पश्चिम बंगाल: पिछले एक वर्ष से उत्पादन ठप रहने के कारण कोलियरी श्रमिकों में आक्रोश

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कोयला मौजूद रहने के बावजूद ईसीएल प्रबंधन एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत चार नंबर पीट को बंद करना चाह रही है। प्रबंधन अब तक 28 कोयला खदानों को बंद कर चुका है।

ईसीएल केन्दा एरिया के न्यू केन्दा कोलियरी के चार नंबर पीट में पिछले एक वर्ष से उत्पादन ठप रहने के कारण कोलियरी श्रमिकों में आतंक के साथ ही आक्रोश व्याप्त है। विगत एक अप्रैल से न्यू केन्दा कोलियरी चार नंबर पीट बंद पड़ा हुआ है। जिसके कारण यहां काम करने वाले 250 कोलियरी श्रमिक आगे के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

इस विषय में स्थानीय केकेएससी नेता देवाशीष चटर्जी, इंटक नेता पार्थो भट्टाचार्य, केएमसी नेता सुरेश राम आदि ने बताया कि पिछले एक वर्ष से न्यू केन्दा कोलियरी 4 नंबर पीट बंद है। जिसके कारण यहां काम करने वाले मजदूरों में संशय की स्थिति है। उन्होंने कहा कि कोलियरी चालू करने को लेकर कई बार ईसीएल प्रबंधन से निवेदन किया गया है। साथ ही विरोध सभा का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि कोयला मौजूद रहने के बावजूद ईसीएल प्रबंधन एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत चार नंबर पीट को बंद करना चाह रही है।

ईसीएल प्रबंधन द्वारा अब तक 28 कोयला खदानों को बंद कर दिया गया है। जिसमें वर्ष 2018-19 में 16 खदानों को बंद किया गया है तथा उत्पादन नहीं बढ़ाने पर और 38 कोयला खदानों को बंद करने की योजना है। उन्होंने कहा कि ईसीएल प्रबंधन द्वारा जल्द से जल्द न्यू केन्दा कोलियरी के चार नंबर पीट को चालू करना होगा अन्यथा सभी श्रमिक संगठनों द्वारा जोरदार आंदोलन किया जाएगा। मालूम हो कि न्यू केन्दा कोलियरी के चार नंबर पीट में अभी भी कोयला मौजूद है। बावजूद ईसीएल प्रबंधन इसे बंद करना चाह रहीं है। केकेएससी नेता देवाशीष चटर्जी ने कहा कि कोयला मौजूद रहने के बावजूद सुरक्षा का बहाना बनाकर ईसीएल प्रबंधन चार नंबर पीट को बंद रखा है। उन्होंने कहा कि ईसीएल प्रबंधन चार नंबर पीट कोलियरी को हमेशा के लिए बंद करना चाह रही है। वहीं ईसीएल प्रबंधन के इस मंसूबे को कभी भी पूरा नहीं होने दिया जाएगा तथा कोलियरी चालू करने की मांग पर वृहद आंदोलन किया जाएगा।

जागरण से साभार

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