बेल्जियम की ट्रेड यूनियनों का फ़िलिस्तीन में युद्ध के लिए हथियारों को भेजने में सहयोग से इनकार

ट्रेड यूनियन द्वारा तुरंत संघर्ष-विराम की मांग; शांति के पक्ष में एकजुटता प्रदर्शन। बेल्जियम की ट्रेड यूनियनों की यह पहल मज़दूर-मेहनतकश जनता के लिए एक मिसाल और प्रेरणा का स्रोत है।
आज से 100 साल से भी ज्यादा पहले साम्राज्यवाद के विरोध में मज़दूर वर्ग और उसकी एकता के लिए नारा दिया गया था – दुनिया के मज़दूर और उत्पीड़ित जनता एक हो! उसी विरासत को आगे बढ़ाते हुए, बेल्जियम के 4 ट्रेड यूनियन, जिनकी सदस्य संख्या कुल 30 लाख है, वो लोग एक संयुक्त बयान दुनिया के साम्राज्यवाद विरोधी अमनपसंद लोगों के बीच में आज सुबह से घूम रहा है और उनके हौसले को बुलंद कर रहा है।

बेल्जियम के इन ट्रेड यूनियनों ने साझा बयान जारी करके अपने सदस्यों को फ़िलिस्तीन में इजराइल द्वारा चलाए जा रहे युद्ध में, बेल्जियम के एयरपोर्ट से हथियार भेजने का काम करने से मना करने की अपील की है। ट्रेड यूनियनों ने बताया की मज़दूरों को अलग अलग हवाई-अड्डों से हथियार युद्ध क्षेत्र जाते हुए दिखे। बेल्जियम सरकार का दोगलापन को इशारा करते हुए उन्होंने कहा की जैसे यूक्रेन-रूस युद्ध में पहले से निश्चित निर्देश बनाया गया था, अभी भी वैसे ही मानना चहिए।
उन्होंने बताया की ट्रेड यूनियन के हिसाब से वो लोग तुरंत संघर्ष-विराम की मांग करते हैं और उनके साथ एकजुटता में है, जो शांति के लिए आवाज़ उठा रहे हैं।


पिछले तीन हफ़्तों से इजरायली आर्मी द्वारा ग़ज़ा पर निरंतर बमबारी जारी है। इसके साथ-साथ वेस्ट बैंक के क्षेत्र में भी 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। ग़ज़ा में घायल हुए लोगों के लिए स्वास्थ की सेवाएं उपलब्ध न होने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, और पिछले कुछ दिनों में एक बड़े अस्पताल पर भी बम गिराया गया। साथ ही शरणार्थियों के एक बड़े कैंप पर बमबारी के कारण पिछले दिन 500 से अधिक मृत्यु हुई।
बीते दिनों फ़िलिस्तीनी मज़दूर संगठनों ने दुनिया भर के कामगारों का फ़ौरी आह्वान किया था कि वे इस्राइल को हथियार देना बंद करें और उससे हर तरह की सहभागिता बंद करें।
उन्होंने पूरी दुनिया के मेहनतकश जन से अपील की थी कि- इस्राइल को भेजे जानेवाले हाथियारों के उत्पादन में असहयोग करें, इस्राइल को हथियारों की खेप भेजने से इनकार करें, इस बारे में अपने मज़दूर संगठनों में प्रस्ताव पास करें, इस्राइल की क्रूर और ग़ैरक़ानूनी नाक़ेबंदी में सहयोग देनेवाली कंपनियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें विशेषकर अगर उनका उन संस्थानों से कोई करार है जहाँ आप काम करते हैं। सरकारों पर इस्राइल के साथ सैनिक कारोबार समाप्त करने और जहाँ तक अमरीका की बात है, उस पर इसके लिए फ़ंडिंग रोकने का दबाव डालें।
ऐसे में बेल्जियम की ट्रेड यूनियनों की यह पहल पूरी दुनिया की मज़दूर-मेहनतकश जनता के लिए एक मिसाल और प्रेरणा का स्रोत है।