लुधियाणा: समझौते से मुकरने पर मार्शल मशीन कंपनी के मज़दूर संघर्षरत, होली पर भी धरना रहा जारी

प्रबंधन की मनमानी जारी। यूनियन ने कहा- यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक मज़दूरों को पिछले वेतन के भुगतान सहित और सारे कानूनी श्रम अधिकार हासिल नहीं हो जाते।
लुधियाणा (पंजाब)। पिछले दो महीनों का वेतन लेने और अन्य कानूनी श्रम अधिकारों को लागू कराने के लिए होली के दिन भी मार्शल मशीन लिमिटेड के मज़दूरों को फैक्टरी गेट पर धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह संघर्ष पिछले 9 दिनों से चल रहा है पर कंपनी मालिक अपने मज़दूर विरोधी रवैये पर अड़ा हुआ है। श्रम विभाग द्वारा भी मालिकों/प्रबंधकों के खिलाफ बनती कारवाई नहीं की गई।
होली के दिन मालिकों द्वारा धरने पर पुलिस भेज कर मज़दूरों को डराने की कोशिश की गई जो मज़दूरों की दलीलों और एकता ने नाकाम कर दी। कारखाना मज़दूर यूनियन के अध्यक्ष लखविंदर ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जाती तब तक संघर्ष जारी रहेगा।

धरने को कारखाना मज़दूर यूनियन के नेताओं लखविंद, कलपना और गगनदीप कौर, टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन के नेता जगदीश सिंह, छोटेलाल, विशाल ने संबोधन किया। महिला नेताओं ने मज़दूरों को 8 मार्च के अंतरराष्ट्रीय मज़दूर महिला दिवस के क्रांतिकारी महत्व की जानकारी देते हुए महिलाओँ की विशाल आबादी को मज़दूर आंदोलन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया। साथी तिलकधारी ने क्रान्तिकारी गीत पेश किये।
उल्लेखनीय है कि पहले 7 से 10 फरवरी तक चली हड़ताल के दौरान कंपनी मालिकों द्वारा श्रम विभाग के अधिकारियों के सामने लिखित समझौता किया गया था कि हर महीने 10 तारीख तक वेतना का भुगतान किया जाएगा और जनवरी का वेतन तीन किश्तों में दिया जाएगा और अन्य श्रम कानून लागू करने की बात भी मानी गई थी। लेकिन बाद में मालिक इस समझौते से मुकर गया। अब 28 फरवरी से लगातार मज़दूरों की हड़ताल जारी है।
कारखाना मज़दूर यूनियन का कहना है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक मज़दूरों को पिछले वेतन के भुगतान सहित और सारे कानूनी श्रम अधिकार हासिल नहीं हो जाते। लुधियाणा के मज़दूरों-मेहनतकशों और अन्य इंसाफ पसंद लोगों को अपने संघर्ष के समर्थन में लामबंद करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। बड़ी संख्या में पर्चा बांटा जाएगा, पैदल मार्च किये जाएंगे, मीटिंगें की जाएँगी। उन्होंने सभी इंसाफपसंद लोगों को इस संघर्ष का समर्थन करने का आह्वान किया है।