आज़मगढ़: एयरपोर्ट विस्तार के लिए ज़मीन-मकान उजाड़ने के खिलाफ चार माह से संघर्ष जारी

वार्ताकारों ने कहा कि परियोजना रद्द की जाए, क्योंकि किसान-मजदूर जमीन-मकान नहीं देना चाहते हैं, तो डीएम ने कहा कि सांसद या विधायक के कहने पर रद्द की जा सकती है…
आज़मगढ़: खिरिया बाग में 123वें दिन जारी धरने में वक्ताओं ने कहा कि जब जिला प्रशासन ने कहा दिया है कि किसान जमीन नहीं देना चाहते तो ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की परियोजना को स्थगित नहीं रद्द कर देना चाहिए।
जिलाधिकारी ने वार्ता में किसानों-मजदूरों से कहा था कि आप विधायक या सांसद नहीं हैं, जो परियोजना रदद् कर दी जाए। ऐसे में आज़मगढ़ के सभी सांसदों-विधायकों को यह संसुस्ति करनी चाहिए कि आज़मगढ़ में हवाई पट्टी विस्तारीकरण परियोजना को रद्द किया जाए। जब तक किसानों-मजदूरों की जमीन छीनने की विस्तारीकरण की परियोजना रदद् नहीं होती तब तक धरना चलता रहेगा।
पिछले चार माह से खिरिया बाग, जमुआ हरिराम में विभिन्न गांवों के ग्रामवासी आजमगढ़ में हवाई पट्टी के विस्तार की परियोजना को रद्द करने की प्रमुख मांग को लेकर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह कर रहे हैं। आजमगढ़ जिला प्रशासन से 6 राउंड की किसानों-मजदूरों की वार्ता के बाद प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से कह दिया है कि किसान अपनी जमीन देने को तैयार नहीं हैं, इसलिए अभी अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का विस्तारीकरण नहीं होगा।
2 फरवरी 2023 को वार्ता में जब जिलाधिकारी से वार्ताकारों द्वारा कहा गया कि आजमगढ़ में हवाई पट्टी के विस्तार की परियोजना रद्द की जाए, क्योंकि किसान-मजदूर जमीन-मकान नहीं देना चाहते हैं, तब उन्होंने कहा था कि आप सांसद या विधायक नहीं हैं जिनके कहने पर परियोजना रद्द की जा सकती है।
धरने को वेद प्रकाश उपाध्याय, तेज बहादुर, राम आसरे यादव, राम संभार प्रजापति, महेंद्र यादव, राम नयन यादव, राजीव यादव, राम राज, दुखहरन राम, रामरूप आचार्य, राम शबद निषाद, नन्हे यादव, राम कुमार यादव, नरोत्तम यादव, इसरावती, सुगंधा शर्मा, ओम प्रकाश भारती, अभिषेक यादव, अवनीश ने संबोधित किया। धरने की अध्यक्षता सुनीता शर्मा और संचालन राम आशीष गौड़ ने किया।
जनज्वार से साभार