बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा यूनियन प्रधान, महासचिव सहित तीन नेताओं के निलंबन का विरोध करो!

यूनियन ने कहा- बेलसोनिका यूनियन पर मालिक व प्रशासन द्वारा जो कार्यवाही की जा रही है, हम सब उसका विरोध करते हैं और स्थाई-ठेका एकता के साथ अंतिम दम तक संघर्ष जारी रखेंगे।

मानेसर, गुड़गांव। बेलसोनिका यूनियन व प्रबंधन के बीच लगातार जारी संघर्ष के बीच प्रबंधन ने 17 मार्च को यूनियन के तीन पदाधिकारियों यूनियन के प्रधान मोहिंदर कपूर, महासचिव अजित सिंह व संगठन सचिव सुनिल कुमार को निलंबित कर दिया।

प्रबंधन ने अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए और श्रम विभाग के निर्देशों की खुली अवहेलना करते हुए अपनी मंशा को स्पष्ट कर दिया। इसका विभिन्न संगठनों और यूनियनों ने विरोध किया है।

18 मार्च को सुबह कार्य पर जाने के दौरान तीनों नेताओं को बस में बैठने से रोकने की कोशिश की गई। तीनों पदाधिकारी जैसे तैसे कंपनी गेट पहुंचे। लेकिन प्रबंधन ने बसों को कंपनी के गेट पर ही रोक दिया।

श्रमिकों ने इसका विरोध किया और प्रबंधन से कहा कि यूनियन पदाधिकारियों को यूनियन ऑफिस में आने से नहीं रोक सकते। उसके बाद यूनियन के तीन पदाधिकारी शांति पूर्वक संघर्ष करके यूनियन ऑफिस के अंदर आ गए। इसके तुरन्त बाद प्रबंधन ने पुलिस बल को कंपनी में बुला लिया।

लगातार संघर्ष जारी

दरअसल, मात्र एक ठेका मजदूर को यूनियन की सदस्यता देने पर बेलसोनिका ऑटो कंपोनेंट कर्मचारी यूनियन को कंपनी प्रबंधन की शिकायत पर लेबर डिपार्टमेंट ने 26 दिसंबर 2022 को कारण-बताओ नोटिस जारी कर मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी थी। यूनियन इसके खिलाफ संघर्षरत है।

इस बीच होली की छुट्टियों से पहले बेलसोनिका प्रबंधन फर्जी दस्तावेज के नाम पर घरेलू जांच समाप्त हुए वर्करों को निकालना चाहता था। यूनियन का कहना था कि प्रबंधन की इस मंशा को भाँपते हुए बीते 1 मार्च को प्रथम पाली में टूल डाउन कर दिया।

प्रबंधन ने श्रमिकों को निकालने के लिए बड़ी संख्या में ठेका श्रमिकों को भर्ती कर लिया था। इसके अलावा कम्पनी में कई बाउंसरो को भी भर्ती किया गया था। यूनियन और मज़दूरों की आपसी सहमित के बाद दोपहर 2:00 बजे टूल डाउन को ख़त्म कर दोबारा काम शुरू कर दिया था।

श्रम विभाग की अवमानना

बेलसोनिका यूनियन व प्रबंधन के बीच सहायक श्रम आयुक्त की मध्यस्ता में वार्ताएं जारी हैं। 15 मार्च को सहायक श्रम आयुक्त की मध्यस्ता में यूनियन और प्रबंधन के बीच वार्ता जारी थी। जिसमें दोनों पक्षों को यथास्थिति बनाए रखते हुए प्लांट के अंदर शांति बनाए रखने के निर्देश दिए गए थे और आगामी वार्ता 20 मार्च को निर्धारित थी। लेकिन बेलसोनिका प्रबंधन अपनी हठधर्मिता पर उतर आया।

प्रबंधन ने दिखा दिया कि हम ना तो श्रम विभाग को मान रहे हैं और ना ही यूनियन को मान रहे हैं। बेलसोनिका प्रबंधन ने तय कर लिया कि फैक्ट्री से बड़ी संख्या में स्थाई व पुराने ठेका श्रमिकों की छंटनी करेंगे। यूनियन नेताओं का निलंबन इसी मकसद से की गई है।

स्थाई और ठेका मज़दूरों की एकता तोड़ने की साजिश

यूनियन प्रधान मोहिंदर कपूर ने कहा कि हमें संघर्षं का रास्ता अपनाये हुए एक दशक से उपर हो गया है। हमारी एकता को तोड़ने और यूनियन को खतम करने का षड्यंतर चल रहा है। हमारा संघर्ष यूनियन और ठेका मजदूरों को लेकर था। जिसमे स्थाई ओर आस्थाई मजदूरों को समान हक मिले। मारुती प्रबंधन को यही स्थाई ओर ठेका मजदूरों की एकता रास नही आई और उसने एक षड़यंतर बनाकर यूनियन पर हमला किया। जिसने मज़ूदर मजदूर भाई भाई का नारा दिया ओर उसे आगे भी बढ़ाया।

आज वही हमला बेल्सोनिका प्रबंधन द्वारा बेल्सोनिका यूनियन और मज़दूरो पर किया जा रहा। बेल्सोनिका यूनियन एक ठेका मज़दूर जो कम्पनी मे स्थाई मज़दूरों के साथ वही स्थाई परवर्ती का काम करता जो स्थाई मजदूर करता है, को यूनियन की सदस्यता दी जो उसका कानूनी अधिकर है। इसके बाद बेल्सोनिका प्रबंधन और प्रशासन द्वारा यूनियन को कारण बताओ नोटिस दे दिया गया है।

महासचिव अजित सिंह ने कहा कि आज बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा बेलसोंनिका मज़दूरो पर जो हमला है वह छोटा हमला नही है क्योंकि बेलसोनिका यूनियन अपने किसी भी मज़दूरों मे कोई भेद भाव नही करती। उसकी नज़र् मे कम्पनी मे कम करने वाला हर मज़दूर एक सम्मान है ओर सबके अधिकर बराबर है जो यूनियन् ने अपने व्यवहार लागू भी किया।

मारुती मजदूरों पर जो हमला था आज वही बेल्सोनिका मज़दूरों पर है। सभी कंपनी मालिक और प्रबंधन द्वारा मिलकर मज़दूर यूनियनों को खतम करने के लिए षड़यंतर रचे जा रहें, निलम्बन किये जा रहे हैं वो सब राजनितिक है क्योकि देश की सरकारे भी मज़दूरों के कानूनी अधिकारों को खतम करके बहुत सीमित कर देना चाहती है जो सभी कानून कंपनी मालको के हको के पक्ष मे है न की मज़दूरो के।

बेल्सोनिका प्रबंधन ने यूनियन के तीन पदाधिकारियों को ससपेंड कर दिया है जोकि मज़दूरों की एकता के प्रति मनेजमेंट की द्वेष भावना को साफ दिखाता है।

यूनियन ने कहा कि आज बेलसोनिका यूनियन पर मालिक व प्रशाशन द्वारा जो कार्यवाही की जा रही है, हम सब उसका विरोध करते हैं और अंतिम दम तक संघर्ष जारी रखेंगे।

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