उदारीकारण

उदारीकरण के साथ सांप्रदायिकता-जातिवाद का फन फैलाता जहरीला नाग

जैसे-जैसे देश और दुनिया के मुनाफाखोरों के लिए देश का बाजार चारागाह बनता गया, जनता की बुनियादी जरूरतों- रोजी-रोटी का...

उदारीकरण के तीन दशक : मेहनतकश जनता की तबाही का कौन है ज़िम्मेदार?

उदारीकारण-वैश्वीकरण की नीतियों और "विकास" के नारों के बीते तीन दशक मे विकास की सच्चाई क्या है? किसका हुआ विकास,...

भूली-बिसरी ख़बरे