मनेसर: बेलसोनिका कंपनी ने तैनात किए बाउंसर; प्रबंधन व यूनियन के बीच विवाद गहराया

प्रबंधन विवादों को निपटाने की जगह दमन बढ़ा रहा है, श्रमिकों के बहाने असामाजिक तत्वों की भर्ती करके माहौल बिगड़ने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में यूनियन को टूल डाउन करना पड़ा।

मानेसर, गुड़गांव। मनेसर स्थित मारुति के वेंडर कंपनी बेलसोनिका में प्रबंधन प्रतिशोधात्मक व गैर क़ानूनी गतिविधियां लगातार तेज होती जा रहाई हैं। इसके विरोध में बेलसोनिका यूनियन द्वारा 1 मार्च को सुबह 7:30 बजे से काम बंद कर दिया गया।

ज्ञात हो कि यूनियन को खत्म करने की साजिशों के बीच बेलसोनिका प्रबंधन ने तीन स्थाई मजदूरों को बर्खास्त कर दिया था। बेलसोनिका यूनियन द्वारा प्रबंधन को कई बार इन बर्खास्त श्रमिकों को वापस लेने की गुहार लगाई। लेकिन प्रबंधन ने इनको लेने से मना कर दिया। जिसको लेकर यूनियन द्वारा विरोध स्वरूप काम बंद कर दिया गया था।

प्रबंधन ने प्लांट के अंदर ठेकेदार द्वारा ड्रेस पहनाकर अराजक तत्वों की भर्ती करना शुरू कर दिया गया तथा पुलिस को बुला लिया गया। ठेकेदार द्वारा भर्ती अराजक तत्वों से लाइनों को जबरदस्ती चलवाने तथा लड़ाई झगड़े की स्थिति पैदा की गई। यूनियन का साफ कहना है कि इन शरारती तत्वों को तुरंत फैक्ट्री से बाहर निकाला जाए तथा प्रबंधन बैठकर सभी मसलों पर समाधान करें।

प्रबंधन बढ़ा रहा है अराजक स्थिति

बेलसोनिका इम्पालाइज यूनियन ने अपने फ़ेसबुक पोस्ट द्वारा बताया कि बेलसोनिका प्रबंधन और यूनियन के बीच विवाद लगातार जारी है। 27 फरवरी को उप श्रम आयुक्त महोदय ने बेलसोनिका प्रबंधन व यूनियन को तमाम विवादों के निपटारे हेतु बुलाया था। दोनों पक्ष विवाद के निपटारे को लेकर तैयार थे और उप श्रम आयुक्त महोदय ने दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने के निर्देश दिए थे।

लेकिन दिनांक 28 फरवरी को बेलसोनिका प्रबंधन यूनियन के समक्ष तमाम विवादों के निपटारे को लेकर मना कर दिया। प्रबंधन ने यूनियन को कहा कि हम सभी पुराने ठेका श्रमिकों की छंटनी करेंगे, इसके अलावा हमारे पास और कोई भी उपाय नहीं है, आपको जो करना है वह कर ले। हम किसी भी प्रकार की मीटिंग व श्रमिकों को वापस लेने की कार्यवाही नहीं करेंगे।

1 मार्च को जब मज़दूर फैक्ट्री में आए तो देखा कि 200-250 श्रमिकों को ठेकेदार के द्वारा फैक्ट्री के अंदर भर्ती कर लिया गया है और कुछ ऐसे असामाजिक तत्वों को भी भर्ती कर लिया गया है जो ठेकेदार की ड्रेस पहनकर शॉप फ्लोर में केवल घूम रहे हैं। इस स्थिति को देखकर यूनियन ने अनुमान लगाया कि प्रबंधन ने फैक्ट्री के अंदर लड़ाई झगड़े की स्थिति पैदा करने के लिए यह सब किया है।

इस दौरान यूनियन ने मजदूरों से अपील किया कि सभी साथी धैर्य व शांति बनाए रखे।

प्रबंधन ने पैदा की टूल डाउन की स्थिति

यूनियन ने बताया कि इस स्थिति से बचने के लिए टूल डाउन करना पड़ा। सुबह के 7:30 बजे से उत्पादन बंद था। मौके पर आकर पुलिस प्रशासन व लेबर अधिकारियों ने वार्ता की। लेबर अधिकारियों ने 10 दिन का समय मजदूरों को दिया और दिनांक 03.03.2023 को मुद्दों को लेकर समाधान बैठक लेबर विभाग में दोनों पक्षों की तय की गई। इस बात पर उत्पादन को दोपहर 14:00 बजे शुरू किया गया।

लेकिन कंपनी में पर्याप्त मजदूर होते हुए भी लगातार पिछले तीन-चार दिनों से श्रमिकों की भर्तियां की जा रही है। जिसमें अराजक तत्वों को भी भर्ती किया जा रहा है और कम्पनी में अशांति का माहौल तैयार किया जा रहा है।

प्रबंधन लगभग 600-700 मजदूर अतिरिक्त भर्ती कर चुका है और यह लगातार जारी है। इसके साथ-साथ बाउंसर या अराजक तत्व की संख्या लगभग 60 से 70 की गई है।

ठेका मज़दूर को यूनियन सदस्यता देने पर नोटिस का विरोध

ज्ञात हो कि बेलसोनिका यूनियन को रजिस्ट्रार ट्रेड यूनियन, हरियाणा द्वारा यूनियन का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की धमकी के साथ जारी कारण बताओ नोटिस के विरुद्ध मजदूरों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है।

इस मुद्दे पर 12 फरवरी को लघु सचिवालय, गुड़गांव में आयोजित मजदूर सम्मेलन में ठेका मजदूर को यूनियन की सदस्यता देने के विरोध में जारी रजिस्ट्रार के नोटिस को मजदूरों पर राजनीतिक हमला बताते हुये इसके विरुद्ध आंदोलन को व्यापक बनाने का संकल्प लिया गया।

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