एसकेएम उत्तर प्रदेश की दो दिवसीय बैठक लखनऊ में, 85 किसान संगठन एक साथ। पंजाब में सभी गैर-भाजपा दलों के साथ किसान संगठनों की बैठक। करनाल आंदोलन को देश भर का समर्थन।
पंजाब में सभी गैर-भाजपा दलों से आंदोलन का समर्थन करने और चुनाव की घोषणा होने तक राजनीतिक प्रचार से दूर रहने की अपील की गई। मिशन उत्तर प्रदेश की शुरुआत के लिए 3 सदस्यीय समिति गठित। करनाल आंदोलन में किसान एकजुटता में तेजी, विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत बंद की तैयारी को लेकर जोश का वातावरण।
देश भर के समर्थन से तेज हुआ करनाल आंदोलन, इंटरनेट बहाल
देशभर के समर्थन से करनाल में किसानों का आंदोलन तेज हो चुका है। बीते 4 दिनों से हरियाणा के करनाल स्थित लघु सचिवालय के बाहर किसानों का धरना जारी है। किसान एकजुटता में तेजी के साथ विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है बड़ी संख्या में किसान करनाल आंदोलन में शामिल हो रहे हैं। कई राज्यों के विभिन्न जिलों में हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का पुतला दहन किया गया।
किसान पिछले दिनों करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर हुए लाठीचार्ज से पहले सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस बीच करनाल में चार दिनों तक इंटरनेट सेवा बंद रखने के बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवा फिर से बहाल कर दिया है।

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि कल संयुक्त किसान मोर्चा करनाल में चल रहे आंदोलन को लेकर अपना फैसला लेगी। कहा कि समाधान नहीं होने तक हम यहीं बैठे रहेंगे। किसान नेता सुरेश कौथ ने कहा कि हमने सरकार को फैसले लेने के लिए 9 और 10 तारीख दिए थे।
पंजाब : किसान संगठनों की गैर-भाजपा राजनीतिक दलों के साथ बैठक
आज संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े पंजाब के 32 किसान संगठनों ने आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक सभी गैर-भाजपा राजनीतिक दलों की एक बैठक बुलाई। यह बैठक एसकेएम द्वारा सभी राजनीतिक दलों से 288 दिनो से चल रहे किसान आंदोलन के बीच राजनीतिक प्रचार से दूर रहने की अपील करने के बाद बुलाई गई थी। बैठक फलदायी रही और राजनीतिक दल किसान संगठनों के दृष्टिकोण से सहमत हुए। आने वाले दिनों में सभी राजनीतिक दल पंजाब में किसान आंदोलन का समर्थन करेंगे, और राजनीतिक प्रचार से दूर रहेंगे। समझौते का उल्लंघन करने वालों को किसान विरोधी माना जाएगा, और किसान उनका विरोध करेंगे।
उत्तरप्रदेश में 3 सदस्यीय समन्वय समिति गठित
उत्तर प्रदेश में संयुक्त किसान मोर्चा के गठन के लिए लखनऊ के रैदास भवन में प्रदेश के 85 किसान संगठनों का राज्य स्तरीय बैठक संपन्न हुई। बैठक में 27 सितंबर के भारत बंद को व्यापक रूप से सफल बनाने के लिए सभी प्रयास किए जायेंगे। विभिन्न मुद्दों पर संघर्ष के बारे में अन्य सभी निर्णय 27 सितंबर के बाद उत्तरप्रदेश एसकेएम की बैठक में लिए जाएंगे।
बैठक में हरनाम वर्मा, डीपी सिंह और तेजिंदर सिंह विर्क की एक 3 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया, यह समिति भारत बंद की गतिविधियों का समन्वय करेगी और बाद में इसका विस्तार किया जाएगा।
मिशन यूपी के लिए बनी रूपरेखा, 27 सितंबर भारत बंद की तैयारी
लखनऊ के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता डा दर्शन पाल, डा अशोक धावले, भाकियू के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरनाम सिंह, गाजीपुर मोर्चा कमेटी के प्रमुख नेता डी. पी. सिंह एवं तजिन्दर सिंह विर्क ने बैठक के निर्णयों एवं आगामी कार्यक्रमों से अवगत कराया। उन्होंने जानकारी दी कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितम्बर भारत बंद को उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक बंद होगा।

प्रेस वार्ता में नेताओं ने बताया कि भारत बंद को सफल बनाने के लिए 17 तारीख को राज्य के सभी जिलों में किसान संगठनों की साझा बैठकों में किसान संगठनों के अलावा ट्रेड यूनियन, युवा संगठनों, ट्रांसपोर्टर्स यूनियन, व्यापारी संगठन, महिला और नागरिक संगठनों को भी शामिल रहेंगे।
गन्ने के समर्थन मूल्य बढ़ाने, बकाया भुगतान, अवारा पशुओं पर पाबंदी, ट्रयूबवैल कनेक्शन पर फ्री बिजली जैसे उत्तर प्रदेश के मुद्दों को शामिल करते हुए राष्ट्रीय किसान आन्दोलन के साथ राज्यव्यापी आन्दोलन का व्यापक फैलाव किया जाएगा। इसी श्रृंखला में पूर्वी उत्तर प्रदेश में आन्दोलन के विस्तार के लिए आगामी 7 अक्टूबर को वाराणसी में किसान संगठनों की बैठक का निर्णय लिया।
2 अक्टूबर, गांधी जयंती पर चंपारण से वाराणसी तक 350 किमी की हजारों लोगों के साथ किसान जनजागरण पदयात्रा बलिया, गाजीपुर होते हुए 20 अक्टूबर को बनारस पहुंचेगी। यू. पी. मिशन के तहत भाजपा और एनडीए के सहयोगी दलों के कार्यक्रमों और नेताओं का बहिष्कार किया जाएगा। अंबानी-अडानी-कारपोरेट के उत्पादों और संस्थानों का बहिष्कार किया जाएगा। टोल प्लाजा जनता के लिए टोल मुक्त किए जाएंगे।
भाजपा नेता ग्रेवाल द्वारा किसानों के खिलाफ अनर्गल बयानों की निंदा
संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल के किसान नेताओं के खिलाफ बार-बार दिए जा रहे अनर्गल बयानों की निंदा की। ग्रेवाल किसानों को गुंडा कह रहे है। कुछ दिन पहले उन्होंने एक महिला पत्रकार के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस तरह का व्यवहार भाजपा नेताओं के असली चरित्र को उजागर कर रहा है।
27 सितंबर भारत बंद, कई राज्यों में धरना, महापंचायत की योजना
भारत बंद की तैयारी को लेकर जोश का वातावरण है। कई राज्यों में धरना, मार्च, महापंचायत की योजना बनी है और सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयास तेज हो गई है।
राजस्थान में एसकेएम का राज्य सम्मेलन शाहजहांपुर मोर्चा पर आयोजित किया गया। सम्मेलन ने आंदोलन के निर्माण और एसकेएम के संदेश को सभी गांवों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। 27 सितंबर को भारत बंद को सफल बनाने के लिए संयुक्त प्रयास करने का भी निर्णय लिया गया।
किसानों की 11 दिवसीय साइकिल मार्च
प्रहार किसान संगठन के 50 किसानों की साइकिल मार्च कल वरुड (महाराष्ट्र)से शुरू होकर मध्य प्रदेश के मुलतापी पहुंची। यह 11 दिवसीय साइकिल मार्च महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से होते हुए 19 सितंबर को गाजीपुर मोर्चा और 20 को सिंघू मोर्चा पर पहुंचेगी।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति (288वां दिन, 10 सितंबर 2021) के साथ
जारीकर्ता – बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा (कक्का जी), युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव।