कुमाऊँ आयुक्त को ज्ञापन। सम्पन्न समझौते को लागू कराकर 11 बर्खास्त सहित सभी 32 मज़दूरों की सवैतनिक कार्यबहाली की माँग। जब तक न्याय नहीं तब तक संघर्ष रहेगा जारी।
नैनीताल। उधमसिंह नगर जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुए त्रिपक्षीय समझौता लागू कराने की मांग को लेकर इन्टरार्क मजदूर संगठन के बैनर तले सैंकड़ों मजदूरों-महिलाओं ने पदयात्रा निकालकर कुमाऊं कमिश्नरी में जोरदार प्रदर्शन किया। कमिश्नर की अनुपस्थिति में एडिशनल कमिश्नर के माध्यम से ज्ञापन देकर समस्त मजदूरों की समझौते के तहत सवैतनिक कार्यबहाली की माँग हुई।
साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि न्याय न मिला तो 7 अक्टूबर को मजदूर कुमाऊँ आयुक्त के जनता दरबार में हल्द्वानी स्थित कार्यालय जाएंगे और महिलाओं के नेतृत्व में बुद्धपार्क में जन न्याय दरबार लगाकर जनसुनवाई के बाद पदयात्रा निकालते हुए कुमाऊं आयुक्त के जनता दरबार में मानवसृंखला बनाकर ज्ञापन सौंपकर जनभावनाओं से अवगत कराएंगे।
पूर्व में दी गई सूचना के तहत इंटरार्क मजदूर व महिलाएं ज्ञापन देने जा रहे थे तो नैनीताल से पूर्व ज्योलीकोट में पुलिस द्वारा रोका गया। इससे आक्रोशित मजदूरों व महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया और पैदल मार्च करते हुए नैनीताल कूच की घोषणा की। इसके बाद प्रशासन पीछे हटा।
पदयात्रा निकालकर नैनीताल कमिश्नरी में प्रदर्शन
उधमसिंह नगर जिला प्रशासन की मध्यस्थता में संपन्न हुए त्रिपक्षीय समझौता लागू कराने की मांग को लेकर इन्टरार्क मजदूर संगठन किच्छा एवं उधमसिंह नगर के बैनर तले दोनों प्लांट के मजदूर, उनके परिवार की महिलायें, श्रमिक संयुक्त मोर्चा से जुड़ी यूनियनों व सामाजिक संगठनों के साथी सैंकड़ों की संख्या में नैनीताल के तल्लीताल डांट से नारेबाजी के साथ जुलूस की शक्ल में पदयात्रा निकालते हुए कुमाऊं कमिश्नरी पहुंचे और वहां पर जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 2022 में इन्टरार्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड सिडकुल पंतनगर एवं किच्छा में कार्यरत मजदूरों का जुझारू आंदोलन हुआ था। जिस दौरान रुद्रपुर व किच्छा में कई मजदूर-किसान महापंचायत हुए। जिनमें किसान आंदोलन के चर्चित नेता राकेश टिकैत, नरेश टिकैत व गुरनाम सिंह चढूनी आदि ने भी शिरकत की थी।
बाल सत्याग्रह के तहत मजदूर परिवारों के बच्चों ने कुमाऊं कमिश्नरी नैनीताल पर यादगार प्रदर्शन कर कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन भी प्रेषित किया था, जिनके दखल से तत्कालीन जिलाधिकारी उधमसिंह नगर ने समाधान हेतु अपरजिलाधिकारी जयभारत सिंह की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया था। जिसकी मध्यस्थता में प्रबंधन एवं श्रमिक प्रतिनिधियों के मध्य त्रिपक्षीय समझौता दिनांक 15/12/2022 संपन्न हुआ था।
प्रशासन द्वारा कराए समझौते का खुला उल्लंघन
वक्ताओं ने कहा कि उक्त समझौते के बिन्दू संख्या-3 में सहायक श्रमायुक्त की हैंडराइटिंग में स्पष्ट लिखा है कि आंदोलन के दौरान निलंबित किये गए सभी 64 मजदूरों की कार्यबहाली की जाएगी। और उनमें से जिन 34 मजदूरों की घरेलू जांच की जाएगी उन्हें जांच के दौरान एवं जांच के पश्चात नौकरी से बर्खास्त नहीं किया जायेगा। किन्तु इन्टरार्क मालिक द्वारा 34 मजदूरों में से अब तक 11 मजदूरों को नौकरी से बर्खास्त कर उक्त समझौते को तार-तार कर दिया गया है।
पीड़ित मजदूरों द्वारा इसकी शिकायत अनगिनत बार डीएम, एसडीएम और श्रम अधिकारियों से की गई। सैंकड़ों मजदूरों द्वारा अपने परिवार की महिलाओं-बच्चों संग जिलाधिकारी आवास तक पदयात्रा भी निकाली गई। किन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई।
वक्ताओं ने सवाल उठाए कि अपने ही द्वारा कराए समझौते को जिला प्रशासन आखिर क्यों लागू नहीं करा रहा है। इन्टरार्क जैसी छोटी प्राइवेट कंपनी के समक्ष जिला प्रशासन ने क्यों आत्मसर्मपण कर दिया है? ऐसे में जिले की जनता जिला प्रशासन पर आखिर क्यों और कैसे भरोसा करे?

समझौता लागू हो, सभी मजदूरों की कार्यबहाली हो!
इस दौरान कुमाऊँ आयुक्त नैनीताल की अनुपस्थिति में एडिशनल कमिश्नर के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया और जिला प्रशासन द्वारा कराए गए समझौते को लागू कराकर 11 बर्खास्त मजदूरों सहित सभी 32 मजदूरों की सवैतनिक कार्यबहाली कराई जाए और समझौते के तहत वेतन वृद्धि का पूर्ण लाभ प्रदान कराया जाए।
चेतावनी दी गई कि यदि इसके पश्चात भी न्याय न मिला तो मजदूर इस मुद्दे को जनसुनवाई के लिए जनता के बीच ले जाएंगे। दिनांक-07/10/2023 को कुमाऊँ आयुक्त द्वारा हल्द्वानी कार्यालय जनता दरबार में सुनवाई होगी, ठीक उसी समय महिलाओं के नेतृत्व में इन्टरार्क मजदूर संगठन के बैनर तले हल्द्वानी के तिकोनिया स्थित बुद्धपार्क में जन न्याय दरबार लगाकर समझौते के उल्लंघन एवं प्रशासन के अनैतिक रुख पर जनसुनवाई करते हुए अंतिम निर्णय लेंगे।
ततपश्चात वहां से पदयात्रा निकालते हुए कुमाऊं आयुक्त के जनता दरबार में मानवसृंखला बनाकर पहुंचेंगे और उन्हें ज्ञापन सौंपकर जनभावनाओं से अवगत कराएंगे और जनभावनाओं के आधार पर निर्णायक कदम उठाएंगे। जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
सभा को इन्टरार्क मजदूर संगठन उधमसिंह नगर के अध्यक्ष दलजीत सिंह, महामंत्री सौरभ कुमार, इन्टरार्क मजदूर संगठन किच्छा के अध्यक्ष हृदयेश कुमार और महामंत्री पान मोहम्मद, इंकलाबी मजदूर केंद्र के कैलाश चन्द्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के शिवदेव सिंह, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के सुरेंद्र रावत, परिवर्तनकामी छात्र संगठन के महेश, प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र की रजनी जोशी, ऑटोलाइन इम्प्लाइज यूनियन के प्रकाश सिंह मेहरा, गुजरात अंबुजा कर्मकार यूनियन के रामजीत सिंह आदि ने सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में विशाल कुमार, रविंद्र सिंह, राजेश शर्मा, वासुदेव सिंह, भूपेंद्र सिंह, विरेन्द्र कुमार, सत्यपाल साहू, ज्योत्सना साहू सहित सैकड़ों महिलाएं एवं मजदूर शामिल थे।