अमेरिका में बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन करने वालों की संख्या में रिकार्ड इजाफा

अमेरिका में पिछले हफ्ते जॉबलेस क्लेम्स में 21 हजार का इजाफा हुआ। पिछले 8 हफ्तों में ऐसा पहली बार है जब बेरोजगारी सुविधाएं मांगने वालों की संख्या 2 लाख के पार पहुंच गई है।

भारत में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। ऐसा ही कुछ हाल भारत के पड़ोसी देशों का भी है लेकिन अब दुनिया के सबसे ताकतवर और उन्नत देशों में गिने जाने वाले अमेरिका में भी बेरोजगारों की संख्या में इजाफा होने का अनुमान है। दरअसल अमेरिका में बेरोजगारों को मिलने वाले लाभ का फायदा लेने के लिए रिकॉर्ड संख्या में लोगों ने आवेदन किया है।

न्यूज एजेंसी AP की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते अनइंप्लॉयमेंट बेनिफिट्स के लिए आवेदन करने वाले अमेरिकियों की संख्या में पांच महीनों में सबसे अधिक उछाल आया, लेकिन छंटनी ऐतिहासिक रूप से कम रही क्योंकि फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में बढ़ोतरी से श्रम बाजार काफी हद तक अप्रभावित रहा।

श्रम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अमेरिका में पिछले हफ्ते जॉबलेस क्लेम्स में 21 हजार का इजाफा हुआ। इससे पहले वाले हफ्ते में ऐसे आवेदनों की संख्या 190,000 थी, जो बढ़कर 2,11,000 हो गई है। ऐसा पिछले 8 हफ्तों में पहली बार हुआ है जब अनइंप्लॉयमेंट बेनिफिट्स (बेरोजगारी सुविधाओं) की मांग करने वालों की संख्या 2 लाख के पार पहुंच गई है। अमेरिका में अनइंप्लॉयमेंट बेनिफिट्स के लिए आने वाले आवेदनों को छंटनी के लिए एक प्रॉक्सी माना जाता है।

पिछले महीने फेड ने अपनी मुख्य उधार दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी। यह मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए साल में आठवीं बार किया गया इजाफा था। केंद्रीय बैंक की बेंचमार्क दर अब 4.5 से 4.75 प्रतिशत की सीमा में है, जो 15 वर्षों में इसका उच्चतम स्तर है और कुछ विश्लेषक तीन या अधिक वृद्धि की भविष्यवाणी कर रहे हैं जो इस दर के निचले सिरे को 5.5 प्रतिशत तक बढ़ा देगा।

अमेरिका में मुद्रास्फीति फेड के 2 प्रतिशत लक्ष्य से दोगुनी से अधिक बनी हुई है। इसके बावजूद कहा जा रहा है कि अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और नौकरियों में इजाफा हुआ है। पिछले महीने अमेरिकी सरकार की तरफ से बताया गया था कि नियोक्ताओं ने जनवरी में उम्मीद से बेहतर 517,000 नौकरियां दी थीं। इस वजह से बेरोजगारी दर 3.4 प्रतिशत तक गिर गई। यह 1969 के बाद का सबसे निचला स्तर है। विश्लेषकों को उम्मीद है कि शुक्रवार की नौकरियों की रिपोर्ट से पता चलेगा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने फरवरी में और 2,08,000 नौकरियां पैदा की हैं।

फेड नीति निर्माताओं ने अनुमान लगाया है कि अमेरिका में इस वर्ष के आखिरी तक बेरोजगारी दर बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो जाएगी। यह ऐतिहासिक रूप से मंदी से जुड़ा एक बड़ा इजाफा होगा।

साभार: जनसत्ता, संपादित

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