सेमीकंडक्टर सिलिकॉन चिप की आपूर्ति में कमी
सुजुकी मोटर गुजरात (एसएमजी) अपने अहमदाबाद स्थित कारखाने में सेमीकंडक्टर की कमी के कारण इस महीने उत्पादन घटाएगी। मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि प्लांट में कुछ उत्पादों के विनिर्माण को घटाकर एकल पारी में सीमित करने व शनिवार अवकाश का निर्णय हुआ है।
मारुति सुजुकी इंडिया ने बुधवार को शेयर बाजार को जानकारी दी और कहा कि वह अहमदाबाद स्थित प्लांट में इस महीने उत्पादन घटाएगी। इसका असर मारुति की कारों की डिलीवरी पर पड़ सकता है। दरअसल, दुनियाभर की ऑटो कंपनियां सेमीकंडक्टर की कमी का सामना कर रही हैं।
इसमें कहा गया है, ‘‘सेमीकंडक्टर की कमी के कारण अनुबंध विनिर्माण कंपनी एसएमजी ने इस महीने उत्पादन के आंशिक रूप से प्रभावित होने की सूचना दी है।’’
जापान की सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने मार्च 2014 में सहायक इकाई सुजुकी मोटर गुजरात की शुरुआत की थी। सुजुकी मोटर गुजरात मारुति सुजुकी को कारों की आपूर्ति करती है।
काम एक पालि में, शनिवार को नहीं होगा उत्पादन
एसएमजी इस महीने तीन शनिवार (सात, 14 और 21 अगस्त) को उत्पादन नहीं करेगी। एमएसआई के अनुसार, इसके अलावा कुछ विनिर्माण कार्यों को दो पाली से घटाकर एक पाली में करने का फैसला किया गया है।
मारुति सुजुकी ने कहा कि कंपनी स्थिति पर नजर रख रही है। वह संसाधनों के बेहतर तरीके से उपयोग को लेकर मॉडल, विनिर्माण या पाली के बारे में दैनिक आधार पर निर्णय करेगी।
सेमीकंडक्टर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इस्तेमाल होते हैं
सेमीकंडक्टर सिलिकॉन चिप होते हैं। ये वाहन, कंप्यूटर और सेलफोन से लेकर विभिन्न अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं तक के उत्पादों को बेहतर तरीके से नियंत्रण और संचालित करने के साथ ‘मेमोरी’ से जुड़े कार्यों को अंजाम देते हैं।
वाहन उद्योग में सेमीकंडक्टर का उपयोग हाल के दिनों में वैश्विक स्तर पर बढ़ा है, क्योंकि नए मॉडल ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, नेविगेशन और हाइब्रिड-इलेक्ट्रिक सिस्टम जैसी इलेक्ट्रॉनिक सुविधाओं से युक्त आ रहे हैं।
सेमी कंडक्टर की कमी से पड़ा प्रभाव
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में वाहन क्षेत्र में मांग बढ़ने से वैश्विक आपूर्ति पर दबाव पड़ा है, जिससे इसकी कमी हुई है। एसएमजी की उत्पादन क्षमता 7.5 लाख इकाई सालाना है। एसएमजी जो भी उत्पादन करती है, उसे मारुति सुजुकी इंडिया को आपूर्ति करती है।
इस वित्त वर्ष की शुरुआत से दुनियाभर में ऑटो कंपनियां सेमीकंडक्टर की कमी का सामना कर रही हैं। दरअसल, वैश्विक अर्थव्यवस्था में रिकवरी से कारों की मांग बढ़ी है। उधर, सेमीकंडक्टर की सप्लाई नहीं बढ़ी है। फिलहाल इस समस्या के जल्द खत्म होने की उम्मीद नहीं दिखती।
टाटा मोटर्स में भी पड़ा प्रभाव
हाल में टाटा मोटर्स ने भी कहा था कि सेमीकंडक्टर की कमी का असर उसके उत्पादन पर पड़ा है। इस वजह से कंपनी ने इस वित्त वर्ष में प्रोडक्शन का अनुमान घटा दिया था। कंपनी ने यह भी कहा था कि सेमीकंडक्टर के इस्तेमाल में सावधानी बरत रही है। जानकारों का कहना है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक सेमीकंडक्टर की कमी दूर होने की उम्मीद नहीं है।