शहादत दिवस पर विविध आयोजन: ‘भगत सिंह का ख्वाब अधूरा, मेहनतकश उसे करेगा पूरा!’

शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को याद कर गैरबराबरी व साम्प्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का संकल्प बंधा, मज़दूर विरोधी लेबर कोड रद्द करने, निजीकरण बन्द करने की मांग उठी।

शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के 93वें शहादत दिवस पर 23 मार्च को देश के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धांजलि अर्पित हुई। शहीद भगत सिंह व उनके साथियों से प्रेरणा लेते व उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प बांधते हुए जगह-जगह सभा हुई, रैली निकली।

‘इंकलाब जिंदाबाद!’, ‘भगत सिंह- राजगुरु- सुखदेव की शहादत दिवस अमर रहे!’  ‘अमर शहीदों का पैगाम जारी रखना है संग्राम!’ ‘भगत सिंह का ख्वाब अधूरा, हम सब मिलकर करेंगे पूरा!’ ‘भगत सिंह को याद करेंगे, जुल्म नहीं बर्दाश्त करेंगे!’ ‘मजदूरों मेहनतकशों की एकता, जिंदाबाद!’ पूंजीवाद, जातिवाद, सांप्रदायिकता, फासीवाद का एक इलाज- भगत सिंह का इन्कलाब आदि नारे बुलंद हुए।

अमर शहीदों का पैगाम, जारी रखना है संग्राम!

इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह राजगुरु, सुखदेव ने छोटी उम्र में अंग्रेजों से देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। भगतसिंह ने कहा था कि जब तक पूंजीवादी-साम्राज्यवादी व्यवस्था मौजूद है तब तक मजदूर- मेहनतकशों का शोषण उत्पीड़न जारी रहेगा।

वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे क्रांतिकारियों का सपना आज तक पूरा नही हुआ। आजादी के बाद देश की सरकारों ने पूंजीपति वर्ग की सेवा करते हुए देश की मजदूर मेहनतकश जनता के शोषण उत्पीड़न को लगातार बढ़ाने का काम किया है, और साम्राज्यवादियों के साथ गठजोड़ को मजबूत करने का ही काम किया है।

वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार ने देशी विदेशी पूंजी की सेवा में मजदूरों के श्रम कानूनों पर हमला कर 4 लेबार कोड बना दिया है। सार्वजनिक क्षेत्रों को पूंजीपति वर्ग को बेचा जा रहा है। किसानों की जमीन को हथियाने को 3 काले कृषि कानून लायी थी। किसानों ने ऐतिहासिक संघर्ष कर सरकार को पीछे धकेला।

मौजूदा खतरनाक हालात का जिक्र करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा की हिंदुत्ववादी राजनीति पूंजीपतियों के हित में है। वे इसके द्वारा देश की जनता की एकता को पूरी तरह से तोड़ कर मेहनतकश जनता के शोषण दमन की व्यवस्था पूंजीवाद को बनाए रखना चाहती है।

वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह के सपनों के विपरीत सरकार ने साम्राज्यवादी शासकों के साथ घनिष्ठ संबंध कायम किया है। इसी का परिणाम है कि आज देश में जारी G20 की बैठकों का गुणगान किया जा रहा है । G20 जैसे मंच के माध्यम से दुनिया के साम्राज्यवादी शासक व बढ़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले पूंजीवादी सरकारें दुनिया की मजदूर मेहनतकश जनता को और लूटने की नीतियां बनाने का काम करती हैं। 

भगत सिंह ने आह्वान किया था कि देश की मजदूर मेहनतकश जनता को अंग्रेजी राज के साथ-साथ देश के पूंजीपति वर्ग के खिलाफ संघर्ष कर देश में मजदूर राज समाजवाद की ओर बढ़ना होगा। देश की मेहनतकश जनता के सामने यही लक्ष्य है जो मौजूदा लूट, शोषण और दमन का खत्म करेगा।

देश के विभिन्न हिस्सों में हुए कार्यक्रमों की झलक-

उत्तराखंड

रुद्रपुर। शहादत दिवस पर मजदूर सहयोग केन्द्र व इंकलाबी मजदूर केन्द्र के आह्वान पर सामाजिक संगठनों तथा सिडकुल की ट्रेड यूनियनों द्वारा शहर स्थित अंबेडकर पार्क में एक सभा हुई और भगतसिंघ चौक तक जुलूस निकाल कर माल्यार्पण किया गया।

इस दौरान मज़दूर विरोधी लेबर कोड रद्द करने, निजीकरण बन्द करने की मांग के साथ गैरबराबरी व साम्प्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का संकल्प बंधा। सर्वसहमति से G20 के मंच व उसकी बैठकों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित हुआ। G20 के बहाने अतिक्रमण के नाम पर रुद्रपुर में व रामनगर में छोटे व्यापारियों को उजाड़ने के खिलाफ संघर्ष चलाने का आह्वान हुआ।

कार्यक्रम में मज़दूर सहयोग केन्द्र, इंकलाबी मज़दूर केन्द्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, सीपीआई, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान मासा, श्रमिक संयुक्त मोर्चा, किसान संगठन, समता सैनिक दल, भगवती इम्प्लाइज यूनियन, रॉकेट रिद्धि सिद्धि कर्मचारी संघ, बजाज मोटर कर्मकार यूनियन, एडविक कर्मचारी संगठन, करोलिया लाइटिंग इम्पलाइज यूनियन, महिंद्रा कर्मकार यूनियन, नैस्ले कर्मचारी संगठन, ऑटो लाइन एंप्लाइज यूनियन, टाटा ऑटोकांम मज़दूर संघ, गुजरात अंबुजा कर्मकार यूनियन, इन्टरार्क मजदूर संगठन पंतनगर, यजाकी वर्कर्स यूनियन, आनंद निशिकाव इम्पलाइज यूनियन के साथ विभिन्न कंपनियों के मजदूर व सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।

पंतनगर विश्वविद्यालय में हुवे इंक़लाबी मजदूर केंद्र एवं ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर ने प्राइमरी स्कूल टा कालोनी मैदान से झा कालोनी होते हुए शहीद स्मारक पंतनगर तक प्रभात फेरी निकाली।

हरिद्वार। राजा बिस्किट के 50 दिन से धरने पर बैठे हुए मजदूरों ने शहीदों को याद करते हुए शोषण जुल्म के खिलाफ संघर्ष देश तेज करने का संकल्प लिया।

सुभाष नगर मार्केट में नुक्कड़ सभाएं की गई और क्रांतिकारी गीत गाये गये। कार्यक्रम में इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, भेल मजदूर ट्रेड यूनियन, फूड्स श्रमिक यूनियन, ऐविरेडी मजदूर कमेटी और राजा बिस्किट मजदूर संगठन के सदस्यों ने भागीदारी की।

रामनगर (नैनीताल) में इंक़लाबी मजदूर केंद्र ,प्रगतिशील महिला एकता केंद्र ,परिवर्तन कामी छात्र संगठन और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने प्रभात फेरी निकाली।

रामनगर (नैनीताल) में सावित्रीबाई फुले, ज्योतिबा फुले सांयकालीन स्कूल पूछड़ी में भगतसिंह व उनके साथियों को गीतों के माध्यम से याद किया गया। बच्चों ने एक छोटा नाटक भी प्रस्तुत किया।

लालकुआं (नैनीताल) में इन्क़लाबी मज़दूर केंद्र, पछास व प्रगतिशील महिला एकता केंद्र आदि संगठनों ने काररोड, बिन्दुखत्ता में प्रभात फेरी निकाली।

कालाढूंगी (नैनीताल) में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन व क्रांतिकारी किसान मंच ने सयुंक्त रूप से शहीद ए आजम भगत सिंह को दी श्रद्धांजलि दी।

हल्द्वानी (नैनीताल) में परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास) ने एमबीपीजी कॉलेज के सामने डीडी पंत पार्क, हल्द्वानी में शहादत कार्यक्रम की गई। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं सहित, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के साथियों ने भी भागीदारी की।

अल्मोड़ा। उत्तराखंड छात्र संगठन की संगोष्ठी सलाम समिति द्वारा संचालित राम सिंह धोनी पुस्तकालय शिखर होटल के पास आयोजित की गई। कार्यक्रम में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। युवाओं से अपील किया गया कि समाज में जो नशा, भ्रष्टाचार और लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन हो रहा है उसके खिलाफ सबको प्रखर होना चाहिए।

देहरादून। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी शहादत दिवस कार्यक्रम आयोजित किया।

राजस्थान:

जयपुर। स्थानीय झालाना डूंगरी कच्ची बस्ती में लाल झंडे के नीचे एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। क्रांतिकारी नौजवान सभा, राजस्थान की तरफ से आयोजित इस गोष्ठी में बस्ती के आम लोगों के साथ जयपुर सफाई मजदूर यूनियन के साथियों ने भी हिस्सा लिया।

गोष्ठी में सफाई, हेयर स्टाइलिंग, कार क्लीनिंग, ऑफिस टाइपिंग, घर में पीस वर्क आदि काम करने वाले युवाओं के साथ स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवाओं ने भी अपने अनुभव बताए। सभी युवाओं के लिए शिक्षा, राजनीतिक शिक्षा, रोज़गार के लिए कुछ काम सीखना (ताकि झाड़ू न पकड़नी पड़े) और एक दूसरे को हुनर व काम मिलजुल कर सिखाने पर जोर दिया गया।

सबने माना कि मजदूर वर्ग के लिए मिल कर संगठित रूप से सिर्फ संघर्ष करना ही नहीं, ज़रूरी है मिलकर संघर्ष के लिए समय और साधन भी जुटाना।

हरियाणा:

कुरुक्षेत्र। शहीद भगत सिंह दिशा ट्रस्ट, जन संघर्ष मंच हरियाणा, निर्माण कार्य मजदूर मिस्त्री यूनियन तथा मनरेगा मजदूर यूनियन ने स्थानीय शहीद भगत सिंह दिशा संस्थान में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की। रामलीला ग्राउंड निकट पुराना बस अड्डा तक जुलूस निकाला गया और रामलीला ग्राउंड में जनसभा हुई।

गोहाना (सोनीपत)। शहीद भगत सिंह पार्क, गोहाना में जन चेतना मंच, समतामूलक महिला संगठन व जन संघर्ष मंच हरियाणा द्वारा शहीदी दिवस अगाध श्रद्धा से मनाया गया व संकल्प बांधा गया।

गुड़गांव। आईएमटी मानेसर में इंकलाबी मजदूर केंद्र द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई जो काकरौला-भांगरौला गांव होते हुए दादा डिप्टी चौक पहुंची, जहाँ सभा हुई।

दिल्ली:

कलेक्टिव द्वारा तीन दिवसीय विविध कार्यक्रम के तहत 23 मार्च को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई।

इसी अभियान के तहत कलेक्टिव द्वारा 24 मार्च को दिल्ली विश्वविद्यालय में और बंगलुरु (कर्नाटक) में भी कार्यक्रम आयोजित होंगे।

दिल्ली के शाहबाद डेयरी बस्ती व बाजार में इंकलाबी मजदूर केंद्र, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, जन अभियान -दिल्ली एवं प्रगतिशील महिला एकता केंद्र ने संयुक्त रूप से प्रभात फेरी प्रभात फेरी निकली और नुक्कड़ सभा हुई।

बिहार:

रोहतास। शहीद भगत सिंह छात्र-युवा मंच और ग्रामीण मजदूर यूनियन, बिहार ने शहादत दिवस मनाया, गगनभेदी नारों के साथ प्रदर्शन किया। रैली स्टेडियम से निकलकर गोड़ारी बाजार का भ्रमण करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी काराकाट (गोड़ारी) और प्रखंड कार्यक्रम अधिकारी काराकाट (गोड़ारी) के कार्यालय के समक्ष सभा में बदल गई।

पश्चिम बंगाल:

पलाशी। नज़रूल जन्म शताब्दी समिति की पहल पर पलाशी में कार्यक्रम आयोजित हुआ।

छत्तीसगढ़:

भिलाई में मुर्गा चौक पर श्रद्धांजलि के साथ सभा हुई।

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