पुरानी पेंशन बहाली, विनियमितीकरण, वित्तविहिन शिक्षकों को 15 हजार प्रतिमाह मानदेय, सभी को चिकित्सकीय सुविधा देने पर सरकार ने सहमति दी थी, मगर ठंडे बस्ते में डाल दिया।
वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सोमवार को वाराणसी के शिक्षकों ने डीआईओएस कार्यालय पर धरना देकर पुरानी पेंशन बहाली की मांग दोहराई और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। प्रदेश अध्यक्ष चेतनारायण सिंह के नेतृत्व में धरना और सभा के बाद पदाधिकारियों ने सीएम को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार महेश सिंह को सौंपा।
पुरानी पेंशन बहाली के साथ कई अन्य मुद्दों पर भी शिक्षकों की नाराजगी बनी हुई है। लंबे समय से की जा रही मांग पर सरकार की तरफ से सिर्फ आश्वासन देने का आरोप शिक्षकों ने लगाया। प्रदेश अध्यक्ष चेतनारायण सिंह ने कहा कि सरकार शिक्षकों के साथ वादाखिलाफी कर रही है। पुरानी पेंशन बहाली, तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण, वित्तविहिन शिक्षकों को 15 हजार प्रतिमाह मानदेय और माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारियों को भी राजकीय शिक्षकों की तरह चिकित्सकीय सुविधा प्रदान किए जाने को लेकर सरकार ने सहमति दी थी, मगर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।
शिक्षक पदाधिकारियों ने एक स्वर में मांग की कि एनपीएस आच्छादित एलटी ग्रेड व प्रवक्ता वेतनक्रम में नवागत शिक्षकों को पीआरएएन आवंटित करने और शासनादेश के मुताबिक राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली पासबुक बनाने के साथ ही अपने वादों को भी पूरा करें। चेताया कि अगर सरकार अपने वादों को पूरा नहीं करती है तो शिक्षक अगस्त माह में शिक्षा निदेशक कार्यालय का घेराव करेंगे। नायब तहसीलदार को ज्ञापन देने के साथ ही शिक्षकों ने डीआईओएस स्तर पर लंबित मांगपत्र भी सौंपा।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष कमलेश सिंह, कोषाध्यक्ष मुसर्रत इस्लाम, मंत्री दिनेश सिंह, विवेक सिंह, विजय मिश्रा, शिवमूरत यादव, सत्येन्द्र सिंह, रघुवंश राय, आलोक शंकर, भानु प्रताप, संतसेवक, अमित, सतीश, गौरव, उमाकांत सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।
हिन्दुस्तान से साभार