अब सीएनजी-पीएनजी के दाम बेलगाम; ऑटो-कैब चालक करेंगे हड़ताल

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Bengaluru: A driver sits inside his autorickshaw parked along with others during the nationwide lockdown imposed in the wake of novel coronavirus pandemic, in Bengaluru, Wednesday, April 8, 2020. (PTI Photo/Shailendra Bhojak) (PTI08-04-2020_000096B)

ईंधन के दाम सात मार्च से 11वीं बार बढ़े हैं। सीएनजी की कीमत छह सप्ताह में 15.6 रुपये किलो बढ़ गई है। पिछले एक साल में सीएनजी के दाम 60 प्रतिशत बढ़े हैं।

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों में सीएनजी और पीएनजी के दाम फिर बढ़ गए हैं. बृहस्पतिवार को सीएनजी की कीमत 2.50 रुपये किलो और पाइप के जरिये घरों में पहुंचने वाली रसोई गैस (पीएनजी) 4.25 रुपये प्रति यूनिट बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. कच्चे माल की लागत में वृद्धि के बाद ईंधन के दाम बढ़े हैं.

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी अब 71.61 रुपये किलो मिलेगी, जो इससे पहले 69.11 रुपये किलो थी. कंपनी दिल्ली और आसपास के शहरों में सीएनजी और पीएनजी की खुदरा बिक्री करती है.ईंधन के दाम इस महीने तीसरी बार तथा सात मार्च से 11वीं बार बढ़े हैं.

कुल मिलाकर सीएनजी की कीमत छह सप्ताह से भी कम समय में 15.6 रुपये किलो बढ़ गई है. इसमें से 7.5 रुपये किलो की बढ़ोतरी इसी महीने हुई है. पिछले एक साल में सीएनजी के दाम 28.21 प्रति किलो यानी 60 प्रतिशत बढ़े हैं.इसके साथ पीएनजी की कीमत 4.25 रुपये प्रति घन मीटर (एससीएम) बढ़कर 45.86 रुपये एससीएम हो गई है.

शहरों में गैस वितरण करने वाली कंपनियां पिछले साल अक्टूबर से ही दाम बढ़ा रही हैं. उसी समय से महामारी से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में पुनरुद्धार के साथ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैस के दाम बढ़ने शुरू हुए थे.

कीमतें 2021 के अंतिम तीन महीनों में 8.74 रुपये किलो बढ़ीं. जबकि इस साल जनवरी से लगभग हर सप्ताह करीब 50 पैसे की वृद्धि हुई है.सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस के दाम एक अप्रैल से दोगुना से अधिक कर 6.1 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (यूनिट) करने के बाद कीमतें बढ़ी हैं.

प्राकृतिक गैस को जब ‘कंप्रेस्ड’ किया जाता है, वह सीएनजी बनती है, जिसका उपयोग ईंधन के रूप में वाहनों में होता है. उसी गैस को खाना पकाने और अन्य कार्यों के लिए पाइप के जरिये रसोई और उद्योगों को पहुंचाया जाता है.

महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने बुधवार को मुंबई में ‘कंप्रेस्ड नैचुरल गैस’ (सीएनजी) की कीमत पांच रुपये किलो बढ़ाकर 72 रुपये कर दी. साथ ही पीएनजी के दाम 4.50 रुपये बढ़ाकर 45.50 रुपये प्रति घन मीटर कर दिए गए.

नवीनतम मूल्य वृद्धि से पहले बीते छह अप्रैल से महानगर गैस लिमिटेड द्वारा सीएनजी 67 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर बेची जा रही थी, जबकि पीएनजी की कीमत 41.50 रुपये प्रति घन मीटर थी.

महानगर गैस लिमिटेड ने बीते 31 मार्च को सीएनजी की खुदरा कीमतों में 6 रुपये प्रति किलोग्राम और पीएनजी के लिए 3.50 रुपये की कमी की थी, जब राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से प्रभावी 13.5 प्रतिशत से इन ईंधनों पर वैट घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया था.ईंधन के दाम विभिन्न शहरों में स्थानीय करों की वजह से अलग-अलग होते हैं.

सीएनजी के दाम में वृद्धि से पहले पेट्रोल और डीजल में 16 दिनों में 10 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ है. इसके अलावा खाना पकाने में उपयोग होने वाले एलपीजी के दाम 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़े हैं.इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को पेट्रोल के दाम 105 रुपये के पार हो गए और देश की आर्थिक राजधानी में इसकी कीमत 120 रुपये के पार हो गई है.

आईजीएल के अनुसार, सीएनजी की कीमत अब नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में 74.61 रुपये किलो हो जाएगी. गुड़गांव में यह 79.94 रुपये किलो मिलेगी. पीएनजी नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में अब 45.96 रुपये और गुड़गांव में 44.06 रुपये प्रति घन मीटर होगी.

सीएनजी के दामों में ढाई रुपये की हालिया वृद्धि के मद्देनजर ऑटो, टैक्सी और कैब चालक एसोसिएशन के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को प्रशासन को चेतावनी दी कि गैस के दाम पर सब्सिडी की अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए वे 18 अप्रैल से हड़ताल पर चले जाएंगे.

11 अप्रैल को ऑटो, टैक्सी एवं कैब चालकों ने सीएनजी दाम पर सब्सिडी की मांग करते हुए दिल्ली सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया था. यह प्रदर्शन दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के बैनर तले किया गया था.

दिल्ली ऑटो संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा कि केंद्र और दिल्ली सरकार की नीतियों के विरुद्ध उनका प्रदर्शन जारी रहेगा और वे 18 अप्रैल से हड़ताल पर जाएंगे.

ईंधन की मूल्यवृद्धि के कारण अपने धंधे पर असर पड़ने के बारे में बताते हुए सोनी ने कहा, ‘सीएनजी का दाम हर रोज बढ़ रहा है और हम मांग कर रहे है कि सरकार हमें 35 रुपये प्रति किलोग्राम सब्सिडी दे.’

सोनी ने आरोप लगाया कि पिछले सात सालों में दिल्ली सरकार ने ऑटो रिक्शा एसोसिएशन के सदस्यों की कभी बैठक नहीं बुलाई.

उन्होंने कहा, ‘हमने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा, लेकिन उनके कार्यालय से कोई जवाब नहीं मिला. ऐसे में हम इन समस्याओं को लेकर किससे मिलें. न तो मुख्यमंत्री और न ही सरकार का कोई नेता हमसे बातचीत करने को तैयार है.’

सर्वोदय ड्राइवर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि राठौड़ ने कहा, ‘सीएनजी में लगातार मूल्यवृद्धि हमारी जेब में छेद कर रही है. हमने आठ और 11 अप्रैल को प्रदर्शन किया, लेकिन सरकार चुप साध कर बैठी है और उसने अब तक हमें बातचीत के लिए नहीं बुलाया है. हम 18 अप्रैल को चक्का जाम करेंगे.’

द वायर से साभार

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