नेठराणा: जन आक्रोश सभा; बिजली उपभोक्ताओं का उत्पीड़न व बिजली का निजीकरण बंद हो!

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वार्ता के लिए नहीं पहुंचे बिजली विभाग के अधिकारी। संघर्ष समिति ने कहा, अगर बिजली विभाग कोई जनविरोधी कार्यवाही करेगा तो उसका जवाब पूरे इलाके की जनता जोरदार आंदोलन से देगी।

भादरा, हनुमानगढ़ (राजस्थान)। बिजली बिलों में मनमानी लूट के खिलाफ नेठराना में धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। प्रशासन द्वारा जबरन नाजायज बिजली बिल भरवाए जाने के आदेश के खिलाफ रविवार को जन आक्रोश सभा हुई।

सभा में रामगढ़, बरवाली, भरवाना, खचवाना, सरदारगढिया, मुंसरी, गोगामेड़ी व नोहर भादरा इलाके के विभिन्न गांवों के सैंकड़ों ग्रामीण व कई जन संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे। परंतु बिजली विभाग का कोई अधिकारी वार्ता के लिए नहीं आया।

नोहर-भादरा के अलग अलग गांवों से आए कई जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने चेताया कि अगर बिजली विभाग नेठराना में किसी भी तरह की कोई जनविरोधी कार्यवाही करेगा तो उसका जवाब पूरे नोहर भादरा की जनता मिल कर जोरदार आंदोलन के जरिए देगी।

संघर्ष समिति ने कहा कि अभी बच्चों की परीक्षाओं का समय है, लोग खेतों में काम करने में व्यस्त हैं ऐसे में बिजली विभाग कनेक्शन काटने की धमकी देकर ग्रामीणों को डराने की कोशिश कर रहा है। इसके खिलाफ धरना जारी रहेगा व रोज शाम को नुक्कड़ सभाओं व मशाल जुलूस आदि का आयोजन किया जाएगा और इस हक की आवाज को जन जन तक पहुंचाया जाएगा।

संघर्ष समिति ने चेताया कि जब तक हमारी मांगों की सुनवाई नहीं की जाती तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। इस मुद्दे पर कल रामगढ़ के ग्रामीणों की ओर से तहसील कार्यालय में ज्ञापन दिया जायेगा।

संघर्ष समिति की मांग है कि कोरोनाकाल के 2 साल के बिजली बिल माफ किए जाएं, स्थाई शुल्क, फ्यूल चार्ज, नगरीय कर आदि तमाम तरह के नजायज शुल्क तुरंत बंद किए जाएं। काटे गए कनेक्शन पुन: बहाल किए जाएं, आंदोलन में सक्रिय गांवों को निशाना बनाकर जानबूझकर बिजली कटौती करना तुरन्त बन्द किया जाए, घटिया और तेज़ चलने वाले मीटर तुरंत बदले जाएं. प्रत्येक परिवार को 300 यूनिट बिजली हर माह नि:शुल्क दी जाए, बिजली विभाग का निजीकरण बंद किया जाए।

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