हजारों लोगों के रोजगार का माध्यम रही 1985 में स्थापित एचएमटी फैक्ट्री का आवासीय परिसर सरकारी निर्देश से ध्वस्त होने लगा है। हल्द्वानी : एक हजार से अधिक लोगों के रोजगार का माध्यम रही कुमाऊं की शान एचएमटी फैक्ट्री का आवासीय परिसर ध्वस्त होने लगा है। 1985 में स्थापित फैक्ट्री का 1992 तक स्वर्णिम दौर रहा। कुप्रबंधन व दूसरी वजहों से रानीबाग स्थित फैक्ट्री बाद में गर्त में जाने लगी। केंद्र सरकार ने भारी उद्योग मंत्रालय ने 2016 में फैक्ट्री को बंद करने का फैसला ले लिया। फरवरी 2020 में केंद्र सरकार के नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रशन कारपोरेशन यानी एनबीसीसी को भूमि प्रबंधन एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया। केंद्र के निर्णय के अनुसार एचएमटी फैक्ट्री की 33.32 एकड़ वन भूमि व 13.32 एकड़ लीज पर ली गई वन भूमि संबंधित विभागों को वापस कर दी गई। वन विभाग ने अपनी भूमि को उसी स्वरूप में लौटने के लिए लिया कहा, जिस स्वरूप में उसे दी गई थी। ऐसे में एचएमटी प्रबंधन ने करीब 30 से अधिक आवासीय कालोनी वाले वन भूमि के परिसर को ध्वस्त कराना शुरू कर दिया है। इसका जिम्मा ठेकेदार को दिया गया है। बुलडोजर शहर की पहचान रही एचएमटी को ध्वस्त करने में जुटे हैं। हल्द्वानी: जजफार्म क्षेत्र में पानी की लाइन डालने को लेकर शुक्रवार को हंगामा खड़ा हो गया। विरोध में उतरी महिलाओं व स्थानीय लोगों का कहना था कि उनकी कालोनी की लाइन में नए कनेक्शन जोडऩे पर पानी का संकट खड़ा हो जाएगा। मौके पर ठेकेदार व कर्मचारियों संग खासा विवाद भी हुआ। विरोध में उतरे लोगों ने फावड़े-बेलचे तक तक जब्त कर लिए। वहीं, जल संस्थान ने अब पुलिस-प्रशासन की मदद से अटके काम को करवाने की तैयारी में जुटा है।जजफार्म के डी ब्लाक में पानी की समस्या को दूर करने के लिए नई लाइन बिछनी थी। सुबह दस बजे करीब ठेकेदार सड़क को खुदवा रहा था। इस बीच ई व एफ ब्लाक के लोग मौके पर पहुंच गए। उनका कहना था कि डी ब्लाक की लाइन उनकी लाइन से जुडऩे पर दो ब्लाक में पानी का संकट खड़ा हो जाएगा। पूर्व में इस दिक्कत से अवगत करा दिया था। इसलिए किसी अन्य जगहों से कनेक्शन जोड़ा गया। ठेकेदार व कर्मचारियों संग विवाद होने पर लोगों ने फावड़े-बेलचे भी ले लिए। फिर खुद ही खोदी गई सड़क को पाटना शुरू कर दिया। जिस वजह से काम अटक गया। विरोध जताने वालों में एससी पांडे, चम्पा जीना, निर्मल बिष्ट, राजेंद्र जोशी, आशा पांडे, गीता पंत, सीमा पाठक, दीपा कांडपाल, गौरव राज आदि शामिल थे। जागरण से साभार