एक मई तक हीरो मोटरसाइकिल के सभी प्लांट बंद

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कोरोना/लॉकडाउन का असर, गाज अस्थाई मज़दूरों पर

अभी मज़दूर बीते साल की त्रासदी से उबरे भी नहीं थे कि संकट का नया दौर शुरू हो गया। भारत में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के बीच दोपहिया वाहन निर्माता देश की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने 22 अप्रैल से 1 मई तक आपने सभी प्लांट और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद कर दी हैं।

कंपनी ने कहा कि वह देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए ग्लोबल पाट्र्स सेंटर (जीपीसी) समेत अपने सभी कारखानों में परिचालन अस्थायी रूप से रोक रही है। हीरो ने बताया कि इस समय का इस्तेमाल अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में जरूरी मेंटेनेंस वर्क करने में करेगी। इस टेम्पररी शटडाउन के दौरान कंपनी का ग्लोबल पार्ट्स सेंटर (जीपीसी) भी बंद रहेगा।

देश के सभी 6 प्लांट बंद हुए

हीरो मोटोकॉर्प के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हरियाणा के गुरुग्राम और घारूहेरा में हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के चित्तूर, उत्तराखंड के हरिद्वार, राजस्थान के नीमराना और गुजरात के हलोल में हैं। इन फैक्ट्रियों में 80,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। देश में सभी निर्माण कार्यों को निलंबित करने का फैसला लिया है।

हीरो मोटो कॉर्प ने प्रेस को जारी बयान में कहा, ‘‘कारखानों को बंद करने से मांग पूरा करने में समस्या नहीं होगी। कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर ‘लॉकडाउन’ से मांग पर असर पड़ा है। उत्पादन में नुकसान की भरपाई तिमाही की बची हुई अवधि में की जाएगी।“

कॉर्पोरेट कर्मचारी वर्क टू होम

बयान के अनुसार सभी कारखानों में कामकाज इस अल्प अवधि के बंद के बाद सामान्य रूप से शुरू होगा। कंपनी के सभी कॉरपोरेट कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं। सीमित संख्या में कर्मचारी बारी-बारी से जरूरी सेवाओं के लिये दफ्तर आ रहे हैं।

वेंडर कंपनियों पर भी पड़ेगा असर

हीरो को पुर्जे देने वाली भारी पैमाने पर वेंडर कंपनियां भी हैं। मुख्य प्लांट बंद होने से सहायक कंपनियां भी बंद होंगी, जहाँ काम करने वाले मज़दूर बड़े पैमाने पर प्रभावित होंगे।

अस्थाई मज़दूर होंगे प्रभावित

इस बंदी से फिलहाल स्थाई मज़दूरों पर उतना नहीं पड़ेगा, लेकिन अस्थाई-ठेका मज़दूर सीधे प्रभावित होंगे। पिछले साल कोरोना/लॉकडाउन के दौरान हालत सभी के सामने हैं। अस्थाई मज़दूरों को काम नहीं तो वेतन नहीं का खेल सामने था। इसके अलावा वेतन कटौतियाँ, छँटनी आदि के साथ अनिश्चितता गहरी हो गई थी।

एक ऐसे ही विकट दौर की यह आहाट है।