मांगों को लेकर रेलवे लोको पायलट, रनिंग कर्मचारियों द्वारा संयुक्त प्रदर्शन

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18 विभिन्न मांगों में खर्च में कटौती के नाम पर प्रताड़ना बंद कराने, सुविधा विहीन स्थानों में क्रू लाबी बंद कराने केजीएस- एलजेकेआर को जीवन यापन में जरूरी सुविधाएं देना आदि शामिल हैं।

रायगढ़। रायगढ़। रेल विभाग के अंर्तगत कार्य करने वाले लोको पायलट, रनिंग कर्मचारियों द्वारा सयुंक्त रूप से रायगढ़ स्टेशन में मौजूद लाबी के सामने हक की मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए लामबंद हो गए। लंबित मांग को लेकर इस बार रेल कर्मचारी तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रहे है। आंदोलन में होने वाले नारेबाजी से समूचा स्टेशन परिसर में गहमागहमी का माहौल बना हुआ था।

जानकारी के मुताबिक रेल कर्मचारियों व स्वजनो द्वारा रेलवे प्रशासन द्वारा पूर्व में किए गए प्रदर्शन के बावजूद रनिंग स्टाफ के मांगो पर कोई अमल नही किया गया। इससे उनके सब्र का बांध झलक गया और एक बार फिर से स्टेशन परिसर में देखने मिला है। जिसमें लोको पायलटो द्वारा 18 विभिन्न मांगों को लेकर रेल्वे स्टेशन प्लेटफार्म लाबी कक्ष के बाहर उग्र धरना प्रदर्शन करने की पूर्व तय कार्यक्रम के मुताबिक सुबह 10 बजे से एकत्रित होने लगे। इसी बीच लगभग 11 बजे लाबी कक्ष के बाहर आ गए और देखते ही देखते आंदोलन आरंभ हो गया।

नारेबाज को देखकर स्टेशन में बैठे लोग एक बारगी सकते में आ गए।वही आंदोलन कारियो ने केजीएस- एलजेकेआर को जीवन यापन में जरूरी सुविधाएं, आवास स्वास्थ्य शिक्षा व बाजार की व्यवस्था, खर्च में कटौती के नाम प्रताड़ना बंद कराने,सुविधा विहीन स्थानों में क्रू लाबी बंद कराने की प्रमुख मांग शामिल हैं। फिलहाल कर्मचारियों के आंदोलन पर उन्हें आश्वासन दिया जाने लगा परंतु इसका असर उन पर नही पड़ा।

ये है प्रमुख मांग

न रेलवे और पीएसयू निजीकरण निगमीकरण बंद, रेल गाड़ियों की नीलामी में रोक।

न एनडीए पात्रता की सीलिंग समाप्त करने। एनपीएस समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की पहल।

न एएलपी का बेसिक निर्धारण व रिस्क अलाउंस दिया जाए।

न संरक्षक की अवहेलना कर बिना सी और डब्लू के लाग हाल बनाना और बिना गार्ड के गाड;ी का संचालन बंद हो।

न कुर्ला से मृत रनिंग स्टाफ के परिवार को 50 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति।

न एमएपीसी एवं एलपीएम, एलपीपी, एलपीजी, व पीएलआई के सभी रिक्त पदों पर तत्काल पदोन्नति जाए।

न बगैर मूलभूत सुविधाओं के बने मुख्यालय को बंद किया जाए।

न मालगाड़ी में लाइन बाक्स को बहाल किया जाए।

न रनिंग कार्य में इनकम टैक्स छूट।

न रनिंग कार्य केवल 8 घंटे तक अधिकतम रहे।

नईदुनिया से साभार