभियान के तहत कोल इंडिया के ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ECL) में कोयला मज़दूरों के बीच आईएफटीयू सर्वहारा द्वारा पर्चा वितरण व हस्ताक्षर अभियान चला।

खान मज़दूर कर्मचारी यूनियन (आईएफटीयू सर्वहारा) द्वारा कोलफील्ड में परसिया कोलियरी और झांझरा के खदानों में कोयला मज़दूरों के बीच पर्चा वितरण व हस्ताक्षर अभियान चला।

दिल्ली

मज़दूर संघर्ष अभियान के तहत श्रमिक सहयोग केंद्र व आईएफटीयू (सर्वहारा) द्वारा दिल्ली के मायापुरी औद्योगिक क्षेत्र में पर्चा वितरण व हस्ताक्षर अभियान जारी है।

राजस्थान

जयपुर में क्रांतिकारी निर्माण मज़दूर संगठन( KNMS) द्वारा गूजर की थडी और दो सौ फीट बाईपास स्थित मज़दूर चौंकों पर 9 अगस्त को मज़दूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के झंडे तले होने वाले देश व्यापी विरोध प्रदर्शन के बारे में पर्चे बांटे गए।